झालावाड़ आपदा प्रबंधन से जुड़ी समस्त व्यवस्थाऐं सुनिष्चित करें
झालावाड़ 10 जून। आपदा प्रबंधन की व्यवस्थाओं की विभागवार समीक्षा करते हुए जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी कहा कि मानसून आने से पूर्व प्रत्येक विभाग अपनी-अपनी जिम्मेदारी समझते हुए सभी आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित कर लें। उन्होंने कहा कि आपदा प्रबंधन से संबंधित व्यवस्थाओं में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतें अन्यथा संबंधित के खिलाफ आवश्यक कार्यवाही की जावेगी।
कार्यकारी ऐजेन्सियां पर्याप्त मात्रा में जुटाएं संसाधन
जिला कलक्टर ने आज मिनी सचिवालय के सभागार में आयोजित जिला आपदा प्रबंधन समिति की समीक्षा बैठक में कहा कि उपखण्ड अधिकारी, विकास अधिकारी, तहसीलदार, जल संसाधन विभाग, जलदाय विभाग, सार्वजनिक निर्माण विभाग, रसद विभाग, पुलिस विभाग, नगरपरिषद, नगर पालिकाओं सहित विभिन्न कार्यकारी ऐजेन्सियां रस्से, टार्च, ड्रेगन लाईट, पम्प सेट, मड पम्प, मिट्टी से भरे हुए कट्टे, जेसीबी, ट्रेक्टर, फावड़े, कुदाल, तगारी, नांव, खाली ड्रम, दमकल इत्यादि समस्त संसाधन एवं उपकरण पर्याप्त मात्रा में रखना सुनिश्चित करें तथा उनकी सूचीयां आपस में शेयर करें। उन्होंने कहा कि जर्जर भवनों को मानसून से पूर्व गिरा दिये जाएं ताकि बरसात में जान-माल की हानि न हो।
जिला कलक्टर ने कहा कि सार्वजनिक निर्माण विभाग नई एवं पुरानी पुलियाओं पर सूचना बोर्ड लगाये, सभी सरकारी कार्यालयों की छतों की सफाई करवाये। जयपुर डिस्कॉम विद्युत आपूर्ति को बनाये रखे। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी आवश्यक दवाईयां जिले के समस्त स्वास्थ्य केन्द्रों पर पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध रखें। शहरी क्षेत्रों में नगरपरिषद, नगर पालिकाएं नालों की सफाई करावें। पुलिस विभाग तैराकों की उपलब्धता आदि की व्यवस्थाएं पहले से सुनिश्चित करें। जल संसाधन विभाग बांधों की सुरक्षा, गेट, वेस्टवियर, वेस्टवियर बाईपास आदि का अवलोकन कर व्यवस्थाऐं सुनिश्चित करें तथा पहले से ही उनकी साफ-सफाई करवा लें।
उन्होंने कहा कि जिला मुख्यालय सहित सभी ऐजेन्सियां अपने-अपने नियंत्रण कक्षों को सक्रिय एवं संवेदनशील रखें तथा उनके दूरभाष नम्बर जनसामान्य में प्रचारित करावें। रसद विभाग नियमानुसार केरोसिन, पेट्रोल, गैस, खाद्य पदार्थ आदि का रिर्जव स्टॉक रखना सुनिश्चित करे। बाढ़ की स्थिति में लोगों को किस भवन में शिफ्ट किया जायेगा इसकी सूची तथा भवन की चाबी की पुख्ता व्यवस्था सुनिश्चित रखें। जिले में आपदा प्रबंधन से संबंधित एक हैण्डबुक भी तैयार की गई, जिसका आज विमोचन किया गया।
जिला पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र सिंह ने कहा कि यह जिला बरसात के दौरान बाढ़ से प्रभावित होता रहता है इसलिए सभी अधिकारी आपसी समन्वय के साथ सावचेत रहते हुए कार्य करें तथा छोटे-मोटे सभी संसाधनों को चैक करना सुनिश्चित करें।
गागरीन बांध क्षेत्र के लोगों को करें सावधान
