शनिवार, 24 दिसंबर 2016

झालावाड़ तलाई श्रमदान में उमड़े ग्रामीण उपखण्ड अधिकारी ने तलाई को लिया गोद






झालावाड़ तलाई श्रमदान में उमड़े ग्रामीण

उपखण्ड अधिकारी ने तलाई को लिया गोद


झालावाड़ 24 दिसम्बर। जल है तो कल है, जल हमें हमारे लिए ही नहीं बल्कि आने वाली पीढीयों के लिए भी संरक्षित करना है। क्योंकि जल ही जीवन है। वर्षा जल को संग्रहित करने के लिए मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के द्वितीय चरण के अन्तर्गत शनिवार को जिला कलक्टर डॉ0 जितेन्द्र कुमार सोनी के नेतृत्व में पंचायत समिति खानपुर के ग्राम मालनवासा में जिला स्तरीय, ब्लॉक स्तरीय एवं ग्रामीणों ने महाश्रमदान कार्यक्रम में बढचढ कर हिस्सा लिया।

जिला कलक्टर ने अब तलाई को गोद लेने का आह्वान किया तो खानपुर क्षेत्र के उपखण्ड अधिकारी हनुमान सिंह गुर्जर ने इस तलाई को गोद लेने का बीडा उठाया। जब वे श्रमदान में सर पर मिट्टी से भरी दो-दो तगारी एक साथ लेकर चले तो लगा कि वास्तव में यह उनका अपना कार्य है जिसके निर्माण के लिए उन्हें तन-मन-धन से कार्य करना है। किसी भी प्रकार से यह नहीं लग रहा था कि हनुमान सिंह गुर्जर कोई उपखण्ड अधिकारी है बल्कि ऐसा प्रतीत होता था कि वह भी कोई सामान्य ग्रामीण है जो अपनी ग्राम की तलाई की खुदाई की अगवाई अन्य लोगों के साथ मिलकर कर रहा है। उनसे प्रेरित हो अन्य अधिकारियों, ग्राम के स्त्री-पुरूषों ने कंधे से कंधा मिलाकर करीब 2 घन्टों तक श्रमदान किया। एक तरफ तो मानव श्रृंखला बना लोग तगारी एक हाथ से दूसरे हाथ बढाते जाते थे वहीं दूसरी ओर गेंदी फावडा लेकर तलाई को गहरा करने में जुटे थे और कुछ लोग ऐसे भी थे जो मिट्टी से भरी तगारियों को अपने सिरों पर ढोकर गन्तव्य स्थान पर डाल रहे थे।

महिलाओं का नेतृत्व जिला प्रमुख टीना कुमारी भील स्वयं कर रही थी जिससे महिलाओं में भी तलाई को खोदने और उसे गहरा कर आगामी वर्षा में जल संचय कर अपने खेत सिंचित करने की अभिलाषा लिए दिल से जुटी थी।

दिव्यांग दशरथ मीणा भी जुटा श्रमदान में
ग्राम मालनवासा में दिव्यांग दशरथ मीणा को जब पता चला कि मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान के तहत उनके गांव की तलाई में श्रमदान कार्यक्रम चल रहा है तो वह भी अपने-आप को श्रमदान में शामिल होने से रोक न सका क्योंकि पानी का महत्व जैसा की सामान्य आदमी के लिए उतना ही महत्व दिव्यांग के लिए भी है और वह भी जिला कलक्टर के साथ आकर श्रमदान में जुट गया।

श्रमदान कार्यक्रम में जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियन्ता श्यामवीर सिंह, जिला आबकारी अधिकारी, विकास अधिकारी शैलेष रंजन, पुलिस उप अधीक्षक हिमान्शु, जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक, जिला परिषद सदस्य धन्नी बाई गौतम, सरपंच किरण मीणा सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने भाग लिया।

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दस दिन में बनेगा मालनवासा ग्राम स्वच्छ और सुन्दर
झालावाड़ 24 दिसम्बर। जिला कलक्टर डॉ0 जितेन्द्र कुमार सोनी ने शनिवार को मालनवासा ग्राम का भ्रमण किया। इस दौरान यहां गलियों में गन्दगी और कीचड देखकर वे बहुत आहत हुए और गन्दगी को दूर कर गांव को साफ-सुथरा व सुन्दर बनाने के लिए लोगों का आह्वान किया और स्वयं ने झाडू लगाकर इसका शुभांरभ किया। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि जिस प्रकार आप अपने घर को स्वच्छ और सुन्दर रखते है उसी प्रकार आप अपनी गलियों और गांव को 10 दिन में अपने गांव को स्वच्छ और सुन्दर बनाने का संकल्प लें ।

जिला कलक्टर ने ग्राम मालनवासा को गन्दगी से मुक्त करने की जिम्मेदारी गांव के रामस्वरूप, गोपाल, भरतराज, जगदीश रोशन, पप्पू आदि 10 व्यक्तियों को सौंपी। उन्होंने कहा कि 10 दिन बाद जिला स्तरीय टीम इसका निरीक्षण करेंगी। यह आपका गांव है इसकी दस दिन में गांव की सूरत बदलनी चाहिए। उन्होंने इसके लिए स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं अन्य ग्रामीणों से भी सहयोग की अपील की। जिला कलक्टर ने स्वच्छ भारत अभियान के तहत बनाये गये शौचालयों को घरों में जाकर देखा और ग्रामीणों को उनके उपयोग के लिए प्रेरित किया। शौचालय निरीक्षण के दौरान जब जिला कलक्टर ने स्त्रियों से शौचालय के महत्व के बारे में जानकारी प्राप्त की तो स्त्रियों ने बताया कि पहले सुबह मुह अधेंरे शौच के लिए जाना पड़ता था परन्तु अब घरों में शौचालय बन जाने से न सिर्फ सहूलियत हुई है बल्कि इससे स्त्री की निजता व लज्जा दोनों की रक्षा भी हुई है।

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