सोमवार, 27 अगस्त 2012

सोनिया के दौरे को लेकर कांग्रेस में आंतरिक राजनीति

सोनिया के दौरे को लेकर कांग्रेस में आंतरिक राजनीति

कर्नल के  बगावती तेवर 

बाड़मेर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के 30 अगस्त को प्रस्तावित राजस्थान के रेगिस्तानी क्षेत्र बाड़मेर दौरे को लेकर कांग्रेस में ही 'आंतरिक राजनीति' शुरू हो गई है।

राज्य सरकार इस दिन बाड़मेर लिफ्ट कैनाल प्रोजेक्ट का उद्घाटन कराने जा रही है, लेकिन पार्टी के ही वरिष्ठ विधायक कर्नल सोनाराम चौधरी ने इस प्रोजेक्ट के पहले ही शुरू हो जाने की बात कहकर दुबारा से उद्घाटन पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

विधायक सोनाराम ने कहा है कि इस प्रोजेक्ट को तो 1994 में ही शुरू कर दिया गया था और अभी यह पूरा भी नहीं हुआ है। सोनाराम ने इस बारे में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को दस्तावेज भी उपलब्ध कराए है, जिसमें यह बताया गया है कि यह पुराना काम है, जिसका नवीनीकरण कर बटन दबवाया जा रहा है।

सोनाराम ने कांग्रेस अध्यक्ष के साथ ही अन्य कांग्रेस नेताओं को भी दस्तावेज भेजे हैं, जिनमें पुरानी फोटो भी है। सोनाराम को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के खिलाफ खड़े हुए असंतुष्ट विधायकों का अगुवा माना जाता है और वह कई बार गहलोत के खिलाफ सोनिया गांधी को शिकायत भी कर चुके हैं। वे इन दिनों दिल्ली में है और मुख्यमंत्री के खिलाफ अभियान चला रहे हैं, पुराने प्रोजेक्ट का फिर से उद्घाटन कराने को मुख्यमंत्री द्वारा सोनिया गांधी को खुश करने की कोशिश का आरोप लगाते हुए वे गहलोत विरोधी अन्य विधायकों के साथ केन्द्रीय नेताओं से मिल रहे है।

इधर बाड़मेर के सांसद हरीश चौधरी ने सोनाराम चौधरी के आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि रेगिस्तानी जिले बाड़मेर में पानी लाने की पहल ही पहली बार हुई है। उन्होंने कहा कि पहले किसी भी परियोजना का उद्घाटन नहीं हुआ है।

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