जिला कलक्टर ने जल संसाधन विभाग के अभियंताओं को निर्देश दिये कि आगामी मानसून में गागरीन बांध पहली बार वर्षा जल से भरा जायेगा। इसलिए बांध के निकतवर्ती क्षेत्रों में विशेष ध्यान रखा जाये तथा लोगों को पहले से ही सावधान रहने के लिए सावचेत करते हुए मुनादी करवाये ताकि किसी प्रकार की जन हानि न हो।
आज की बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर खजान सिंह, मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामपाल शर्मा, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी नरेन्द्र सिंह पुरोहित, आयुक्त नगरपरिषद रामनारायण बड़गुर्जर, उपखण्ड अधिकारी रामचरण शर्मा, समस्त पुलिस उप अधीक्षक, पंचायत समितियों के विकास अधिकारी एवं विभिन्न ऐजेन्सियों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
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भेड़ निष्क्रमण कार्य योजना की समीक्षा
झालावाड़ 10 जून। जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी की अध्यक्षता में आज मिनी सचिवालय के सभागार में भेड़ निष्क्रमण कार्ययोजना को लेकर बैठक आयोजित की गई।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर खजान सिंह ने बताया कि भेड़ों का निष्क्रमण निर्धारित रास्तों से होकर ही किया जाये। उन्होंने संबंधित विभाग के अधिकारियों से कहा कि भेड़ निष्क्रमण के दौरान की जाने वाली समस्त व्यवस्थाओं को समय रहते सुनिश्चित कर लें तथा सौंपे गये दायित्वों का निवर्हन करें। उन्होंने आदर्श पशुधन कल्याण पर्यावरण विकास संस्था जोधपुर के अध्यक्ष होतीराम देवासी से कहा कि भेड़पालक भी अनुशासन में रहकर भेड़ निष्क्रमण का कार्य करें ताकि किसी को कोई नुकसान नहीं हो।
बैठक में पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. जी.के. श्रीवास्तव ने भेड़ निष्क्रमण मार्गों एवं कार्ययोजना पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने भेड़ निष्क्रमण के दौरान पुलिस बल, होमगार्ड, बच्चों की शिक्षा, चिकित्सा व्यवस्था, राशन वितरण, नियंत्रण कक्ष की स्थापना, निष्क्रमण मार्गों में झूलते तारों को ठीक कराने, ठहराव स्थलों पर पीने के पानी आदि व्यवस्थाओं के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों से गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी भेड़ निष्क्रमण संबंधी आवश्यक व्यवस्थाओं में सहयोग की आवश्यकता जताई।
बैठक में जिला पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र सिंह, मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामपाल शर्मा, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी नरेन्द्र सिंह पुरोहित, आयुक्त नगरपरिषद रामनारायण बड़गुर्जर, उपखण्ड अधिकारी रामचरण शर्मा, समस्त पुलिस उप अधीक्षक, पंचायत समितियों के विकास अधिकारी एवं जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
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आज यहां होगा राजस्व लोक अदालतों का आयोजन
झालावाड़ 10 जून। न्याय आपके द्वार अभियान के तहत शनिवार 11 जून को झालावाड़ जिले में 7 ग्राम पंचायतों में राजस्व लोक अदालतें आयोजित होंगी।
