अजमेर। कार्तिक चर्तुदशी पर शनिवार को विश्व विख्यात पुष्कर स्थित पवित्र सरोवर में संतों के सामूहिक रूप से शाही स्नान के साथ ही चौथा पंचतीर्थ महास्नान शुरू हो गया।
हल्की ठंड के बीच सवेरे सात बजे सेन भक्ति पीठ के संस्थापक सेनाचार्य अचलानंद एवं स्वामी प्रेमदास के सानिध्य में बैडबाजों के साथ रामधुनी गाते हुए कस्बे के मंदिर एंव मठ के संत महंत गुरूद्वारे से सप्तऋषि घाट पहुंचे।
जहां मंत्रोच्चार के साथ संतों ने ब्रह्मघाट पर पहुंच पूजा अर्चना कर शाही स्नान किया। शाही स्नान के बाद संत परिक्रमा करते हुये शोभायात्रा के रूप मेंगऊ घाट, वराह घाट होते हुए गंतव्य की ओर रवाना हुए। कार्तिक चर्तुदशी पर स्नान के लिये बीती रात ही भारी संख्या में श्रद्धालु पुष्कर पहुंच गये और भोर होते ही सरोवर में डुबकियां लगाना शुरू कर दी।
जिला प्रशासन ने पंचतीर्थ स्नान के मद्देनजर घाटों पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए हैं। इसके तहत पुलिस के जवानों के साथ ही स्काउट एवं गाइड को भी लगाया गया है। जिला प्रशासन ने कल कार्तिक पूर्णिमा के दौरान कस्बे में व्यवस्था बनाये रखने के लिए विशेष व्यवस्था की है।
हल्की ठंड के बीच सवेरे सात बजे सेन भक्ति पीठ के संस्थापक सेनाचार्य अचलानंद एवं स्वामी प्रेमदास के सानिध्य में बैडबाजों के साथ रामधुनी गाते हुए कस्बे के मंदिर एंव मठ के संत महंत गुरूद्वारे से सप्तऋषि घाट पहुंचे।
जहां मंत्रोच्चार के साथ संतों ने ब्रह्मघाट पर पहुंच पूजा अर्चना कर शाही स्नान किया। शाही स्नान के बाद संत परिक्रमा करते हुये शोभायात्रा के रूप मेंगऊ घाट, वराह घाट होते हुए गंतव्य की ओर रवाना हुए। कार्तिक चर्तुदशी पर स्नान के लिये बीती रात ही भारी संख्या में श्रद्धालु पुष्कर पहुंच गये और भोर होते ही सरोवर में डुबकियां लगाना शुरू कर दी।
जिला प्रशासन ने पंचतीर्थ स्नान के मद्देनजर घाटों पर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए हैं। इसके तहत पुलिस के जवानों के साथ ही स्काउट एवं गाइड को भी लगाया गया है। जिला प्रशासन ने कल कार्तिक पूर्णिमा के दौरान कस्बे में व्यवस्था बनाये रखने के लिए विशेष व्यवस्था की है।
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