समदड़ी। समदड़ी में माँ की ममता हुई शर्मसार, झाड़ियो में मिला नवजात शिशु
रिपोर्ट :- सुनील दवे / समदड़ी
रिपोर्ट :- सुनील दवे / समदड़ी
समदड़ी। सच है कि जमाना बड़ा कलियुगी हो गया है। जब माँ अपने ही अंश को मरने के लिए छोड़ देती है। माँ की ममता को शर्मसार कर देने वाली ऐसी ही एक घटना घटी है। बाड़मेर जिले के समदड़ी बस्बे में बीती रात एक जीवित नवजात शिशु झाड़ियों में फेका हुआ मिला। समदड़ी काकराला रोड पर टिको का बेरा के पास सोमवार रात्रि करीब 11:00 बजे के लगभग अंधेरे में झाड़ियों के पास अज्ञात नवजात शिशु को छोड़कर कोई चला गया जानकारी के मुताबिक जोगाराम का ककराला रोड निवासी ने बताया की सोमवार रात्रि वह अपनी घर से बाहर निकला तभी उसे गाड़ियों के अंदर से चिल्लाने की आवाज सुनाई दी नजदीक जाकर देखा तो उसे नवजात शिशु जीवित दिखाई दिया जिस पर उसने तुरंत 108 एंबुलेंस एवं समदड़ी पुलिस को सूचना दी सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची पुलिस ने नवजात को अपने कब्जे में लिया और 108 की सहायता से स्वास्थ्य समुदाय लाया गया जहा डॉक्टरों ने बच्चे को स्वस्थ बताते हुए करीब तीन चार घंटे पहले पैदा होने की बात कही।
समदड़ी थानाधिकारी भवर्सिह पोकरणा ने बताया कि बच्चे को अस्पताल में लाने के बाद प्राथमिक उपचार में डॉक्टरों ने स्वस्थ बताया फिर उसे लव कुश आश्रम भेज दिया गया वही ।जोगाराम की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर शिशु के परिजनों की तलाश की जा रही। जहा इस मामले में एक बार मां की ममता शर्मसार हुई है वही अस्पताल में शिशु के प्रति माताओं का प्रेम उमड़ पड़ा राजकीय अस्पताल में प्रसव के लिए आई माताओं ने बच्चे को दूध पिलाकर प्रेम जताया वही माताओं में लावारिस शिशु को अपना दूध पिलाने को लेकर होड़ सी देखने को मिली। अब सवाल यह है कि इस नवजात शिशु ने क्या ऐसा गुनाह किया। माँ ने क्यों नवजात शिशु को झाड़ियो में मरने के लिये छोड़कर दिया। इस नवजात शिशु के फेंके जाने की कहानी लोगों के अनुमान के अनुसार होती है तो इसे समाज का एक घिनौना चेहरा कहा जा सकता है. वैसे भी किसी भी सूरत में बच्चे को इस तरहझाड़ियो में मरने के लिये छोड़कर देना शर्मनाक है.
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