शुक्रवार, 23 दिसंबर 2016

मुख्यमंत्राी की बेटियां करेंगी इंजीनियरिंग और मेडिकल की पढ़ाई



मुख्यमंत्राी की बेटियां करेंगी इंजीनियरिंग और मेडिकल की पढ़ाई

अजमेर जिले की छह टाॅपर छात्राएं चयनित हैं मुख्यमंत्राी हमारी बेटी योजना में

सभी प्रतिष्ठित कोचिंग सेंटरों में कर रही हैं पढ़ाई, सरकार उठा रही है खर्च

जिला कलक्टर ने की बेटियों से मुलाकात, ली तैयारियों की जानकारी

कोचिंग सेंटरों से भी ली प्रगति की जानकारी, दिए ध्यान रखने के निर्देश


अजमेर, 23 दिसम्बर। मुख्यमंत्री हमारी बेटी योजना के तहत मुख्यमंत्री श्रीमती वसुंधरा राजे द्वारा गोद ली गई जिले की छह टाॅपर बेटियां भविष्य में टाॅप रैंकिंग संस्थान से इंजीनियर और प्रशासनिक अधिकारी बनना चाहती हैं। सभी प्रदेश के प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थानों से आईआईटी की कोचिंग कर रही हैं। इन सभी को राज्य सरकार द्वारा आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।

जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल ने आज मुख्यमंत्राी हमारी बेटी योजना के तहत मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुंधरा राजे द्वारा गोद ली गई जिले की छह टाॅपर बेटियों से मुलाकात की। उन्होंने टाॅपर बेटी प्रियंका जाधव, रूपाली गुर्जर, चेतना वर्मा, निधि शर्मा, अर्चना खारोल, हर्षिता भटनागर तथा उनके परिजनों से मुलाकात की। श्री गोयल ने इन सभी छात्राओं व परिजनों से बच्चों की पढ़ाई के बारे में जानकारी ली। उन्होंने बताया कि सभी बच्चियां प्रदेश के प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थानों में आईआईटी की पढ़ाई कर रही हैं। कुछ बालिकाएं इंजीनियर तो कुछ इंजीनियरिंग के बाद भारतीय प्रशासनिक सेवा की अधिकारी बनना चाहती हैं। जिला कलक्टर ने इन सभी से पूछा कि आपको पढ़ाई या अन्य किसी तरह की समस्या आ रही है तो हमें बताएं। उन्होंने कोचिंग संस्थानों के प्रतिनिधियों को भी बुलाया तथ बच्चियों की पढ़ाई की प्रगति की जानकारी ली। इन सभी को निर्देश दिए गए कि बच्चियों की पढ़ाई में पूरी गंभीरता बरती जाए तथा समय-समय पर प्रगति से अवगत कराया जाए।

श्री गोयल ने बताया कि मुख्यमंत्राी हमारी बेटी योजना के तहत जिले की छह टाॅपर बेटियों को गोद लिया गया है। इनकी पढ़ाई तथा भविष्य की योजनाओं में राज्य सरकार आर्थिक मदद करती है। इन सभी को आर्थिक सहायता के रूप में एक लाख 15 हजार रुपए दिए गए हैं। पंद्रह हजार रुपए स्कूल के माध्यम से प्रतिभावान छात्रा के अकाउंट में दिए जाते हैं जबकि एक लाख रुपए की फीस कोचिंग संस्थानों को दी जाती है। बालिकाओं के परिजनों ने कहा कि योजना से उनकी बहुत बड़ी समस्या दूर हो गई है। बेटियां प्रतिभावान तो हैं लेकिन गरीबी के कारण वे पढ़ाई का खर्च उठाने में सक्षम नहीं थे। इन योजना के कारण उनकी आर्थिक चिंताएं भी दूर हो गई हैं। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री किशोर कुमार, श्री अबु सूफियान चैहान, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी दर्शना शर्मा आदि भी उपस्थित थे।




हालात से हार नहीं मानी, अब जीतेंगी जहां

मुख्यमंत्राी हमारी बेटी योजना के तहत चयनित सभी बेटियां किसी न किसी तरह विपरीत परिस्थितियों से जीत कर आगे आई हैं। किसी के पिता मजदूर हैं तो किसी के पिता आटो रिक्शा चालक। किसी के पास अपना मकान तक नहीं है तो किसी के पास धन का अभाव। इस सबके बावजूद बेटियों ने हार नहीं मानी और टाॅपर बनीं।




मुख्यमंत्राी ने कहा, तुम हो चैंपियन, बढ़ते रहो

योजना के तहत चयनित बेटियां मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुंधरा राजे से मुलाकात कर चुकी हैं। अजमेर में आयोजित राज्य स्तरीय स्वतंत्राता दिवस कार्यक्रम के दौरान एट होम पर मुख्यमंत्राी ने इन बच्चियों से मुलाकात की। उन्होंने शिक्षक दिवस पर वीडियो काॅन्फ्रेंसिंग के जरिए भी बच्चियों से बात की। मुख्यमंत्राी ने इन बेटियों का हौसला बढ़ाते हुए कहा था कि तुम चैंपियन हो। रुकना मत। आगे बढ़ो और समाज, प्रदेश व देश का नाम रोशन करो।




भविष्य के लिए बेटियों की तैयारी

1. योजना के तहत मुख्यमंत्राी द्वारा गोद ली गई राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय नसीराबाद की छात्रा प्रियंका जाधव आईआईटी की तैयारी कर रही है। वह कम्प्यूटर साइंस में अपना भविष्य बनाना चाहती है।

2. योजना के तहत मुख्यमंत्राी द्वारा गोद ली गई राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय नसीराबाद की छात्रा रूपाली गुर्जर आईआईटी की तैयारी कर रही है। वह कम्प्यूटर साइंस में अपना भविष्य बनाना चाहती है।

3. योजना के तहत मुख्यमंत्राी द्वारा गोद ली गई राजकीय सावित्राी बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय अजमेर की छात्रा चेतना वर्मा आईआईटी की तैयारी कर रही है। वह भविष्य में आईएएस बनना चाहती है।

4. योजना के तहत मुख्यमंत्राी द्वारा गोद ली गई राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय फाॅयसागर अजमेर की छात्रा अर्चना खारोल आईआईटी की तैयारी कर रही है। वह भविष्य में आईएएस बनना चाहती है।

5. योजना के तहत मुख्यमंत्राी द्वारा गोद ली गई राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय फाॅयसागर अजमेर की छात्रा हर्षिता भटनागर मेडिकल की तैयारी कर रही है। वह भविष्य में न्यूरो सर्जन बनना चाहती है।

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