बुधवार, 26 अक्तूबर 2016

अजमेर संभाग स्तरीय शान्ति समिति की बैठक साम्प्रदायिक सद्भाव बनाए रखने के लिए सतर्कता एवं संवेदनशीलता से कार्य करें- संभागीय आयुक्त



अजमेर संभाग स्तरीय शान्ति समिति की बैठक

साम्प्रदायिक सद्भाव बनाए रखने के लिए सतर्कता एवं संवेदनशीलता से कार्य करें- संभागीय आयुक्त


अजमेर, 26 अक्टूबर। संभागीय आयुक्त श्री हनुमान सहाय मीना ने संभाग के समस्त जिला कलक्टर एवं जिला पुलिस अधीक्षकों से कहा है कि वे अपने अपने जिलों में साम्प्रदायिक सद्भाव बनाए रखने के लिए सतर्कता एवं संवेदनशीलता से कार्य करते हुए आम जन से सतत सम्पर्क बनाएं रखें।

संभागीय आयुक्त बुधवार को संभागीय आयुक्त कार्यालय सभागार में आयोजित संभाग स्तरीय शांति समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिला स्तरीय शान्ति समिति की बैठक नियमित समय पर आयोजित की जानी चाहिए। इसमें पुलिस प्रशासन का समिति के सदस्यों के मध्य जिले की व्यवस्थाओं के बारे में विस्तार पूर्वक चर्चा की जानी चाहिए। पुलिस थाना स्तर पर गठित सीएलजी की बैठकों में उपखण्ड मजिस्ट्रेट, तहसीलदार, स्थानीय पटवारी एवं ग्राम सेवक तथा विभिन्न विभागों के अधिकारियों द्वारा भाग लिया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि आगामी पर्वों के दौरान समाज में आपसी भाईचारा प्रेम तथा शान्ति कायम रखने में समाज के गणमान्य व्यक्तियों की महती भूमिका है। संभाग में राजस्व से जुड़े भूमि आवंटन के संवेदनशील मुदों का प्राथमिकता के साथ निस्तारण किया जाना चाहिए। पं. दीनदयाल उपाध्याय जन कल्याण पंचायत शिविरों में स्थानीय अस्थायी व स्थायी प्रकृति के विवादों का निपटारा किया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा कि उप मुख्य विस्फोटक नियंत्राक विभाग द्वारा गुप्त रूप में विदेशों से आयातित आतिशबाजी को भारत सरकार के उद्योग एवं वाणिज्य मंत्रालय के अधीन औद्योगिक निति एवं संवर्धन विभाग के द्वारा जारी निर्देशों के अनुसार प्रतिबंधित किया गया है। कुछ देशों से आयातित आतिशबाजी संवेदशील रसायनों से बनी होती है। यह रसायन भारतीय कानून के अनुसार प्रतिबंधित है। यह आतिशबाजी भारतीय ध्वनि शोर के मानक स्तर का पालन नहीं करती है। भारत में गुप्त रूप से आयातित आतिशबाजी तथा पटाखों को दुकानों से बेचा जाना जन सुरक्षा की दृष्टि से खतरनाक है।

उन्होंने बताया कि विदेश व्यापार महानिदेशालय के द्वारा इन पटाखों को प्रतिबंधित सूची में शामिल किया गया है। इन्हें आयातित करने के लिए पैट्रोलियम तथा विस्फोटक सुरक्षा संगठन द्वारा विस्फोटक नियम 2008 के अन्तर्गत लाइसेंस जारी नहीं किया जाता है। संबंधित जिला प्रशासन द्वारा लाइसेंस प्राप्त दुकानों को केवल अधिकृत पटाखा फैक्ट्री अथवा कम्पनी की आतिशबाजियों का ही क्रय, भण्डारण एवं विक्रय करने के लिए अधिकृत किया गया है। दीपावली के पर्व पर संवेदनशील स्थानों, भीडभाड़ वाले क्षेत्रों तथा धार्मिक स्थलों पर विशेष निगरानी रखी जाएगी। संभाग की समस्त आतिशबाजी दुकानों का गहन निरीक्षण स्थानीय मजिस्ट्रेट द्वारा किया जाएगा। प्रतिबंधित आयातित विदेशी फायर वक्र्स का विक्रय एवं भण्डारण पाए जाने पर संबंधित के विरूद्ध विस्फोटक अधिनियम के अन्तर्गत नियमानुसार कार्यवाही अमल में लाए जाने के लिए निर्देश प्रदान किए।

उन्होंने मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बल अभियान की चर्चा करते हुए कहा कि पानी की बचत करना जरूरी हैं। इसके लिए समाज के सभी वर्ग इस अभियान से जूड़ें तथा अपनी महत्ती भूमिका अदा करें। सरकार की योजनाओं को समाज के निचले स्तर पर पहुंचे तथा उसका लाभ मिलें । इसके लिए जिलों में चल रहे पं. दीनदयाल उपाध्याय जन कल्याण शिविरों में अधिकारी पहुंचे तथा वहां सीमांकन एवं राजस्व संबंधी प्रकरणों सहित विवादास्पद प्रकरणों का निस्तारण करने का प्रयास करें।

पुलिस महानिरीक्षक श्रीमती मालिनी अग्रवाल ने कहा कि पुलिस प्रशासन द्वारा समाज के साथ मिलकर संवेदनशीलता के साथ कार्य करने के कारण संभाग में शान्ति एवं भाईचारा कायम है। समाज के गणमान्य व्यक्तियों द्वारा अपने कर्तव्यों का जिम्मेदारी से निर्वहन करने के कारण ये संभव हो रहा है। भविष्य में भी समाज के सहयोग से आपसी विश्वास कायम रखा जाएगा।

बैठक में जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल (अजमेर), श्री राजन विशाल (नागौर), डाॅ. टीना कुमार (भीलवाड़ा), श्री महावीर प्रसाद शर्मा (टौंक), जिला पुलिस अधीक्षक श्री नितिन दीप ब्लगन (अजमेर), श्री प्रदीप मोहन शर्मा (भीलवाड़ा), श्री परिस देशमुख (नागौर), श्रीमती प्रीति जैन (टौंक) ने भी अपने अपने जिले में शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए किए जा रहे उपायों एवं कार्यो की विस्तार से जानकारी दी तथा बताया कि जिलों में शांति समिति की समय समय पर बैठकों का आयोजन किया जा रहा हैं। उन्होंने अपने अपने जिलों में किए जा रहे नवाचारों एवं उनसे जनता के जुडाव बनाये रखने की जानकारी दी।

इस मौके पर शांति समिति के सदस्य सर्वश्री इकबाल मोहम्मद छीपा (परबतसर), हाजी मुकद्दस गोईनी (अजमेर), तारा चंद रावत (भवानीखेडा अजमेर), गोपाल उर्फ बाबू मंत्राी (मेड़तासिटी), अमरचंद (रियांबड़ी), हरिश चन्द्र भट्ट ने भी अपने अपने क्षेत्रों में शांति व्यवस्था के लिए उपायों की जानकारी दी।

बैठक में अतिरिक्त संभागीय आयुक्त श्री के.के. शर्मा, अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) श्री अरविन्द संेगवा, अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक (सीआईड़ी) श्री नरेन्द्र सिंह सहित संबंधित अधिकारीगण उपस्थित थे।

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