शुक्रवार, 6 दिसंबर 2013

1971 भारत पाक युद्ध। … 10 पैरा कमाण्डो ने जीता था छाछरो

1971 भारत पाक युद्ध। … 10 पैरा कमाण्डो ने जीता था छाछरो 

1971: 'द डेजर्ट स्कॉर्पियो' के डंक से पस्त हुआ था पाकिस्तान!

सन् 1971 के युद्ध में पश्चिमी क्षेत्र में भी पाकिस्तान को धूल चटाने वाली भारतीय फौज के जलवे शुक्रवार को साकार हो उठे। मौका था 'छाछरो दिवस' का। थल सेना के 10 पैरा स्पेशल कमांडो ने इस अवसर पर 42  साल पुराने सुनहरे अतीत की यादें ताजा की और एक दूसरे को बधाई दी।


12 कोर के सैन्य क्षेत्र में इस अवसर पर विशेष सैनिक सम्मेलन तथा बड़ा खाना का आयोजन किया गया। इसमें सैन्य अफसरों व उनके परिजनों के अलावा 1971 के युद्ध में भाग ले चुके गौरव सैनानी भी मौजूद थे।


पाकिस्तान की 80 किमी इलाके पर कब्जा: थल सेना स्पेशल फोर्स 10 पैरा कमांडों 'द डेजर्ट स्कॉर्पियो' की स्थापना 1 जून, 1967 को लेफ्टिनेंट कर्नल एनएस उथाया के नेतृत्व में थार में विशेष ऑपरेशन के लिए की गई थी।


वर्ष 1971 के भारत पाकिस्तान युद्ध में 'ऑपरेशन कैक्टस लिली' के दौरान 10 पैरा को पाकिस्तान के अंदर घुसकर 80 किमी से ज्यादा के क्षेत्र में सिंध क्षेत्र के छाछरों तक हमला की टास्क दी गई थी।
10 पैरा कमाण्डो ने युद्ध सम्मान दिवस मनाया 10 पैरा कमाण्डो स्पेशल प ाsर्सेज `द् डेजक्वर्ट स्कोर्पियो' ने शुक्रवार को एक खास समारोह में `छाछरो दिवस' मनाया। समारोह में बडक्वी संख्या में पूर्व सैनिक और उनके परिजन शामिल हुए। 10 पैरा कमाण्डो स्पेशल प ाsर्सेज की स्थापना 1 जून 1967 को ले. कर्नल एन.एस. उथाया के नेतृत्व में रेगिस्तान में स्पेशल ऑपरेशन करने के लिए हुई थी। 1971 के भारत-पाक युद्ध `ऑपरेशन कैक्टस लिली' के दौरान पल्टन को पाकिस्तानी सीमा के 80 किलोमीटर भीतर छाछरो-सिध पर हमला करने का आदेश मिला। पल्टन ने युद्ध के दौरान दुश्मन धरती छाछरो, वीरवाह, नागरपरकार, इस्लाम कोट पर 6-7 दिसम्बर 1971 की रात कई हमले किए। इन सप ल हमलों के कारण भारतीय सेनाओं को दुश्मन के भीतरी क्षेत्रों में जाकर बडक्वे क्षेत्रों पर कब्जा करने का मौका मिला। इस अदम्य साहस से, पल्टन को युद्ध सम्मान छाछरो तथा थियेटर ऑनर सिंध पदान किए गए। इस साहसिक नेतृत्व, दूरदर्शिता के प लस्वरूप 10 पैरा कमाण्डो स्पेशल प ाsर्सेज `द् डेजक्वर्ट स्कोर्पियो' के तत्कालीन कमान अधिकारी ब्रिगेडियर सेवानिवृत्त सवाई भवानी सिंह को महावीर चक पदान किया गया। इसके अतिरिक्प, यूनिट को भी दो वीर चक, 3 सेना मेडल और एक मेन्शन-इन-डिस्पेच पदान किया गया।

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