बाड़मेर सिवाना। सिवाना के बस स्टैण्ड पर नौ दिन पहले चालानी गार्डो को चकमा देकर फरार हुए कैदी तरूणपालसिंह को पुलिस ने शुक्रवार रात जोधपुर के बासनी थाना क्षेत्र के सांगरिया इलाके में धर दबोचा। सांगरिया चौकी के कांस्टेबल सोमताराम लुहार ने एक अन्य कांस्टेबल भागीरथराम के सहयोग से तरूणपालसिंह को गिरफ्तार किया।
सूचना पर सिवाना थानाधिकारी सुमेरसिंह राठौड़, समदड़ी थानाधिकारी अमरसिंह मय जाप्ता बासनी थाना पहुंचे। आरोपित कैदी को गिरफ्तार कर सिवाना लाया गया। थानाधिकारी सुमेरसिंह राठौड़ के अनुसार फरार कैदी तरूणपालसिंह अपनी महिला साथी से मिलने की फिराक में सांगरिया क्षेत्र से गुजर रहा था। इसी दौरान कांस्टेबल सोमताराम लुहार ने उसे देख लिया। उसने सांगरिया चौकी के कांस्टेबल भागीरथराम के सहयोग से उसे धर दबोचा।
अवकाश के बावजूद निभाई ड्यूटी
फरार कैदी को लेकर बासनी पुलिस थाना क्षेत्र को भी हिदायत थी। सांगरिया चौकी का कांस्टेबल सोमताराम लुहार शुक्रवार को अवकाश पर था। इसी दौरान उक्त कांस्टेबल की नजर फरार कैदी पर पड़ी। उसने इसकी सूचना साथी कांस्टेबल भागीरथराम को देकर उसके सहयोग से कैदी तरूणपालसिंह को पकड़ लिया।
जेल में मोबाइल पर रचा षड्यंत्र
कैदी तरूणपालसिंह ने पेशी की तारीख से पहले बालोतरा के उप जिला कारागृह में अपनी महिला साथी विनोद कंवर उर्फ सपना पुत्री लालसिंह निवासी धुंधाड़ा हाल सांगरिया जोधपुर तथा मुरलीधर उर्फ मुकेश पुत्र गणपताल गुर्जर गौड़ ब्राह्मण निवासी नाडी मौहल्ला पाली हाल नवचौकिया मौहल्ला जोधपुर के साथ 13 फरवरी को मोबाईल पर बात कर भागने का षड्यंत्र रचा था। 14 फरवरी को पेशी के दिन पूर्वनियोजित षड्यंत्र के तहत मुरलीधर उर्फ मुकेश अपनी मोटर साईकिल से पाली पहुंचा। यहां से महिला सहयोगी विनोद कंवर उर्फ सपना के साथ दूसरी बाइक से 14 फरवरी की सुबह सिवाना पहुंचा। विनोद कंवर को उतारने के बाद वह हेलमेट पहनकर तेज रफ्तार से बाइक लेकर बस स्टैण्ड पहुंचा। यहां ब्रेक करते ही कैदी तरूणपालसिंह चालानी गार्ड प्रहलादराम को धक्का देकर बाइक के पीछे बैठकर फरार हो गया था। गौरतलब रहे कि पुलिस ने घटना के दूसरे दिन ही आरोपित महिला सहयोगी को सांगरिया से दस्तयाब कर पूछताछ की तो सारा मामला खुल गया।
भगाने का सहयोगी भी आला नकबजन
कैदी तरूणपालसिंह को भगाने का आरोपी मुरलीधर उर्फ मुकेश भी आला दर्जे का चोर व नकबजन है। उसके खिलाफ जोधपुर सहित अन्य कई थानों में चोरी व नकबजनी के 8-10 मामले दर्ज है। कैदी को भगाने की मुख्य सूत्रधार विनोद कंवर उर्फ सपना एक बच्चे की मां है। देबावास गांव में उसकी शादी हुई थी, लेकिन बाद में तलाक हो गया। उसने जालोर के करड़ा थानांतर्गत सांवलावास निवासी हिस्ट्रीशीटर महेन्द्रसिंह पुत्र हंजाराम राजपुरोहित के साथ दूसरी शादी कर ली थी। बीते छह माह से यह महिला तरूणपालसिंह के सम्पर्क में थी।
सम्मानित होंगे कांस्टेबल
फरार कैदी को पकड़ने में मुख्य भूमिका निभाने वाले संागरिया चौकी के कांस्टेबल सोमताराम लुहार व भागीरथराम को सम्मानित किया जाएगा। थानाधिकारी के अनुसार पुलिस अधीक्षक हेमंत कुमार शर्मा ने दोनों कांस्टेबलों को एक-एक हजार रूपए नगद इनाम देने की घोषणा की।
करेंगे जांच
