शुक्रवार, 8 फ़रवरी 2013

चुंधि गणेशजी की एक छोटी सी पूजा से सच हो सकता है घर का सपना.



चमत्कारी और आस्था का प्रतिक हें चुंधि गणेशजी का मंदिर
चुंधि गणेशजी की एक छोटी सी पूजा से सच हो सकता है घर का सपना.

चन्दन सिंह भाटी 

जैसलमेर संस्कृति और परम्पराव के निर्वहन को लेकर अपनी खास पहचान रखने वाले जैसलमेर जिले में अदभूत गणेशजी की बड़ी मान्यता ,हें जैसलमेर के लोगो की इस गणेश के प्रति आस्था देखते बनती हें ,जिला से बारह किलोमीटर दूर चुंधि स्थान पर गणेश जी मंदिर हें ,कोई एक सड़ी से अधिक इस पुराने मंदिर के प्रति लोगो को अगाध श्रधा हें ,चुंधि गणेश के नाम से मशहूर यह स्थान रमणीक स्थान हें ,बुधवार को पूरा शहर दर्शनार्थ आता हें चुंधि गणेश को ना केवल चमत्कारी माना जाता हें अपितु इस गणेश की आराधना करने वालो की मनोकामनाए भी शीघ्र पूर्ण होती हें ,गणेश मंदीर स्थानीय नदी के बहाव क्षेत्र में ,स्थित हें बरसात के दिनों में यह मंदिर पानी से डूब जाता हें ,इस मंदिर के आस पास नदी क्षेत्र के पत्थर हें .गणेशजी का छोटा सा मंदिर हें जहां गणेश की मूर्ति विद्यमान हें .मूर्ति के सामने मूषक की मूर्ति हें ,बेहद आकर्षक चुंधि गणेश की मूर्ति अनायास ही अपनी और आकर्षित , हें श्रदलुओ का लगा रहता हें ,प्रतिदिन सेकड़ो की में लोग आते हें ,यहाँ दर्शन करने वाला हर शख्स मंदिर के आस पास बिखरे पत्थरो से अपना मकान घर बनता हें इस कमाना के साथ की उसका स्वयं का मकान  जल्द बने .गणेशजी माकन बनामने वालो की कामना जल्द पूर्ण करते हें ,मंदिर नदी के बहाव क्षेत्र में हें ,मंदीर के दोनों और दो कुँए बने हे बारे में मान्यता हें की इन कुओं में गंगा हरिद्वार का पानी आता हें ,किदंवती हें की एक शरादालू के रिश्तेदार हरिद्वार में गंगा स्नान कर रहे थे खुद चुंधि के इस कुए के पास तपस्या कर रहा ,था उसकी रिश्तेदार के हाथ का कंगन गंगा में बह ,गया यह कंगन श्रदालु को तपस्या के दौरान चुंधि में . मान्यता हें की साल में एक बार इन कुओं में गंगा का पानी आता हें . एक छोटे से पत्थर से आपको मिल सकता है अपना मकान. एक छोटी सी पूजा से सच हो सकता है घर का सपना. जैसलमेर में गणपति का परम धाम है जहां आप अगर पत्थर से छोटा सा मकान बना दें तो आपको अपना मकान मिलते देर नहीं लगेगी.


रामदरबार ....चुंधि में रामदरबार का बेहद सुन्दर मंदिर ,स्थापित हें , इस मंदिर में ठीक सामने राम दरबार का मंदीर हें जिसमे राम ,,लक्षमण सीता और हनुमान विराज रहे हें ,इस मंदिर के बाईं और हनुमानजी की मूर्ति स्थापित हें तो और बाल कान्हा की लाडू गोपाल अवस्था की बेहद आकर्षक मूर्ति हें पालने में विराजमान लाडू गोपाल को आने वाला हर श्रद्धालु झूला देता हें ,इस मंदिर में ठीक सामने शिव लिंग स्थापित हें ,कांच से निर्मित यह मंदिर सिर्फ , देखने से मतलब रखता हें ,चुंधि गणेशजी के प्रति अगाध श्रद्धा इस मंदिर को ख़ास बनाता हें .शहरवासी पारिवारिक गोठ सामूहिक भोजन अक्सर चुंधि में करते हें .

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