गुरुवार, 28 जुलाई 2016

बाड़मेर। सात बालश्रम करने वाले बालकों को पुनर्वासित किया



बाड़मेर। सात बालश्रम करने वाले बालकों को पुनर्वासित किया
बाड़मेर। जिले की पुलिस व चाईल्ड लाईन द्वारा स्माईल द्वितीय अभियान के तहत जिले के शहर कोतवाली व समदड़ी थानान्तर्गत मंगलवार व बुधवार को बालश्रम से मुक्त करवाकर लाया गया नाबालिग बालकों को बाल कल्याण समिति बाड़मेर के समक्ष पेश किया गया जिन्हें उनके माता-पिता व संरक्षक को सुपुर्द कर पुनर्वासित किया गया।

चाईल्ड के समन्वयक सोनाराम ने बताया कि वर्तमान में राज्य भर मंे पुलिस विभाग द्वारा भिक्षावृत्ति, बालश्रम, गुमशुदा, नाबालिग बच्चों के संबंध में चलाये जा रहे स्माईल द्वितीय अभियान के तहत शहर कोतवाली व समदड़ी थानान्तर्गत बालश्रम से मुक्त करवाये गये सात बालकों को बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष श्रीमती नवनीत पचैरी व सदस्य राजाराम सर्राफ के समक्ष पेश किया जाकर इन बालकों के माता-पिता व संरक्षकों के सत्यापित दस्तावेजों की जांच करवारकर उन्हें बालश्रम से मुक्त करने की हिदायत देते हुए बालकों को परिजनों के संरक्षण में सुपुर्द किया गया।

बाल कल्याण समिति के सदस्य राजाराम सर्राफ ने बताया कि मंगलवार व बुधवार को शहर कोतवाली थानान्तर्गत 6 नाबालिग बालकों को बालश्रम से मुक्त करवाए गए बालकों को पेश किया गया। जिसमें दो बालकों को शहर के गोदारा भोजनालय से, एक बालक को मरूधर होटल बाड़मेर, एक बालक को जोधपुर बंगाली स्वीट होम बाड़मेर, एक बालक को चैहटन चैराहे के पास कबाड़ी की दुकान व एक बालक हीरो साईकिल वक्र्स स्टेशन रोड बाड़मेर से बालश्रम से मुक्त करवाकर शहर कोतवाली द्वारा बुधवार को लाया गया था।

समदड़ी थानान्तर्गत ने उत्तरप्रदेश निवासी एक बालक को मंगलवार को किसान दालबाटा भोजनालय समदड़ी से बालश्रम करते हुए पुलिस ने अपने संरक्षण में लेकर बाल कल्याण समिति के समक्ष पेश किया उसे गुरूवार को बाल कल्याण समिति बाड़मेर द्वारा उसके पिता व जीजा को उनके पुत्र होने के प्रमाण को देखते हुए बालक के उचित देखरेख व अच्छी परवरिश करने की हिदायत देते हुए बालक को पिता व जीजा के संरक्षण में सुपुर्द किया गया।

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