लड़कियों से दाेस्ती करा 25 रईसों को फंसाया, फिर रेप का केस लगाकर ऐंठे 15 करोड़
जयपुर।नामचीन लोगों को ढूंढ़कर उनसे युवतियों की दोस्ती कराने के बाद उनको दुष्कर्म के केस में फंसाकर करोड़ों रुपए वसूलने वाले दो आरोपियों को एसओजी ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। गिरोह का सरगना व अन्य आरोपी अभी फरार हैं। आरोपियों के तार आनंदपाल गैंग से भी जुड़े हैं। जानिए कई शहरों में फांसा लोगों को ....
- एसओजी की जांच में सामने आया कि आरोपियों ने पिछले ढ़ाई साल में 25 लोगों से 15 करोड़ रुपए दुष्कर्म के केस में फंसाने के बाद राजीनामा करने की एवज में वसूल किए।
- आरोपी अक्षत शर्मा सिरसी रोड और विजय उर्फ सोनू टोंक फाटक का रहने वाला है। एसओजी दोनों आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
- एसओजी गिरोह के अन्य आरोपी एडवोकेट नवीन देवानी व नीतेशबंधु शर्मा और युवतियों की तलाश कर रही है। नवीन गिरोह का सरगना है।
- आरोपियों ने जयपुर, अलवर, ब्यावर, कोटा, उदयपुर व बीकानेर में लोगों को फंसाकर पैसे हड़पने की वारदातें कबूली हैं।
- आरोपी पहले प्रतिष्ठित लोगों को ढूंढते थे और उनके पास युवतियों को दोस्ती करने के लिए भेज देते थे।
दोस्ती के बाद फंसाने के लिए ठोस सबूत तलाशते थे
- दोस्ती होने के बाद आरोपी व युवतियां संबंधित व्यक्ति के खिलाफ दुष्कर्म केस दर्ज कराने के लिए ठोस सबूत जमा कर लेते थे।
- इसके बाद संबंधित व्यक्ति को आरोपी ब्लेकमेल कर करोड़ों रुपए की डिमांड करते थे। आरोपियों के तार आनंदपाल गैंग से भी जुड़े हैं।
- एसओजी के आईजी दिनेश एमएन ने बताया कि इस संबंध में गिरोह से पीड़ित वैशालीनगर निवासी डा. सुनीत सोनी ने एसओजी में शिकायत की थी।
- आरोपी अक्षत व विजय ने शिप्रापथ, जालूपुरा, करधनी इलाके में ब्लेकमेल करने की वारदातें कबूली हैं। आरोपी अक्षत मूलतया भीलवाड़ा का रहने वाला है।
- अक्षत व विजय गिरोह के लिए मीडियाकर्मी बनकर वारदात को अंजाम देते थे। आरोपी अक्षत व विजय को कमिश्नरेट की पुलिस पहले भी गिरफ्तार कर चुकी है।
क्राइम चेनल किया शुरू
- पूछताछ में दाेनों आरोपियों ने बताया कि उन्होंने पहले क्राइम चेनल व इंडिया-24 शुरू किया था, लेकिन वह फ्लॉप हो गए। मामले की जांच एडिशनल एसपी करन शर्मा व ललित शर्मा के सुपरविजन में की गई है।
- पीड़ित सुनीत ने पहले वैशालीनगर थाने में रिपोर्ट दी थी, लेकिन पुलिस ने परिवाद लेकर ही खानापूर्ति कर दी।
- 75 दिन तक जेल में रहने के बाद आरोपियों को 1.05 करोड़ रुपए देकर राजीनामा किया।
पड़ताल में सामने आया कि डा. सुनीत सोनी का वैशालीनगर इलाके में हेयर ट्रांसप्लांट का क्लिनिक है। कुछ माह पहले एक युवती सुनीत के क्लिनिक पर हेयर ट्रांसप्लाट के लिए आई थी। - इस दौरान दोनों का संपर्क हुआ था। इसके बाद युवती सुनीत को झांसे में लेकर पुष्कर ले गई और वहां पर एक रिसोर्ट में रूकी।
- वहां से सुनीत युवती को छोड़कर वापस जयपुर आ गया था, लेकिन उस युवती ने सुनीत को वापस तबीयत खराब होने की बात कहकर बुला लिया था। इसके दो दिन बाद आरोपी अक्षत व विजय ने मीडियाकर्मी बनकर युवती से दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराने की धमकी दी और उससे करोड़ रुपए की डिमांड की।
- जब सुनीत ने पैसे देने से इनकार कर दिया तो युवती ने योजना के अनुसार सुनीत के खिलाफ पुष्कर थाने में दुष्कर्म का केस दर्ज कराया था।
- पुष्कर पुलिस ने जांच के बाद सुनीत को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
- 75 दिन सुनीत जेल में रहे। इस दौरान सुनीत ने गिरोह के अक्षत, विजय व एडवोकेट नवीन व नीतेश, सुनील गुप्ता व प्रेम शर्मा से संपर्क किया।
- आरोपी कोर्ट में युवती के बयान बदलवाने के लिए डेढ़ करोड़ रुपए की डिमांड की। बाद में सौदा 1.05 करोड़ रुपए में तय हुआ। पैसे लेने के बाद आरोपियों ने युवती के बयान बदलवा दिए।
ऐसे फंसाया था सुनीत तो
- एसओजी की जांच में सामने आया कि आरोपी अक्षत के दांतों में प्रोबल्म थी। डा. सुनीत की पत्नी डेंटल चिकित्सक थी। ऐसे में अक्षत सुनीत की पत्नी के पास उपचार कराने गया था।
- दोनों को पैसे वाला देखकर एक उत्तराखंड की युवती से संपर्क कर योजना बनाई। इसके बाद आरोपियों ने सुनीत के पास हेयर ट्रांसप्लांट के लिए युवती को सुनीत के पास भेजा था।
वारदात के लिए यहां से लेकर आते थे युवतियों को
- एसअोजी के एडिशनल एसपी करन शर्मा ने बताया कि आरोपी वारदात से पहले अजमेर, उत्तराखंड, जयपुर व कोटा इलाके में रहने वाली युवतियों से संपर्क करते थे।
- यह युवतियां पहले से ही अनैतिक कामों में लिप्त रहती हैं। ऐसे में उनके साथ मिलकर आरोपी अक्षत व विजय और एडवोकेट नवीन व नीतेश बंधु योजना बनाते थे। इसके बाद ही आरोपी वारदात को अंजाम देते।
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