रामदेवरा भादवाषुक्ला पंचमी को भी रही पैद यात्री संघ मेलार्थियों की आवक जारी
बाबा के भक्त आसानी से कर रहे है समाधी के दर्षन
लम्बी ध्वजा के साथ पहुंचा अहमदाबाद व जोधपुर का एक पैदल संघ
रामदेवरा , 6 सितम्बर। पष्चिम राजस्थान के कुम्भ माने जाने वाले रामसापीर के 632 वें भादवा मेले में शुल्क पक्ष की पंचमी को भी बाबा के पैदलयात्री संघ पहुंचने लगे है। मेेले के दौरान भक्तों की आवक जारी रही एवं वे बाबा रामदेव के जयकारे लगाते हुए अपने हाथों में ध्वजाएँ लिए अपनी बारी के अनुरुप ईष्टदेव के दर्षन कर पूजा-अर्चना की एवं प्रसाद चढ़ाया। वहीं पैदल यात्रियों ने भी अपनी कष्ट पीड़ा को भूल कर बड़े उत्साह एवं जोष के साथ बाबा की समाधी के दर्षन के लिए आतूर लग रहे थे एवं समाधी पर धौक देकर अपने आप को धन्य महसूस कर रहे थे। बाबा के भक्तजन रामसापीर की समाधी करने के पष्चात निज मंदिर में स्थित डालीबाई के भी दर्षन किए एवं प्रसाद चढ़ाया और परचाबावड़ी/झूला पालना तथा मेला बाजार का भ्रमण किया तथा अपनी मन पसंद की वस्तुए खरीदी तथा मेले में लगे सर्कस देख रहे है।
मेलाधिकारी एवं उपखण्ड अधिकारी पोकरण के.आर.चैहान ने बताया कि मेले के दौरान यात्रियों को भी सुगमतापूर्वक बेहतर ढंग से दर्षन करवाने की व्यवस्था से वे अपनी बारी के अनुरुप आसानी से अपने ईष्टदेव के दर्षन कर रहे थे। भादवषुक्ला पंचमी को रुणैचा नगरी पहुंचे पदयात्री संघों में जोधपुऱ से 250 ,बाड़मेर से 200 , चुरु से 207 , बीकानेर 400 ,अहमदाबाद-गुजरात से 400 के साथ ही अन्य जिलों के बाबा के भक्तजन अच्छी संख्या में रामदेवरा पहुंचे एवं बाबा की समाधी के दर्षन कर पूजा-अर्चना की एवं प्रसाद चढ़ाया वहीं रामसरोवर में डूबकी भी लगाई। उल्लेखनीय है कि हर वर्ष की भांति इस साल भी 300 श्रृद्धालुओं का पैदल जातरु संघ मोडासा-गुजरात से बड़ी आस्था के साथ 111 फुट लम्बी बाबा की ध्वजा लेकर बाबा के दरबार समाधी के दर्षनार्थ पहुंचा था। प्रति वर्ष की भांति इस मेले में भी सप्तमी से लेकर दषमी तक जोधपुर ,बीकानेर ,श्रीगंगानगर तथा अन्य प्रांतों से भी अच्छी संख्या में पदयात्रियों के जत्थे रुणैचा नगरी पहुंचगें।
विकास अधिकारी एवं सहायक मेलाधिकारी टीकमाराम चैधरी व सहायक मेलाधिकारी एवं तहसीलदार नारायणगिरी ,, नायब तहसीलदार रामसिंह व आईदानसिंह मेला व्यवस्था पर पूरी नजर रखे हुए हैं एव हर गतिविधि की जानकारी ले रहे हैं। उन्होंने मेले क्षेत्र का भ्रमण कर सफाई व अन्य व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया। इसके साथ ही मेला मजिस्टेªट कार्यालय में तैनात कार्यालय सहायक नारायणलाल पालीवाल एवं के.के.शर्मा विगत 19 अगस्त से अब तक अनवरत रुप से मेले में आने वाले पैदल यात्रियों के लिए प्रवेष-पास जारी करने का कार्य पूर्ण कर्तव्यनिष्ठा के साथ सुसम्पादित कर मेलार्थियों को बड़े ही सेवाभावना के साथ सहयोग प्रदान कर रहे है।
गौरतलब है कि इस बार पुलिस प्रषासन द्वारा बेहतरीन ढंग से कानून व्यवस्था पर पूरी निगरानी बरती जा रही थी एवं पुलिस कर्मियों को पूरी मुष्तैदी के साथ सुरक्षा की चैकसी बरतने की हिदायत दी जा रही थी। मेले में अहमदाबाद -गुजरात व जोंधपुर से पैदल आए संघ द्वारा लम्बी रंग-बिरंगी ध्वजा हाथों में लिए बाबे के जयकारे लगा रहे थे। मुख्य मेले में लगी कतारों में खड़े मेलार्थी बाबे की जयघौष के साथ जयकारों से रुणैचा नगरी गुंज उठ रही है।
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स्काउट के 37 बालचर मेले में लम्बी कतारों में खड़े मेलार्थियों के लिए कर रहे बेहतर सेवाएं
रामदेवरा , 6 सितम्बर। बाबा रामदेवरा मेला अवसर पर हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी मेले में आने वाले लाखों मेलार्थियों के लिए निज मंदिर तथा लाईनों में खड़े श्रृद्धालुओं के लिए 37 स्काउट के बालचर/स्वयंसेवी संस्थाओं के सेवादार बड़े ही मनोयोग से बेहतरीन सेवाएं प्रदान कर रहे हैं।
राजस्थान राज्य भारत स्काउट गाईड पोकरण के षिविर संचालक श्री हनुमानसिंह राजपुरोहित ने बताया कि ये स्काउट के बालचर निःस्वार्थ भावना से लम्बी-लम्बी लाईनों में बाबा की समाधी के दर्षनार्थ प्रतीक्षारत खड़े लाखों श्रृद्धालुओं का स्वच्छ मीठा जलपान करवाने के साथ ही भीड़ नियंत्रण करने का कार्य एवं खोया-पाया कार्यो में सहयोग प्रदान कर रहे है।