उपखण्ड पिड़ावा में सरखेड़ी, उपखण्ड गंगधार में पीपल्याखुर्द, उपखण्ड भवानीमण्डी में भेसानी, उपखण्ड अकलेरा में भालता, बोरखेड़ी गूजरान तथा उपखण्ड असनावर में रूपारेल, पनवासा ग्राम पंचायत में राजस्व लोक अदालतें आयोजित होंगी।
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गुरूवार को राजस्व लोक अदालत षिविरों में 1264 प्रकरण निर्णित
झालावाड़ 10 जून। झालावाड़ जिले में न्याय आपके द्वार अभियान - राजस्व लोक अदालत शिविरों में गुरूवार 8 जून को 1264 प्रकरण निर्णित किये गये।
जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने बताया कि उपखण्ड अधिकारी कोर्ट अकलेरा में 287, उपखण्ड अधिकारी कोर्ट खानपुर में 428, उपखण्ड अधिकारी कोर्ट झालावाड़ में 82, उपखण्ड अधिकारी कोर्ट पचपहाड में 192, उपखण्ड अधिकारी कोर्ट मनोहरथाना में 107 तथा उपखण्ड अधिकारी कोर्ट पिड़ावा में 168 प्रकरण निर्णित किये गये। इनमें से 9 प्रकरण बिना राजीनामे के निर्णित किये गये।
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मुख्यमंत्री सहायता कोष से मृतकों के आश्रितों को 2.50 लाख स्वीकृत
झालावाड़ 10 जून। जिले में विभिन्न सड़क दुर्घटनाओं में मृत्यु होने पर 5 मृतकों के आश्रितों को मुख्यमंत्री सहायता कोष से 2 लाख 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता स्वीकृत की गई है।
जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने बताया कि अलग-अलग सड़क दुर्घटनाओं में मृत्यु होने पर मृतक दुर्गाप्रसाद निवासी दीवलखेड़ा, कंचनबाई निवासी चछलाई, दिनेश कुमार निवासी मायाखेड़ी, सोनू निवासी खेड़लीमीरा तथा शांति बाई निवासी झीकड़िया के पात्र आश्रितों को 50-50 हजार रुपये की सहायता राशि स्वीकृत की गई है।
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राजकीय छात्रावासों एवं आवासीय विद्यालयों में प्रवेश प्रक्रिया प्रारम्भ
झालावाड़ 10 जून। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक डॉ. अजीत शर्मा ने बताया कि जिले में विभाग द्वारा संचालित निम्नांकित समस्त 23 छात्रावास राजकीय अम्बेडकर (अनुसूचित जाति) छात्रावास पिड़ावा, राजकीय अम्बेडकर (अनुसूचित जाति) छात्रावास तोपखाना झालावाड़, राजकीय अम्बेडकर (अनुसूचित जाति) छात्रावास उन्हेल नागेश्वर, राजकीय अम्बेडकर (अनुसूचित जाति) छात्रावास भीलवाड़ी, राजकीय सावित्री बाई फूले (अनुसूचित जाति) छात्रावास डग, राजकीय सावित्री बाई फूले (अनुसूचित जाति) छात्रावास झालावाड़, राजकीय अम्बेडकर (अनुसूचित जनजाति) छात्रावास अकलेरा, राजकीय अम्बेडकर (अनुसूचित जनजाति) छात्रावास खानपुर, राजकीय अम्बेडकर (अनुसूचित जनजाति) छात्रावास मनोहरथाना, राजकीय अम्बेडकर (अनुसूचित जनजाति) छात्रावास झालावाड़ (धनवाडा़), राजकीय अम्बेडकर (अनुसूचित जनजाति) छात्रावास सुनेल, राजकीय अम्बेडकर (अनुसूचित जनजाति) छात्रावास सारोलाकलां, राजकीय अम्बेडकर (अनुसूचित जनजाति) छात्रावास कोलूखेड़ी, राजकीय अम्बेडकर (अन्य पिछड़ा वर्ग) छात्रावास