मंडार में पपीते की बंपर पैदावार
बाजारों में रोजाना पहुंच रहा 10 टन पपीता, लोगों को मिल रहा रोजगार
मंडार मंडार क्षेत्र के मालीपुरा मोरीगर मार्ग वाले मार्ग स्थित मोरीगर कृषि फार्म पर 30 बीघा भूमि पर बूंद-बूंद सिंचाई से हजारों टन पपीते की पैदावार की गई है। यहां से रोजाना काफी संख्या में बाजारों में पपीता बिकने जा रहा है। काश्तकार ईश्वर सिंह मेहचा ने बताया कि पपीते की खेती 9 माह पहले की गई थी, जिसमें अब रोजाना करीब 10 टन पपीते बाजार में पहुंच रहा है। खासकर मंडार, रेवदर, सिरोही, बाड़मेर, बीकानेर, जालोर, गुजरात के डीसा, पालनपुर समेत अनेक शहरों में यह फल पहुंच रहा है। किसान गलबाराम माली ने बताया कि पपीते की फसल तैयार करने में पानी का उपयोग भी कम होता है।
यहां से आया पपीते का बीज : किसान गलबाराम माली ने बताया कि पपीते का बीज को गुजरात के आनंद से लाया गया था और यह एक पौधा 9 से 10 रुपए में मिल जाता है। इसका पौधा ताईवान नाम से जाना जाता है। बाजार में यह पपीता प्रति किलो 7 से 8 रुपए में बिक रहा है। उन्होंने बताया कि पपीते की पैदावार बूंद-बूंद सिंचाई से होने से पानी कम खर्च होता है।
यहां से आया पपीते का बीज : किसान गलबाराम माली ने बताया कि पपीते का बीज को गुजरात के आनंद से लाया गया था और यह एक पौधा 9 से 10 रुपए में मिल जाता है। इसका पौधा ताईवान नाम से जाना जाता है। बाजार में यह पपीता प्रति किलो 7 से 8 रुपए में बिक रहा है। उन्होंने बताया कि पपीते की पैदावार बूंद-बूंद सिंचाई से होने से पानी कम खर्च होता है।
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