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बाबा के भक्तजन परचा बावड़ी के पवित्र जल स्पर्ष कर मीटा रहे है कष्टपीड़ाए
रामदेवरा , 6 सितम्बर। जगविख्यात 632 वां भादवा बाबा रामदेवरा के दौरान बाबा रामसा पीर के समाधी के दर्षन करने आने वाले लाखों जातरु रामदेवरा अन्न क्षेत्र के पास स्थित बाबा द्वारा बनाई गई परचा बावड़ी के पवित्र जल शरीर के स्पर्ष कर अपने -आप को धन्य समझ रहे है तथा अपनी पीड़ाए एवं कलेष मिटा रहे है। ये श्रृद्धालूगण बोतले भर कर इस बावड़ी का पुनीत शुद्ध जल अपने साथ ले जा रहे है।
बडी आस्थ के साथ इस बार मेले में कई श्रृद्धालुगण लम्बी-लम्बी दूरी तय कर कनकदण्डवत करते हुए बाबा के दरबार पहुंच रहे है एवं बाबा रामसापीर के दर्षन कर मन्नते मांग रहे है। बिना किसी थकान महसूस किए भक्तजन बड़े ही उत्साहित नजर आ रहे है।
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बाबा रामदेवरा मेले में आए मेलार्थी मेला मैदान में विभिन्न विभागों
द्वारा लगाई गई प्रदर्षनियों का कर रहे है बड़ी रुचि के साथ अवलोकन
रामदेवरा , 06 सितम्बर। अंतर प्रांतीय सुविख्यात बाबा रामदेव जी के मेले में रामदेवरा स्थित मेला चैक में विभिन्न विभागों के माध्यम से राज्य सरकार की विविध विकाय योजनाओं एवं कल्याणकारी योजनाओं से संबंधित लगाई गई प्रदर्षनियाॅं मेले में कई मेलार्थियों के लिए आकर्षण का केन्द्र साबित हो रही है।
मेले के दौरान जिला सूचना एवं जन सम्पर्क कार्यालय जैसलमेर , चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग जैसलमेर , आयुर्वेदिक विभाग ,उपभोक्ता क्लब के द्वारा लगाई गई प्रदर्षनियों को मेले में आए कई मेलार्थी बड़ी रुचि के साथ प्रदर्षनी का अवलोकन कर रहे हैं एवं प्रचार सामग्री कर प्राप्त कर रहे है।
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रामसरोवर तालाब लबालब भरा होने के कारण मेलार्थियों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पर्याप्त मा़त्रा में
तैनात किए गए है नागरिक सुरक्षाकर्मी/आर.ए.सी के कुषल तैराक एवं जवान
रामदेवरा , 06 सितम्बर। बाबा रामदेवरा मेेले में बाबा रामसापीर द्वारा पूर्व में निर्मित रामसरोवर तालाब के इस बार बरसाती पानी से लबालब भरा होने देखते हुए मेले में आने वाले श्रृद्धालुओं की तालाब में स्नान करते वक्त डूबने की संभावित घटनाओं पर काबू पाने के लिए मेला प्रषासन के माध्यम से रामसरोवर तालाब की पाल पर पर्याप्त मात्रा में आर.ए.सी तथा नागरिक सुरक्षा के कुषल गौताखोर तथा जाबांज जवान तैनात किए गए है।
गौरतलब है कि मेलार्थियों की सुविधा के लिए नागरिक सुरक्षा जैसलमेर के चीफ वार्डन राजेन्द्र अवस्थी के नेतृत्व में 9 स्वयंसेवक चैबोसौं घंटे मोटर बोट के साथ अपनी तैराकी सेवाए प्रदान कर रहे है। तालाब की पाल पर महिलाओं के कपड़े बदलने की सुविधाओं के लिए अंकूर फाईवर सीमेंट की ओर से अस्थाई चैकियाॅं/कैबिन स्थापित किए गए हैं।
रामसरोवर की पाल पर मेलार्थियों की सुविधा के लिए चाईल्ड हैल्प लाईन 1098 द्वारा भी दिन-रात अपनी सेवाएं प्रदान कर सराहनीय सेवाएं प्रदान की जा रही है। इनके माध्यम से बच्चों की मदद के साथ ही मेलार्थियों को स्वच्छता का संदेष प्रदान किया जा रहा है।
आर.ए.सी. जोधपुर के हैड कांस्टेबल भगवानाराम ने बताया कि रामसरोवर तालाब पर चैबीसों घंट आर.ए.सी. के 6 जाबांज सफल तैराक एवं जवान लाईफ जाॅकेट व लाईफबाॅय मय तैनात किए गए है। वे बौट सहित सरोवर में जातरुओं डूबने से बचाने के लिए अपनी उत्कृष्ठ सेवाए प्रदान कर रहे है। इन कुषल तैराकों ने मेले के दौरान विभिन्न प्रदेषों से आए 6-7 लोगों को गहरे पानी में स्नान करते वक्त डूबने बचा कर उन्हें नव जीवन प्रदान किया है। इन जवानों एवं नागरिक सुरक्षाकर्मियों द्वारा रात्रि में नाव में घूम-घूम कर तालाब पर कड़ी गष्त की जा रही है ताकि डूबने की कोई घटना घटित न हो।
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