नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट के जज एके गांगुली और तहलका के पूर्व मुख्य संपादक तरुण तेजपाल पर यौन शोषण के आरोपों के बाद अब अमेरिका में एक सीईओ पर यौन शोषण के आरोप का मामला सामने आया है। भारत के इन दो मामलों और अमेरिका के इस केस में फर्क इतना है कि हमारे देश में पुरुषों पर यौन शोषण के आरोप लगे हैं, जबकि न्यूयॉर्क के मामले में आरोप महिला सीईओ पर लगे हैं। अमेरिकी मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार, 'आर्ची कॉमिक्स' की 59 वर्षीय सीईओ नैंसी सिलबरकेट से परेशान होकर पांच कर्मचारियों ने उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया है।
न्यूयॉर्क के वेस्टचेस्टर स्थित कंपनी 'आर्ची कॉमिक्स' में नैंसी ने कंपनी के संस्थापक और अपने पति लुई सिलबरकेट की 2008 में मौत के बाद कंपनी में को-सीईओ के तौर पर ज्वाइन किया था। न्यूयॉर्क डेली न्यूज के अनुसार, नैंसी पर कंपनी के कर्मचारियों ने आरोप लगाया है कि लगातार 'पेनिस', 'पेनिस' चिल्लाती हैं और कर्मचारियों को उनके नाम की जगह प्राइवेट पार्ट के नाम से बुलाती हैं।
नैंसी ने आरोपों पर क्या कहा
'आर्ची कॉमिक्स' की सीईओ नैंसी सिलबरकेट ने यौन शोषण के आरोपों को साजिश बताया है। उनका कहना है कि वह कंपनी की कॉमिक्स के दो कार्टूनों में बदलाव करना चाहती थीं, लेकिन उन्हें ऐसा करने से रोका गया। नैंसी का आरोप है कि सैम लैविटन ने उनसे सेक्स करने की इच्छा जताई थी, लेकिन उन्होंने इन्कार कर दिया, जिसके बाद सैम उनके खिलाफ साजिश रची।
आरोप लगाने वालों में कंपनी के प्रेसीडेंट भी
'आर्ची कॉमिक्स' की सीईओ नैंसी सिलबरकेट जिन लोगों ने आरोप लगाया है, उनमें कंपनी के प्रेसीडेंट और एडिटर इन चीफ भी शामिल हैं। इनके साथ सैम लैविटन भी आरोप लगाने वालों में शामिल हैं। सैम का कहना है कि नैंसी की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। वह न तो कर्मचारियों से कम्युनिकेट कर पाती हैं और न ही बिजनेस प्लान कर पाती हैं। अगर वह ऐसे ही मनमर्जी करती रहीं तो कंपनी को डुबो देंगी।
दूसरी ओर भारत में चल रहे यौन शोषण के मामलों पर सुप्रीम कोर्ट के वकील मुकुल रोहतगी ने कानूनी पहलुओं पर बात की है।
न्यूयॉर्क के वेस्टचेस्टर स्थित कंपनी 'आर्ची कॉमिक्स' में नैंसी ने कंपनी के संस्थापक और अपने पति लुई सिलबरकेट की 2008 में मौत के बाद कंपनी में को-सीईओ के तौर पर ज्वाइन किया था। न्यूयॉर्क डेली न्यूज के अनुसार, नैंसी पर कंपनी के कर्मचारियों ने आरोप लगाया है कि लगातार 'पेनिस', 'पेनिस' चिल्लाती हैं और कर्मचारियों को उनके नाम की जगह प्राइवेट पार्ट के नाम से बुलाती हैं।
नैंसी ने आरोपों पर क्या कहा
'आर्ची कॉमिक्स' की सीईओ नैंसी सिलबरकेट ने यौन शोषण के आरोपों को साजिश बताया है। उनका कहना है कि वह कंपनी की कॉमिक्स के दो कार्टूनों में बदलाव करना चाहती थीं, लेकिन उन्हें ऐसा करने से रोका गया। नैंसी का आरोप है कि सैम लैविटन ने उनसे सेक्स करने की इच्छा जताई थी, लेकिन उन्होंने इन्कार कर दिया, जिसके बाद सैम उनके खिलाफ साजिश रची।
आरोप लगाने वालों में कंपनी के प्रेसीडेंट भी
'आर्ची कॉमिक्स' की सीईओ नैंसी सिलबरकेट जिन लोगों ने आरोप लगाया है, उनमें कंपनी के प्रेसीडेंट और एडिटर इन चीफ भी शामिल हैं। इनके साथ सैम लैविटन भी आरोप लगाने वालों में शामिल हैं। सैम का कहना है कि नैंसी की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। वह न तो कर्मचारियों से कम्युनिकेट कर पाती हैं और न ही बिजनेस प्लान कर पाती हैं। अगर वह ऐसे ही मनमर्जी करती रहीं तो कंपनी को डुबो देंगी।
दूसरी ओर भारत में चल रहे यौन शोषण के मामलों पर सुप्रीम कोर्ट के वकील मुकुल रोहतगी ने कानूनी पहलुओं पर बात की है।
ठण्ड कलेजे पै गई, दर्ज हुआ जो केस |
जवाब देंहटाएंनहीं धुले ये दूध के, जाने देश विदेश |
जाने देश विदेश, बड़ी अलबेली काकी |
किसमे कितना सेक्स, चाल चल जाय बला की |
पाण्डव का आभार, शिकायत जो हैं भेजे |
फांसी शिकंजे नारि, पड़ी इत ठण्ड कलेजे ||