शनिवार, 18 फ़रवरी 2017

अजमेर 805वां उर्स मेला-2017 प्रशासनिक व्यवस्थाओं के लिए बैठक आयोजित



805वां उर्स मेला-2017

प्रशासनिक व्यवस्थाओं के लिए बैठक आयोजित


अजमेर, 18 फरवरी। शिक्षा राज्यमंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी एवं जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल ने गरीब नवाज ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती के 805वें सालाना उर्स की प्रशासनिक व्यवस्थाओं के संबंध में शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में व्यवस्थाओं से जुड़े विभागों एवं संस्थाओं के प्रतिनिधियों की बैठक ली। बैठक में निर्णय लिया गया कि दुर्घटना की आशंका, साफ-सफाई तथा पर्यावरण की सुरक्षा के लिए आनासागर में स्नान प्रतिबंधित किया जाएगा।

प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा कि दरगाह क्षेत्रा में पानी, बिजली एवं सफाई की व्यवस्थाएं चाक चैबंद की जानी चाहिए। मेले के दौरान दरगाह क्षेत्रा में पेयजल की अतिरिक्त आपूर्ति की जाती है। जायरीन की संख्या बढ़ने से मेला क्षेत्रा का फैलाव हुआ है। इस कारण पेयजल की अतिरिक्त आपूर्ति का क्षेत्रा भी बढ़ाया जाना चाहिए। पेयजल की नियमित आपूर्ति के लिए वर्तमान में मेला क्षेत्रा में शामिल क्षेत्रा के साथ-साथ ऋषि उद्यान, झरनेश्वर महादेव, मदार गेट, नला बाजार, डिग्गी बाजार एवं डिग्गी चैक को भी शामिल किया जाना चाहिए। दरगाह के अन्तर्राष्ट्रीय पहचान को कायम रखते हुए विभिन्न विभागों को सौंपे गए उत्तरदायित्वों का निर्वहन गम्भीरता के साथ किया जाना चाहिए।

नगर निगम के महापौर श्री धर्मेन्द्र गहलोत ने कहा कि दरगाह पर खोले गए जूतों को जायरीन की सुविधा के लिए कायड़ विश्राम स्थली नगर निगम द्वारा पहुंचाया जाएगा।

बैठक में निर्णय लिया गया कि छठी के कुल की रस्म के समय व्यवस्थाओं को मध्यनजर रखते हुए दोपहर 12 बजे से 3 बजे तक दरगाह में निजाम गेट से प्रवेश निषेध रहेगा। इस दौरान कायड़ विश्राम स्थली से दरगाह तक की परिवहन की सुविधाओं में भी कटौति की जाएगी। दरगाह कमेटी द्वारा शाहजानी गेट को निजाम गेट के बराबर चैड़ा किया जाएगा। यह कार्य सुरक्षा तथा कानून व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए अंजाम दिया जाएगा। दुर्घटना की आशंका, साफ-सफाई, पर्यावरण की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आनासागर झील में स्नान प्रतिबंधित किया गया है।

जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल ने कहा कि दरगाह क्षेत्रा में नगर निगम के माध्यम से प्रभावी पेस्ट कंट्रोल किया जाएगा। दरगाह में दरगाह कमेटी द्वारा यह कार्य सम्पादित होगा। बाहर से आने वाले जायरीन की सुविधा के लिए निजी कैम्प लगाने का स्थान कायड़ विश्राम स्थली में निर्धारित किया जाएगा। बस में अपने साथ टेन्ट लाकर व्यवस्था करने वालों के लिए यह स्थान निर्धारित किया गया है। इस स्थान के अलावा अन्य जगहों पर टेन्ट लगाने वाले बसों को परिवहन विभाग के दस्ते द्वारा जप्त किया जाएगा। कायड़ विश्राम स्थली के मुख्य द्वार को छोड़कर अन्य छोटे गेटों को सुरक्षा के लिहाज से उर्स पर्यन्त बंद रखा जाएगा। सरकार द्वारा निर्धारित किराए पर रोडवेज बसों के माध्यम से दरगाह आने वाले जायरीन के लिए गेट के पास ही बस की व्यवस्था उपलब्घ करवायी जाएगी। शहर में आने के लिए निजी वाहन मुख्य द्वार से आधा किलोमीटर दूरी पर बनाए गए स्टैण्ड पर खड़े रहेंगे। हिन्दुस्तान जिंक के ट्रोलों को झण्डा चढ़ने से छठी तक वैकल्पिक मार्ग से गुजारा जाएगा।

उन्होंने कहा कि कायड़ विश्राम स्थली में सामुदायिक रसोईघर दरगाह कमेटी के माध्यम से स्थापित किया जाएगा। जिला रसद विभाग द्वारा 4 अन्नपूर्णा भण्डार विश्राम स्थली में संचालित किए जाएंगे। दरगाह क्षेत्रा तथा कायड़ विश्राम स्थली के कंट्रोल रूम में ही चिकित्सा एवं स्वस्थ्य विभाग द्वारा खाद्य सामग्री टेस्टिंग लैब स्थापित की जाएगी। खाद्य नमूने का हाथों-हाथ परिक्षण करके तुरन्त परिणाम दिया जाएगा औश्र नमूने सही नहीं पाए जाने पर तुरन्त कार्यवाही की जाएगी।




प्रतिबंधित रहेगी कांच की शिशियां

दरगाह तथा दरगाह क्षेत्रा में कांच की शिशियों में इत्रा लाना एवं बेचना प्रतिबंधित रहेगा। कांच की शिशियों से जायरिन के पैरों के चोटिल होने के कारण बैठक में यह निर्णय लिया गया। कांच की शिशियों के स्थान पर प्लास्टिक अथवा हौम्योपैथिक दवा की फाईबर वाली शिशियों को प्रयोग में लाया जाएगा। इस क्षेत्रा में कांच की शिशियां प्रयोग करने वालों के विरूद्ध जप्ती तथा कानूनी कार्यवाही अमल में लायी जाएगी। यह प्रतिबंध दरगाह क्षेत्रा तथा कायड़ विश्राम स्थली के एक किलोमीटर के परिक्षेत्रा में लागू रहेगा।

पुलिस अधीक्षक डाॅ. नितीन दीप ब्ल्लग्गन ने कहा कि दरगाह क्षेत्रा से नियमित अतिक्रमण हटाए जाने चाहिए। जेबतराश व अन्य असामाजिक गतिविधयों को अंजाम देने वाले तत्वों के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही की जाएगी। सुरक्षा के बारे में किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा।

भारतीय रेलवे के मण्डल आॅपरेशन मैनेजर एवं मेला प्रबंधक श्री विजय सिंह ने कहा कि मदार और दौराई स्टेशन तक लगभग 35 स्पेशल ट्रेने चलायी जाएगी। वर्तमान में संचालित रेलों को मदार व दौराई में अस्थायी ठहराव किया जाएगा।

इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर अबु सूफियान चैहान, अरविंद कुमार सेंगवा, दरगाह कमेटी के सहायक नाजिम डाॅ. मौहम्मद आदिल, दरगाह दीवान के प्रतिनिधि एस.एन.चिश्ती, अंजुमन यादगार के अध्यक्ष शेखजादा हाजी मौहम्मद आरीफ चिश्ती, तारागढ़ दरगाह के अध्यक्ष माॅसीन अली मुल्तानी, उपखण्ड अधिकारी सरवाड़ घनश्याम शर्मा सहित पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारी उपस्थित थे।

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