भीनमाल
जब प्रभूराम से बात हुई तो उसने दोनों को निंबड़ी बेरा बुलाया। प्रभूराम ने 60 हजार रुपए लेकर खेत पर काम कर रहे श्रमिक खंगाराराम को दे दिए। उस वक्त ब्यूरो के एएसपी चैनसिंह राजपुरोहित ने वहां दबिश दी और 60 हजार रुपए बरामद कर प्रभूराम व खंगाराराम को गिरफ्तार किया। उनके बयान पर ब्यूरो ने चालक सुरेंद्र को भी गिरफ्तार किया। बाद में सुरेंद्र ने यह राशि ईओ शंकरलाल के कहने पर दिलाने की बात कबूल की तो ब्यूरो टीम सुमेरपुर पहुंची और ईओ को कस्टडी में ले लिया। अब उसके घर की तलाशी ली जा रही है।
नगर पालिका भीनमाल के अधिशासी अधिकारी(ईओ), उनके दो चालक और एक श्रमिक 60 हजार रुपए की रिश्वत लेते पकड़े गए हैं। यह रिश्वत ईओ ने मांगी थी और भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो से बचने के लिए पैसे आगे से आगे दिलाए, लेकिन बच नहीं पाया। अब ब्यूरो ईओ के सुमेरपुर स्थित घर की तलाशी ले रहा है।
एसीबी के डीआईजी संजीब कुमार नार्जारी ने बताया कि भीनमाल माहेश्वरी कॉलोनी निवासी सवाईलाल व सुरेश माहेश्वरी के मकान पास-पास है और दोनों की दीवार एक ही है। पालिका ईओ शंकरलाल गहलोत 20 जुलाई को उनके घर गया और मकानों व दीवार को अतिक्रमण बताकर तोडऩे की धमकी दी। फिर कार्रवाई नहीं करने के लिए 1 लाख रुपए की रिश्वत मांगी।
दोनों के आग्रह करने पर ईओ 60 हजार रुपए लेने को तैयार हो गया। यह राशि शनिवार को देना तय हुआ था। छुट्टी का दिन होने के कारण ईओ अपने सुमेरपुर स्थित घर चले गए और रिश्वत राशि अपने चालक सुरेंद्रसिंह को देने को कहा। दोनों ने सुरेंद्रसिंह से बात की तो उसने यह पैसे संविदा चालक प्रभूराम को देने की बात कही।
जब प्रभूराम से बात हुई तो उसने दोनों को निंबड़ी बेरा बुलाया। प्रभूराम ने 60 हजार रुपए लेकर खेत पर काम कर रहे श्रमिक खंगाराराम को दे दिए। उस वक्त ब्यूरो के एएसपी चैनसिंह राजपुरोहित ने वहां दबिश दी और 60 हजार रुपए बरामद कर प्रभूराम व खंगाराराम को गिरफ्तार किया। उनके बयान पर ब्यूरो ने चालक सुरेंद्र को भी गिरफ्तार किया। बाद में सुरेंद्र ने यह राशि ईओ शंकरलाल के कहने पर दिलाने की बात कबूल की तो ब्यूरो टीम सुमेरपुर पहुंची और ईओ को कस्टडी में ले लिया। अब उसके घर की तलाशी ली जा रही है।
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