कैदी को भगाने के षड्यंत्र में सहयोगकर्ताओं का पता लगाया जा रहा है। जेल में रचे षड़यंत्र के लिए सिम कार्ड जेल में कैसे पहुंची, इसकी जांच की जाएगी। सुमेरसिंह राठौड़, थानाधिकारी, सिवाना
सूचना पर सिवाना थानाधिकारी सुमेरसिंह राठौड़, समदड़ी थानाधिकारी अमरसिंह मय जाप्ता बासनी थाना पहुंचे। आरोपित कैदी को गिरफ्तार कर सिवाना लाया गया। थानाधिकारी सुमेरसिंह राठौड़ के अनुसार फरार कैदी तरूणपालसिंह अपनी महिला साथी से मिलने की फिराक में सांगरिया क्षेत्र से गुजर रहा था। इसी दौरान कांस्टेबल सोमताराम लुहार ने उसे देख लिया। उसने सांगरिया चौकी के कांस्टेबल भागीरथराम के सहयोग से उसे धर दबोचा।
अवकाश के बावजूद निभाई ड्यूटी
फरार कैदी को लेकर बासनी पुलिस थाना क्षेत्र को भी हिदायत थी। सांगरिया चौकी का कांस्टेबल सोमताराम लुहार शुक्रवार को अवकाश पर था। इसी दौरान उक्त कांस्टेबल की नजर फरार कैदी पर पड़ी। उसने इसकी सूचना साथी कांस्टेबल भागीरथराम को देकर उसके सहयोग से कैदी तरूणपालसिंह को पकड़ लिया।
जेल में मोबाइल पर रचा षड्यंत्र
कैदी तरूणपालसिंह ने पेशी की तारीख से पहले बालोतरा के उप जिला कारागृह में अपनी महिला साथी विनोद कंवर उर्फ सपना पुत्री लालसिंह निवासी धुंधाड़ा हाल सांगरिया जोधपुर तथा मुरलीधर उर्फ मुकेश पुत्र गणपताल गुर्जर गौड़ ब्राह्मण निवासी नाडी मौहल्ला पाली हाल नवचौकिया मौहल्ला जोधपुर के साथ 13 फरवरी को मोबाईल पर बात कर भागने का षड्यंत्र रचा था। 14 फरवरी को पेशी के दिन पूर्वनियोजित षड्यंत्र के तहत मुरलीधर उर्फ मुकेश अपनी मोटर साईकिल से पाली पहुंचा। यहां से महिला सहयोगी विनोद कंवर उर्फ सपना के साथ दूसरी बाइक से 14 फरवरी की सुबह सिवाना पहुंचा। विनोद कंवर को उतारने के बाद वह हेलमेट पहनकर तेज रफ्तार से बाइक लेकर बस स्टैण्ड पहुंचा। यहां ब्रेक करते ही कैदी तरूणपालसिंह चालानी गार्ड प्रहलादराम को धक्का देकर बाइक के पीछे बैठकर फरार हो गया था। गौरतलब रहे कि पुलिस ने घटना के दूसरे दिन ही आरोपित महिला सहयोगी को सांगरिया से दस्तयाब कर पूछताछ की तो सारा मामला खुल गया।
भगाने का सहयोगी भी आला नकबजन
कैदी तरूणपालसिंह को भगाने का आरोपी मुरलीधर उर्फ मुकेश भी आला दर्जे का चोर व नकबजन है। उसके खिलाफ जोधपुर सहित अन्य कई थानों में चोरी व नकबजनी के 8-10 मामले दर्ज है। कैदी को भगाने की मुख्य सूत्रधार विनोद कंवर उर्फ सपना एक बच्चे की मां है। देबावास गांव में उसकी शादी हुई थी, लेकिन बाद में तलाक हो गया। उसने जालोर के करड़ा थानांतर्गत सांवलावास निवासी हिस्ट्रीशीटर महेन्द्रसिंह पुत्र हंजाराम राजपुरोहित के साथ दूसरी शादी कर ली थी। बीते छह माह से यह महिला तरूणपालसिंह के सम्पर्क में थी।
सम्मानित होंगे कांस्टेबल
फरार कैदी को पकड़ने में मुख्य भूमिका निभाने वाले संागरिया चौकी के कांस्टेबल सोमताराम लुहार व भागीरथराम को सम्मानित किया जाएगा। थानाधिकारी के अनुसार पुलिस अधीक्षक हेमंत कुमार शर्मा ने दोनों कांस्टेबलों को एक-एक हजार रूपए नगद इनाम देने की घोषणा की।
करेंगे जांच
कैदी को भगाने के षड्यंत्र में सहयोगकर्ताओं का पता लगाया जा रहा है। जेल में रचे षड़यंत्र के लिए सिम कार्ड जेल में कैसे पहुंची, इसकी जांच की जाएगी। सुमेरसिंह राठौड़, थानाधिकारी, सिवाना
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