पेइचिंग। चीन लंबे समय से चली आ रही अपनी "वन चाइल्ड" की नीति में ढील देने जा रहा है। अब अगर दंपती में से कोई भी अपने माता-पिता की इकलौती संतान होगा तो उसे दो बच्चे पैदा करने की इजाजत होगी।
चीन के राष्ट्रपति और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) के महासचिव शी चिनफिंग की अध्यक्षता में हाल ही में हुई पूर्ण बैठक में तीन दशक पुरानी एक बच्चे की नीति में बदलाव को मंजूरी दी गई।
नए नियमन के तहत करोड़ों ऎसी दंपत्तियों को दो बच्चे पैदा करने की आजादी होगी जो 70 के दशक से सख्ती से लागू परिवार नियोजन नीति के तहत जन्मे हैं और उनका कोई सगा भाई-बहन नहीं है।
चीन में 1970 के दशक के अंत में जनसंख्या की अंधाधुंध वृद्धि को रोकने के लिए जनसंख्या पर नियंत्रण की नीति को लागू किया गया था।
सीपीसी की केंद्रीय समिति की नौ नवंबर से 12 नंवबर के बीच हुई 18 बैठकों में इन फैसलों को मंजूरी दी गई। अब चीन इस नई नीति को सरकारी मूल नीति के साथ लागू करेगा।
पिछले साल की आधिकारिक रिपोर्ट के मुताबिक, चीन में करीब 18.5 करोड़ लोगों की उम्र 60 से अधिक है जो आबादी का 13.7 प्रतिशत है. वर्ष 2015 में यह संख्या बढ़कर 22.1 करोड़ पर पहुंचने की संभावना है।
चीन के राष्ट्रपति और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) के महासचिव शी चिनफिंग की अध्यक्षता में हाल ही में हुई पूर्ण बैठक में तीन दशक पुरानी एक बच्चे की नीति में बदलाव को मंजूरी दी गई।
नए नियमन के तहत करोड़ों ऎसी दंपत्तियों को दो बच्चे पैदा करने की आजादी होगी जो 70 के दशक से सख्ती से लागू परिवार नियोजन नीति के तहत जन्मे हैं और उनका कोई सगा भाई-बहन नहीं है।
चीन में 1970 के दशक के अंत में जनसंख्या की अंधाधुंध वृद्धि को रोकने के लिए जनसंख्या पर नियंत्रण की नीति को लागू किया गया था।
सीपीसी की केंद्रीय समिति की नौ नवंबर से 12 नंवबर के बीच हुई 18 बैठकों में इन फैसलों को मंजूरी दी गई। अब चीन इस नई नीति को सरकारी मूल नीति के साथ लागू करेगा।
पिछले साल की आधिकारिक रिपोर्ट के मुताबिक, चीन में करीब 18.5 करोड़ लोगों की उम्र 60 से अधिक है जो आबादी का 13.7 प्रतिशत है. वर्ष 2015 में यह संख्या बढ़कर 22.1 करोड़ पर पहुंचने की संभावना है।
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