बाड़मेर.निर्जला एकादशी पर गर्मी में भी गुलजार हुआ बाजार
जिलें में गुरूवार को निर्जला एकादशी (भीम एकादशी) का पर्व मनाया जाएगा। इस महिलाओं व बालिकाओं ने सुबह उठकर नहा कर मंदिरों के दर्शन कर दान पुण्य किया।
धार्मिक मान्यता के अनुसार इस सुबह सुबह सूर्याेदय से पहले व सूर्योदय के बाद निराहार रहकर उपवास रखे तो उसे द्वादश एकादशी का फल मिलता है। इस दिन सुबह से लेकर दान पुण्य का दौर चला। वहीं बाजरों में जमकर खरीददारी हुई।
इनका हुआ दान
एकादशी पर बाजार व घरों में आम, मतीरा, खरबुजा, पंखे, ओले के लड्डु, ठण्ड़ाई, मटकी, सिंगोडा सेव, आलु पापडी, शरबत, लस्सी सहित कई खाद्य सामग्री का दाप पुण्य किया गया।
बाजरों में लगी भीड़ जमकर हुई खरीददारी
एकादशी पर्व पर बाजारों में ग्रामीण क्षेत्र के महिला व पुरूषों की भीड़ नजर आई। इस दौरान कई बार जाम की स्थिती बन गई।
वहीं मंदिरों के आगे अस्थाई बाजार लगे जिसमें खाने पीने की वस्तुओं के साथ खिलौनों के बाजार लगे। लोगों ने इस पर जमकर खरीदारी की। शाम होते होते भीड़ भाड़ कम हो गई। वहीं बसों व टेम्पों के उपर नीचे तक सवारिया बैठ कर यात्रा करती नजर आई।
चला मान मनुहार का दौर
बाजार में जगह जगह स्टालें लगाकर लोगों ने शरबत, आम, लस्सी, आईसक्रीम , खरबुजा, तरबूजा, सहित कई व्यंजनों को बाजार में आने वाले महिला पुरूषों व बच्चों को रोक रोक करि मनुहार की जा रही थी। एकादशी के चलते पुरा बाजार की धर्ममय नजर आया। हर कोई रोककर जनता की आवा भगत करता नजर आया।
कथा का आयोजन
इस दौरान महिलाओं ने पीपल की परिक्रमा कर एकादशी की कथा का श्रवण किया। वहीं बाजार में जसदेर धाम, सिद्वेश्वर महादेव मंदिर, चंचल प्राग मठ, हमीरपुरा मठ, भवानीगिरी मठ, जगतम्बा माता मंदिर, लोकेश्वर बालाजी मंदिर सहित कई मंदिरों में मेलें का माहोल्ल लजर आया।
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