बुधवार, 25 मई 2011

30 साल में हुए 1.21 करोड़ अबोर्शन

30 साल में हुए 1.21 करोड़ अबोर्शन 
 
नई दिल्ली। भारत में कन्या भ्रूण हत्या किस कद पैर पसार चुका है इसका एक घिनौना चेहरा सामने आया है। सेंटर फॉर ग्लोबल हेल्थ रिसर्च (सीजीएचआर) के शोध के अनुसार भारत में पिछले तीन दशक में लगभग 1.21 करोड़ कन्या भ्रूण के अबोर्शन करवाए गए। इससे भी बुरी बात यह है कि 21वीं सदी के पहले दशक में ही 60 लाख अबोर्शन करवाए गए हैं।
 

लैंसेट मैग्जीन में छपे सीजीएचआर के शोध के अनुसार 1980 से 2010 के दौरान भारत में 12 मिलियन अबोर्शन हुए हैं। इसमें से पिछले दशक के दौरान ही 6 मिलियन अबोर्शन कराए गए। खास बात यह है कि संभ्रांत व पढ़े लिखे परिवारों में बेटे की चाह में महिलाओं के दूसरे भ्रूण का अबोर्शन करवाया। शोध के अनुसार उत्तर भारत में भू्रण हत्या करने की कुरीति अब दक्षिण और पश्चिम भारत मे भी तेजी से फैल रही है।
 

रिपोर्ट में कहा गया है, कि भारत की अधिकांश जनसंख्या ऎसे राज्यों में रहती है जहां भ्रूण हत्या आम बात है। ऎसे परिवारों में कन्या भ्रूण हत्या के ज्यादा मामले सामने आए हैं जहां पहली संतान के तौर पर बेटी होती है। रिपोर्ट के अनुसार 1980 के दशक में कन्या भ्रूण हत्या के 20 लाख मामले सामने आए थे जो 1990 के दशक में बढ़कर 40 लाख हो गए। लेकिन पिछले एक दशक में आpर्यजनक रूप से कन्या भ्रूण हत्या के करीब 60 लाख मामले पाए गए।
 

 

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