शनिवार, 11 जून 2016

अजमेर शहर में 6 स्थानों पर लगी सेनेट्री नैपकीन पैड वैण्डिंग मशीन



अजमेर शहर में 6 स्थानों पर लगी सेनेट्री नैपकीन पैड वैण्डिंग मशीन

बालिकाओं और महिलाओं को मात्रा 10 रूपए में उपलब्ध होंगे सैनेट्री नैपकीन


अजमेर 11 जून। अजमेर में बालिकाओं और महिलाओं को सैनेट्री नैपकीन पैड ‘‘हैप्पी डेज’’ उपलब्ध कराने के लिए 6 स्थानों पर वैण्डिंग मशीन लगा दी गई। यहां मात्रा 10 रूपए में महिलाओं को तीन पैड का पैकेट उपलब्ध होगा। मशीन में एक,पांच और दस रूपए के सिक्के डालकर मात्रा एक बटन दबाने से सैनेट्री नैपकीन उपलब्ध हो जाएंगे। जिले में 70 स्थानों पर यह मशीने प्रथम चरण में लगाई जाएंगी। हाल ही में मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे ने पूरे प्रदेश में यह योजना लागू करने की घोषणा की है।

जिला कलक्टर श्री गौरव गोयल ने बताया कि अजमेर में आज सैटेलाईट चिकित्सालय, बस स्टैण्ड, राजकीय सावित्राी कन्या महाविद्यालय, सम्राट पृथ्वीराज चैहान राजकीय महाविद्यालय के गल्र्स काॅमन रूम, महिला आई.टी.आई एवं कोटड़ा स्थित महिला छात्रावास में आज सैनेट्री नैपकीन वैण्डिंग मशीन लगा दी गई। यहां बालिकाओं एवं महिलाओं को मात्रा 10 रूपए देकर एक बटन दबाते ही नैपकीन का पैकेट उपलब्ध होगा। जिले में 70 स्थानों पर यह वैण्डिंग मशीन स्थापित की जाएगी।

जिला कलक्टर श्री गोयल ने बताया कि यह नैपकीन वैण्डिंग मशीने एटीएम की तरह काम करेंगी। इनमें एक, पांच एवं दस रूपए के सिक्के डालकर नैपकीन पैड खरीदा जा सकेगा। भारत सरकार के उपक्रम एचएलएल लाईफ केयर लिमिटेड द्वारा लम्बे रिसर्च के पश्चात हैप्पी डेज के नाम से तैयार इन सैनेट्री नैपकीन को मात्रा 10 रूपए देकर खरीदा जा सकेगा। नैपकीन के पैकेट में 3 नैपकीन पैड मिलेंगे। खास बात यह है कि बाजार में उपलब्ध महंगे उत्पादों की तुलना में हैप्पी डेज पैड बेहद सस्ते एवं प्रसिद्ध उत्पादों के मुकाबले कहीं ज्यादा गुणवत्ता पूर्ण हैं। इनके साईड इफेक्ट भी नहीं हैं।

उन्होंने बताया कि इसके साथ ही वैण्डिंग मशीनों के पास एक इंसिनरेटर भी स्थापित किया जा रहा है। इस इंसिनरेटर में उपयोग में लिए गए पैड को नष्ट किया जा सकेगा ताकि पर्यावरण को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचे एवं खुले में पड़े रह गए नैपकीन से किसी तरह के इन्फैक्शन की संभावना भी समाप्त हो जाए।

जिला कलक्टर ने बताया कि यह मशीनें नैपकीन पैड की 24 घण्टे उपलब्धता सुनिश्चित करेंगी। साथ ही मेडिकल स्टोर पर जाने की ग्रामीण बालिकाओं व महिलाओं की स्वभाविक झिझक भी इससे समाप्त होगी। महिलाएं एवं बालिकाएं सिर्फ एक बटन दबाकर सैनेट्री नैपकीन पैड का पैकेट हासिल कर सकेंगी।

इस अवसर पर प्रशिक्षु आरएएस निशा अग्रवाल सहित योजना से जुड़े अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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