झालावाड़ जिला स्तरीय बुनकर पुरुस्कार घोषित
बुधवाड़ा की गीता पहले तथा आकोलिया की संतोष कंवर दूसरे स्थान पर
झालावाड़ 22 जुलाई। जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी की अध्यक्षता में आज जिला स्तरीय पुरस्कार समिति द्वारा बुनकरों के पुरस्कार घोषित किये गये। बुधवाड़ा की श्रीमती गीता ने पहला तथा आकोलिया की संतोष ने दूसर स्थान प्राप्त किया।
जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबंधक बाबूलाल मीणा ने बताया कि असनावर की धापु बाई को तृतीय पुरुस्कार के लिये तथा झिरी की राधा बाई को सांत्वना पुरस्कार के लिये चुना गया। उन्होंने बताया कि प्रथम पुरस्कार के लिये 5100 रुपये, द्वितीय के लिये 3100 रुपये, तृतीय के लिये 2100 रुपये तथा सांत्वना पुरस्कार के लिये 1100 रुपये दिये जायेंगे। प्रथम दो स्थानों पर रहने वाली बुनकरों की प्रतिष्टियां राज्य स्तरीय पुरस्कार समिति को भिजवायी जायेंगी। जिला स्तरीय बुनकर पुरस्कारों हेतु कुल 12 बुनकरों ने अपनी प्रविष्टियां प्रस्तुत कीं। ज्ञातव्य है कि गीता बाई विगत 10 साल से हथकरघा के कपड़े डिजाइन कर रही है। इसी प्रकार संतोष बाई भी कुशल बुनकर है उसे हाल ही में 7000 मीटर कपड़े का ऑर्डर मिला है।
जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने पुरस्कारों की घोषणा करते हुए कहा कि जिले में बुनकरों द्वारा तैयार किये जा रहे कपड़े की गुणवत्ता काफी अच्छी है जिसे राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रोमोट किये जाने की आवश्यकता है। जिला प्रशासन द्वारा तैयार की हैण्डीक्राफ्ट्स के प्रोमोशन के लिये तैयार की गई वैबसाईट के माध्यम से इन उत्पादों की ऑन लाइन बिक्री की जायेगी। जिला कलक्टर ने बुनकरों का आह्वान किया कि वे दाबू छापे के लिये आकोला की तर्ज पर मशीन का प्रयोग करें तथा जिला उद्योग केन्द्र मशीन की स्थापना में सहयोग दे। उन्होंने जिला उद्योग केन्द्र के महाप्रबन्धक को निर्देश दिये कि वे जिले के बुनकरों की समस्याओं पर एक नोट तैयार करें। जिला कलक्टर ने बैंकर्स का आह्वान किया कि वे बुनकरों को मुद्रा लोन से जोड़ें। इस अवसर पर दक्ष बुनकर हीरालाल तथा रामगोपाल भी समिति के सदस्य के रूप में उपस्थित थे।
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