अजमेर,कृषि पर्यटन से किसानों को मिलेगी अतिरिक्त आय- संभागीय आयुक्त
अजमेर, 20 अक्टूबर। संभागीय आयुक्त श्री हनुमान सहाय मीना संभाग ने खेती किसानी से जुड़े विभागों की समीक्षा बैठक में निर्देशित किया कि कृषि, उद्यान एवं पशु पालन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसानों की आय में वृद्धि के लिए खेती और पशुपालन के अलावा अन्य क्षेत्रों पर भी फोकस किया जाना आवश्यक है। कृषि को पर्यटन के साथ जोड़कर किसानों को अतिरिक्त आय प्रदान की जा सकती है। समस्त विभागों को टीम भावना के साथ कार्य करते हुए एग्रीकल्चर ट्यूरिज्म के क्षेत्रा को विकसित किया जाना चाहिए । देशी तथा विदेशी पर्यटकों को स्थानीय कृषि, उद्यानिकी तथा पशु पालन से रूबरू करवाकर किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार लाने का दायित्व संबंधित विभागांे का है।
उन्होंने कहा कि चने, गेहूं, जौ, सरसों, मक्का, मसूर तथा तारामीरा के बीजों का वितरण स्थानीय सरपंच की अध्यक्षता में गठित कमेटी के माध्यम से नियमानुसार किया जाना चाहिए इसके लिए स्टैण्डर्ड आॅपरेटिंग प्रोसेस (एसओपी) अपनाया जाना चाहिए। वितरण में पूर्ण पारदर्शिता होनी चाहिए। काश्तकारों को मिनीकिट वितरण का कार्य भी इसी तरीके से किया जाना चाहिए। बैठक में किसानों के पास उपलब्ध बीजों को उपचारित करके बोने पर भी चर्चा की गई । कृषि विभाग के अधिकारियों ने अवगत कराया कि चने सहित अन्य फसलों के लिए निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार उपचारित बीजों का भी उपयोग किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि प्रयोगशाला के शोध कार्य को खेत पर लागू करने के लिए राजकीय विभागों की महती भूमिका है। वैज्ञानिकों द्वारा तैयार की गई नवीनतम तकनीकों को विभाग एक कड़ी की तरह किसानों तक पहुचाने में सहयोग प्रदान करना चाहिए। सोयल हैल्थ कार्ड योजना के अन्तर्गत प्रत्येक जिले को निर्धारित लक्ष्य समय पर पूर्ण करना चाहिए। साथ ही संभाग के किसी एक जिले को इस योजना में राॅल माॅडल बनने के लिए प्रयास करने चाहिए। इसी प्रकार पुष्कर क्षेत्रा को बगरू की तरह मटर बैल्ट के रूप में विकसित करने के लिए सभी विभागों को एकीकृत प्रयास करने चाहिए। प्रत्येक जिले को एक फसल विशेष के लिए पहचान बनानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि जिला कलक्टर द्वारा रात्रि चैपाल आयोजित करने की तर्ज पर कृषि विभाग के अधिकारियों को भी गुरूवार को किसान सेवा केन्द्र एवं गांव में कृषि चैपाल आयोजित करनी चाहिए । इससे क्षेत्रा के किसानों की समस्याओं का स्थानीय स्तर पर समाधान हो सकेगा।
श्री मीना ने कहा कि आगामी 9 से 11 नवम्बर तक जयपुर में आयोजित होने वाली ग्लोबल राजस्थान एग्रीकल्चर मीट (ग्राम) में अधिकतम किसानों एवं पशुपालकांे को संभागीय के तौर पर भाग लिया जाना सुनिश्चित किया जाना चाहिए। प्रत्येक जिले द्वारा कम से कम एक हजार व्यक्तियों को इसका लाभ प्रदान किया जाना चाहिए।
उन्होंने पशुपालन विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रत्येक गांव में पशु मित्रांे केे लिए उपयुक्त पात्रा व्यक्ति का चिह्निकरण करके आगे की कार्यवाही सम्पादित की जानी चाहिए । पशुपालकों को प्रधानमंत्राी पशु बीमा योजना का लाभ लेने के लिए प्रेरित किया जाना चाहिए। आगामी पशु गणना के लिए आवश्यक तैयारियां समय पर पूर्ण कर लेनी चाहिए।
इस अवसर पर अतिरिक्त संभागीय आयुक्त श्री के.के.शर्मा, उपनिदेशक कृषि श्री वी.के.शर्मा, उद्यानिकी विभाग श्री संजय तनेजा, राजस्थान राज्य बीज निगम के श्री दिनेश कुमार सहित नागौर, भीलवाड़ा तथा टोंक जिलों के कृषि, पशुपालन, उद्यानिकी एवं कृषि विपणन के अधिकारी उपस्थित थे।
महिला एवं बाल विकास मंत्राी की पे्रसवार्ता के लिए आमंत्राण
महिला एवं बाल विकास मंत्राी श्रीमती अनिता भदेल द्वारा महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण एवं विपणन कौशल को बढ़ावा देने के लिए शनिवार 22 अक्टूबर से 27 अक्टूबर तक आयोजित होने वाले अमृता हाट बाजार के संबंध में प्रेसवार्ता का आयोजन शुक्रवार 21 अक्टूबर को सायं 4 बजे स्वामी काॅम्पलेक्स के सेमीनार कक्ष में होगा। इसमें आप सादर आमन्त्रिात है।
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