चौमेहला, राजकीय अम्बेडकर (अन्य पिछड़ा वर्ग) छात्रावास झालरापाटन, राजकीय देवनारायण (विशेष पिछड़ा वर्ग) छात्रावास अकलेरा, राजकीय देवनारायण (विशेष पिछड़ा वर्ग) छात्रावास खानपुर, राजकीय अम्बेडकर (स्वच्छकार) छात्रावास भवानीमण्डी, राजकीय अम्बेडकर (स्वच्छकार) छात्रावास बकानी, राजकीय सावित्री बाई फूले (स्वच्छकार) छात्रावास सरड़ा, राजकीय देवनारायण आदर्श (विशेष पिछड़ा वर्ग) छात्रावास झालावाड़, राजकीय कन्या महाविद्यालय स्तरीय (अनुसूचित जनजाति) छात्रावास झालावाड़ तथा नवीन छात्रावास, राजकीय सावित्री बाई फूले (अनुसूचित जाति) छात्रावास पचपहाड़ एवं राजकीय निष्क्रमणीय पशुपालको के छात्रो हेतु आवासीय विद्यालय धनवाड़ा झालावाड़ में शिक्षा सत्र 2016-17 में राजकीय छात्रावासों में प्रवेश के लिये ऑनलाईन प्रवेश प्रक्रिया प्रारम्भ कर दी गई है।
उन्होंने बताया कि उक्त प्रक्रिया नवीन प्रवेश एवं गत सत्र के उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं हेतु कक्षा 6 से उच्चतर कक्षा मे अध्ययनरत विद्यार्थी के लिये है। विभाग द्वारा प्रवेश हेतु नियमित समयावधि ऑनलाईन करने की अंतिम तिथि 15 जून .2016 रखी गई है। गत सत्र मे छात्रावास मे अध्ययनरत उत्तीर्ण छात्र-छात्राओं को पुनः पृथक से आवेदन करने की आवश्यकता नही होगी केवल गत परीक्षा की अंकतालिका पोर्टल पर अपलोड करनी होगी।
छात्रावास में प्रवेश के इच्छुक उक्त सभी श्रेणी के छात्र-छात्राओं को ऑनलाईन आवेदन विभागीय वेबसाईट ीजजचरूध्ध्ेरउेण्तंरंेजींदण्हवअण्पद अथवा ीजजचरूध्ध्ेरमण्तंरंेजींदण्हवअण्पद पर करना होगा। जिस हेतु आवश्यक दस्तावेज में यथा आवेदक का ईमेल आईडी, मोबाईल नम्बर, आधार नम्बर अथवा आधार ई.आई.डी. रसीद, भामाशाह कार्ड नम्बर अथवा भामाशाह रजिस्ट्रेशन नम्बर, मूल निवास प्रमाण पत्र, गत वर्ष की अंकतालिका, जाति प्रमाण पत्र, बीपीएल प्रमाण पत्र (केवल बीपीएल हेतु), माता और पिता का मृत्यु प्रमाण पत्र (केवल अनाथ बालक-बालिकाओं के लिये), पिता का मृत्यु प्रमाण पत्र (केवल विधवा के बालक-बालिकाओं के लिये) एवं राजस्थान के निष्क्रमणीय पशुपालक होने का प्रमाण पत्र (केवल निष्क्रमणीय पशुपालको के आवासीय विद्यालय धनवाड़ा झालावाड़ के लिये) उक्त सभी दस्तावेजो की आवेदक द्वारा स्वप्रमाणित स्केन प्रति ऑनलाईन अपलोड कर संलग्न करनी होगी, फाईल का आकर 200 के.बी. से कम होना चाहिये।
उन्होने बताया कि प्रवेश हेतु इच्छुक छात्र-छात्राएं जानकारी के लिये सम्बन्धित छात्रावास के अधीक्षक से स्थानीय स्तर पर सम्पर्क कर सकते है। निर्देशानुसार उक्त सभी आवेदन ऑनलाईन ही स्वीकार किये जाकर विभाग द्वारा नियमानुसार प्रवेश दिया जायेगा।
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तकनीकी संवर्ग के पदों का शुल्क लौटाने की अंतिम तिथि 15 जून
