बाड़मेर सरहद का कुख्यात तस्कर नबिया पकड़ा गया ,जाली नोटों का गौरख धंधा
पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) हिंगलाजदान के अनुसार रामसर थानान्तर्गत गागरिया गांव निवासी नबिया उर्फ नवाब (58) पुत्र नीरू खां सिंधी को बाड़मेर पुलिस के सहयोग से सीमावर्ती क्षेत्र में पकड़ा गया। देर शाम उसे जोधपुर लाया गया। नबिया ने ही बाड़मेर के पचपदरा थानान्तर्गत भाण्डियावास निवासी किशनाराम विश्नोई को 98 हजार के नकली नोट दिए थे।
अफीम के एक किलो दूध के बदले ये नोट वह चित्तौड़गढ़ में पारसोली थानान्तर्गत काठुंडा रोड निवासी सवाई गुर्जर (50) पुत्र चुन्नीलाल व उसकी पत्नी शांति (48) को दे रहा था। तीनों को एनडीपीएस एक्ट मामलात की अदालत में पेश करने पर शांति को जेल तथा शेष दोनों को पांच-पांच दिन की पुलिस अभिरक्षा में भेजने के आदेश दिए गए। सरदारपुरा थानाधिकारी इस्माइल खान को जांच सौंपी गई है।
कमीशन पर ली थी जाली मुद्रा
किशनाराम ने पांच प्रतिशत कमीशन के बदले जाली मुद्रा बाजार में चलाने के लिए ली थी। किशनाराम 98 हजार के ही जाली नोट लाने की जानकारी दे रहा है, जो पुलिस के गले नहीं उतर रही।
नबिया पहले भी नकली नोट के साथ हो चुका है गिरफ्तार
सहायक पुलिस आयुक्त (बोरानाडा) नाजिम अली ने बताया कि आरोपी नबिया वर्ष 2005 में पांच लाख के नकली नोट, चौदह किलो हेरोइन, दो पिस्तौल के साथ गिरफ्तार हो चुका है। उसके आरडीएक्स के साथ भी पकड़े जाने की सूचना है।उसे हत्या के मामले में सजा हो चुकी है, जबकि सवाई गुर्जर को दुष्कर्म के मामले में छह साल की सजा हो चुकी है। दोनों जमानत पर रिहा हैं। उसके खिलाफ चांदी की तस्करी का मामला भी दर्ज है।
नबिया की सीमा पार रिश्तेदारी है। ऎसे में आशंका है कि वह जाली मुद्रा सीमा पार या गुजरात के कच्छ-भुज से लाया होगा। उससे तीन मोबाइल व चार सिम भी मिली हैं। उसके खिलाफ गुजरात के कच्छ में भी जाली मुद्रा का मामला दर्ज होने की संभावना है। जिसकी तस्दीक की जा रही है।
एक माह पूर्व भी 55 हजार रूपए में लिया था दूध
सूरसागर थानाधिकारी मदनलाल बेनीवाल के अनुसार आरोपी किशनाराम ने एक माह पहले भी नबिया से 55 हजार रूपए लिए थे। जिससे उसने सवाई गुर्जर से ही अफीम का एक किलो दूध खरीदा था। हालांकि किशनाराम का कहना है कि वह राशि जाली नहीं थी। सवाई गुर्जर ने भी 55 हजार रूपए के जाली होने या न होने से अनभिज्ञता जाहिर की है।
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