शुक्रवार, 15 नवंबर 2013

श्रीमान डटे तो श्रीमती भी पीछे नहीं

बाड़मेर। कांग्रेस और भाजपा दोनों दलों के प्रत्याशियों की रातों की नींद उड़ी हुई है। सुबह घर से निकलना और रातभर तक राजनीति। जाहिर है ऎसे में उनकी श्रीमती को भी बड़ी चिंता होगी, लेकिन ताज्जुब ही है कई राजनेताओं के घर इससे एकदम अछूते है तो कुछ की जोड़ायत भी अपने पति का साथ देने प्रचार प्रसार में उतर रही है। महिलाओं से संपर्कका जिम्मा उठाने का जिम्मा उन्होंने लिया है।
भाजपा प्रत्याशी लाधुराम विश्नोई की जोड़ायत मधुदेवी उनका चुनाव प्रचार-प्रसार में पूरा साथ दे रही है। सुबह 8 से रात 8 बजे तक वे क्षेत्र में रहकर महिलाओं की बैठकें लेती है। उनके साथ पुत्री डिंपल विश्नोई भी है। मधुदेवी के लिए पति की जीत इस बार भी जज्बां बनी हुईहै। पिछले दो चुनावों में भी उन्होंने अपनी ओर से कोई कोर कसर नहीं छोड़ी। वे मानती है कि उनके पति चुनाव जीतते हैतो क्षेत्र का विकास करवाएंगे। जो समस्याएं हर वर्ग से जुड़ी हैउनका निराकरण होगा, भरोसा है कि इस बार फतेह होगी। मधुदेवी ने पढ़ाई नहीं की है।

सिवाना. सिवाना विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी हमीरसिंह भायल की पत्नी श्रीमत छैल कंवर भी चुनाव प्रचार में डटी हुई है। उन्होंने बताया कि वह भी अपने पति के समर्थन में चुनाव प्रचार कर रही है। घरेलू कामकाज निपटाने के बाद समय निकालकर महिला मतदाताओं से सम्पर्क कर मतदान की अपील कर रही है।

शिव. कांग्रेस प्रत्याशी अमीन खां की पत्नी श्रीमती समानी को चुनाव से कोई लेना देना नहीं है कि उनके पति चुनाव लड़ रहे हंै। अपनी गृहस्थी में खुश रहने वाली समानी प्रचार प्रसार को भी नहीं जाती है। बकौल शिव ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष बच्चूखां समानी अमीनखां पहली बार मंत्री बने लेकिन समानी जयपुर भी उनके साथ नहीं गई है। उनकी दुनिया देताणी गांव में अपने परिवार तक सीमित है।

बायतु. बायतु से कांग्रेस प्रत्याशी कर्नल सोनाराम चौधरी की धर्मपत्नी श्रीमती विमला चौधरी स्नातकोत्तर उत्तीर्ण है। जोधपुर में निवास कर रही श्रीमती चौधरी इससे खुश है कि उनके पति जनसेवा का कार्य कर रहे हैं। स्वास्थ्य ठीक नहीं होने से वे प्रचार प्रसार नहीं कर रही है।

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