अजमेर समय है ज्ञान आधारित अर्थव्यवस्था का - जिला कलक्टर
अजमेर ज्ञान शक्ति है -जिला प्रमुख
अजमेर 8 सितम्बर। ज्ञान शक्ति, मित्रा एवं संरक्षक है। ज्ञान के द्वारा व्यक्ति अपनी योग्यताओं का अधिकतम उपयोग करके अपने साथ-साथ समाज को भी आगे बढ़ाने में योगदान दे सकता है। अन्तर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस के अवसर पर सूचना केन्द्र में आयोजित जिला लोक शिक्षा समिति के कार्यक्रम में गुरूवार को जिला प्रमुख सुश्री वंदना नोगिया ने यह बात कही।
उन्होंने कहा कि साक्षरता के कारण आने वाली पीढ़ियां जागरूक एवं सजग होगी। साक्षर व्यक्ति अपने जीवन में सफलता की नई ऊचांईया प्राप्त करता है। सरकार द्वारा समस्त जिले में लोक शिक्षा केन्द्र स्थापित कर प्रत्येक वर्ग को पढ़ने के नए अवसर प्रदान किए है। लोक शिक्षा केन्द्रों से प्रारम्भिक शिक्षा हासिल कर व्यक्ति परम्परागत विद्यालयों द्वारा प्रदान की जा रही शिक्षा से अपने जीवन को आलोकित कर सकता है। श्ाििक्षत व्यक्ति समाज और परिवार के प्रति दायित्वों का निवर्हन अच्छी तरह से कर सकता है। साक्षरता दिवस के अवसर पर शिक्षा का संदेश घर-घर पहुंचाने का कार्य प्रेरकों के माध्यम से किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि महिलाओं को प्रोत्साहित करके पढ़ाने से दो परिवारों में शिक्षा की अलक जगती है। महिला और पुरूष एक दूसरे के पूरक बनकर परिवार को आगे ले जाने में सहयोगी बनते है।
जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल ने कहा कि 21वी सदी की वर्तमान अर्थव्यवस्था ज्ञान पर आधारित है। विश्व की अर्थव्यवस्था कृषि से औद्योगिक क्रान्ति कि पश्चात उद्यमशीलता पर आधारित रही। उसके पश्चात सेवा क्षेत्रा में वृद्धि के कारण अर्थव्यवस्था की दिशा सेवा से ज्ञान की तरफ मुड़ गयी। परम्परागत तरीके से शक्ति अर्जन का स्थान ज्ञान के द्वारा शक्ति की प्राप्ति ने ले लिया। ज्ञान में वृद्धि के लिए व्यक्ति का साक्षर होना आवश्यक है। पढ़े लिखे व्यक्ति की झिझक दूर हो जाने से उसके लिए सफलताओं के अनंत द्वार खुल जाते है। साक्षरता अभियान की शुरूआत में किए गए कार्यों का परिणाम वर्तमान पीढ़ी द्वारा उपयोग में लिए जा रहे है। इसी प्रकार वर्तमान में साक्षरता के माध्यम से किए गए प्रयासों का फल भविष्य में प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि व्यक्तियों को साक्षर करने के साथ-साथ उन्हें कक्षा 3, 5 तथा 8वीं परीक्षा दिलाकर उसके समकक्ष लाने का प्रयास समाज में नई ऊर्जा तथा आत्मविश्वास पैदा करेगा। उन्होंने रोमन सैनी का उदाहरण देकर ज्ञान की उपयोगिता के बारे में उपस्थित प्रेरकों को विस्तारपूर्वक बताया।
अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी श्रीमती दर्शना शर्मा ने कहा कि बालक-बालिकाओं के साथ-साथ प्रोढ़ व्यक्ति भी अध्ययन के द्वारा अपने जीवन में बदलाव ला रहे है।
जिला साक्षरता एवं सतत् शिक्षा अधिकारी कमलेश यादव ने कहा कि अजमेर जिले के नव साक्षर दिल्ली में आयोजित अन्तर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस समारोह में अपनी अभिव्यक्ति देने गए हुए है। इन नवसाक्षरों में शिक्षा ने वह आत्मविश्वास जगाया है कि राष्ट्रीय स्तर के समारोह में अपनी उपस्थिति दर्शाएंगे। ये दो नवसाक्षर हिंगोनिया अंराई की सलमा बानों तथा खवास केकड़ी के हरजी गुर्जर है।
समारोह में साक्षरता से संबंधित पोस्टर तथा स्टीकर्स का विमोचन करने के साथ ही साक्षरता के क्षेत्रा में उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रेरकों को प्रशस्ति पत्रा व स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। इस दौरान आयोजित सांस्कृतिक प्रतियोगिताओं में प्रथम स्थान पर रहे सिलोरा एवं द्वितीय स्थान पर रहे श्रीनगर ब्लाॅक के दल को भी सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर अबु सूफियान चैहान एवं अतिरिक्त मुख्यकार्यकारी अधिकारी संजय माथुर सहित जिले के साक्षरता प्रेरक एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
कसाना ने किया पदभार ग्रहण
अजमेर 8 सितम्बर। नेहरू युवा केन्द्र के जिला युवा समन्वयक के रूप में श्री राजेन्द्र सिंह कसाना ने पदभार ग्रहण किया। श्री कसाना को जालौर एवं सिरोही के साथ अजमेर नेहरू युवा केन्द्र का अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है।
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