बुधवार, 14 सितंबर 2016

झालावाड़ चन्द्रभागा मेले में वृहद स्तर पर आयोजित होंगे कार्यक्रम



झालावाड़ चन्द्रभागा मेले में वृहद स्तर पर आयोजित होंगे कार्यक्रम
झालावाड़ 14 सितम्बर। जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी की अध्यक्षता में बुधवार को मिनी सचिवालय के सभागार में चन्द्रभागा पशु मेला झालरापाटन के दौरान पर्यटन विभाग द्वारा तीन दिवसीय आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों के संबंध में बैठक आयोजित की गई।

जिला कलक्टर ने पर्यटन विभाग सहित मेले से संबंधित विभागों के अधिकारियों को आगामी नवम्बर माह में आयोजित होने वाले चन्द्रभागा मेले के दौरान विभिन्न कार्यक्रमों की तैयारी वृहद स्तर पर किये जाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान साईकिल रेस, सर्वधर्म प्रार्थना सभा, योगासन, शोभायात्रा, बिन्दोरी, कच्छी नृत्य, दीपदान, महाआरती, स्कूली बच्चों के पांच ग्रुप में सांस्कृतिक कार्यक्रम, बोट रेस, लाफ्टर शो, डॉग शो-पप्प शो, गर्ल्स कुश्ती इत्यादि कार्यक्रमों का आयोजन बेहतर प्रस्तुतियों के साथ कराया जाना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि कार्यक्रमों का व्यापक प्रचार-प्रसार कस्बों, तहसील स्तर तक भी किया जाना सुनिश्चित करें। बैठक में पर्यटन विभाग के सहायक निदेशक मधुसुदन चारण, पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक जी.के. श्रीवास्तव सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

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समग्र ग्राम विकास नियोजन पर एक दिवसीय कार्यषाला सम्पन्न
झालावाड़ 14 सितम्बर। पंचायत समिति झालरापाटन की 5 ग्राम पंचायतों के समग्र ग्राम विकास नियोजन पर विभिन्न विभागों के अधिकारियों, स्थानीय कार्यकर्ताओं एवं पंचायत जनप्रतिनिधियों की बुधवार को एक दिवसीय कार्यशाला मिनी सचिवालय के सभागार में आयोजित की गई।

कार्यशाला में जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने कहा कि राज्य सरकार, जिला प्रशासन एवं अक्षदा फाउण्डेशन द्वारा समग्र ग्राम विकास नियोजन पर ग्राम पंचायत झुमकी, दुर्गपुरा, तीतरवासा, जूनाखेड़ा एवं बोरदा में सुनियोजित तरीके से काम किया जायेगा। उन्होंने कहा कि उक्त ग्राम पंचायतों के समग्र विकास के पश्चात लोगों के जीवन में एक बड़ा परिवर्तन आये ऐसी सोच के साथ काम करें।

जिला कलक्टर ने अक्षदा फाउण्डेशन के प्रबन्धक से कहा कि इस कार्य में सहयोग करने वाले सेवानिवृत कार्मिकों की सूची तैयार करें ताकि उन्हें प्रशस्ति पत्र दिये जा सके।

अक्षदा फाउण्डेशन के प्रबन्धक नीरज झाम ने कार्यशाला में उपस्थित जनप्रतिनिधियों एवं पंचायती राज कार्मिकों से कहा कि समग्र ग्राम विकास के लिये सभी विभाग साथ में बैठकर आपसी समन्वय से काम करें तो गांव का विकास निश्चित रूप से हो सकेगा।

कार्यशाला में कार्यक्रम अधिकारी इजहार उद्दीन ने पॉवर प्रजेन्टेशन के माध्यम से सम्पूर्ण समग्र ग्राम विकास नियोजन की प्रक्रिया के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कार्यशाला में बताया कि वार्ड नियोजन दल द्वारा गांव की छोटी-मोटी समस्याओं का ग्राम सभा में अनुमोदन किये जाने के पश्चात 6 सेक्टर अधोसंरचना, ईधन, उर्जा, स्वास्थ्य एवं पोषण, शिक्षा, नागरिक सेवाएं, कृषि एवं आजीविका पर एक माह में कार्ययोजना बनाई जायेगी। कार्यशाला में मौजूद सरपंच, सचिव, एएनएम आदि ने भी ग्राम विकास नियोजन से संबंधित सुझाव दिये।

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