झालावाड़ 10 जून। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधीक्षण अभियंता अशोक कुमार जैन ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा विभाग में तकनीकी संवर्ग के पदों की सीधी भर्ती निरस्त किये जाने के कारण आवेदको का आवेदन शुल्क लौटाने का निर्णय लिया गया था। झालावाड़ जिले के ऐसे समस्त आवेदकों के आवेदन शुल्क के चैक इस कार्यालय द्वारा लौटाये जा रहे है। उन्होंने सभी आवेदकों से अनुरोध किया है कि वे अपने चैक 15 जून 2016 तक कार्यालय के सम्बन्धित कार्मिक से प्राप्त कर लेवे। आवेदक चैक प्राप्त करते समय अपना मूल टोकन एवं मूल फोटो आई.डी. एवं एक अतिरिक्त स्वप्रमाणित छायाप्रति साथ लेकर आवे। इस कार्य हेतु शनिवार एवं रविवार राजकीय अवकाश के दौरान भी कार्यालय खुला रहेगा।
मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान - सफलता की कहानी
पंचायत समिति भवानीमंडी में मुख्यमंत्री जल स्वावलम्बन अभियान अन्तर्गत ग्राम राजगढ ग्राम पंचायत नाहरघट्टा में विभिन्न कार्य फोर वाटर्स कन्सेप्ट के बेस पर करवाये गये है। चूंकि एमजेएसए अन्तर्गत जो जलग्रहण क्षैत्र चयन किया गया है। उसमें आने वाले ग्रामो में यह गांव सबसे नीचले स्तर का रिचेज एरिया हैं।
ग्राम राजगढ में मुख्यमंत्री जल स्वालम्बन अभियान में उस क्षैत्र की आवश्यकता के अनुसार गतिविधियों का चयन किया। सर्वे के दौरान यह निष्कर्ष निकला की पहाड़ों से मिट्टी तथा पानी बहकर चला जाता है। जिससे कारण पानी का संग्रहण नही हो पाता हैं। कैचमेन्ट एरिया के हिसाब से गणना कर स्ट्रेगर्ड ट्रैन्चेज 1400 संख्या, डीपसीसीटी 1500 मीटर, एसजीपीटी 500 एवं इसके अतिरिक्त प्रथम स्तर की जल धाराओ पर एमपीटी 2 संख्या हैं। सर्वे दल के साथ सर्वे कर विभाग द्वारा निर्धारित किये गये।
उक्त समस्त कार्यो से जो पानी व मिट्टी बहकर निकल जाती है उन पर अंकुश लगेगा। प्रत्येक स्ट्रेगर्ड स्ट्रैन्चेज में लगभग 4.5 क्यू0मी0 पानी की भराव क्षमता है एवं डीपसीसीटी प्रति दस मीटर पर 10 क्यू0मी0 पानी की भराव क्षमता रखती है एवं विभिन्न माप के एमपीटी एवं इनकी विभिन्न भराव क्षमता देखते 2800 क्यू0मी0 पानी एक बार में रूकेगा। यदि कुल भराव क्षमता देखे तो 23000 क्यू0 मी0 होती हैं चुकि स्ट्रेगर्ड ट्रैन्चेज, डीपसीसीटी एवं एमपीटी एक सीजन में कम से कम 6 बार भराने की क्षमता रखते है। अतः इस ग्राम हेतु हमारे विभाग द्वारा कुल पानी की मात्रा 138000 क्यू0मी0 रोकी जा सकेगी तथा इस पानी से कुल 250 है0 क्षैत्र सिंचित या जल स्तर में वृद्धि हेतु सहयोग प्रदान करेगा।
उल्लेखनीय है कि यह क्षैत्र संभवतः कृषि योग्य है। अतः इस क्षैत्र में संभावित सभी कार्य लिये गये है। इन कार्यो के सफल संपादन के उपरान्त कुओ के जल स्तर में बढोत्तरी होगी खेतो की उपजाऊ मिट्टी जो बरसात के बहकर चली जाती है का रूकाव होगा साथ ही उत्पादकता में वृद्धि होगी। पानी की उपलब्ध प्रचुर मात्रा के कारण फसल चक्र में परिवर्तन होगा इन सब के उपरान्त निकट भविष्य में गांवो में खुशहाली रहेगी। लोगो से इस संबंध में वार्ता की गई तो लोगो ने अवगत कराया की इन सब कार्यो के होने बाद गांवो में खुशहाली का माहोल बनेगा। हम सब सरकार एवं मुख्यमंत्री का आभार प्रकट करते है जिन्होने ऐसे शुभ कार्यो की लिए हमारे गांवो का चयन किया।
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