वाणी उत्सव में जुटेगें देश के नामी गिरामी कलाकार, स्थानीय कलाकारो के हुनर से होंगे रूबरू

 वाणी उत्सव में जुटेगें देश के नामी गिरामी कलाकार, स्थानीय कलाकारो के हुनर से होंगे रूबरू

दानजी स्मृति मारवाड़ भजनी पुरस्कार की अंतिम तिथि को 15 से बढ़ाकर 20 मार्च किया

उत्सव से पूर्व चयनित ऐतिहासिक स्थलो पर होगें युवा भजनीयों के विशेष कार्यक्रम



 बाड़मेर- एक हजार साल पुरानी लोक संगीत की एक अद्भुत परंपरा है वाणी गायन। जिसमें आध्यात्मिक रहस्यों के साथ सामाजिक समरसता का संदेश समाज को मिलता आया है उन्ही संदेशों को सुनने व गाने देश भर से सैकङो वाणी गायक बाङमेर में जुट रहे हैं।

आगामी 29 व 30 मार्च को रूमा देवी फाउंडेशन व ग्रामीण विकास एवं चेतना संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित होने वाले दो दिवसीय वाणी उत्सव 2025 व स्वर्गीय दान सिंह जी स्मृति मारवाड़ भजनी पुरस्कार में सैकङो भजन गायक व संगीत प्रेमी अपना पंजीयन करवा चुके है।

कार्यक्रम में भाग लेने वाले इच्छुक वाणी से जुड़े कलाकारों के लिए आवेदन करने की समय सीमा को 15 मार्च से बढ़ा कर 20 मार्च कर दिया गया हैं।

इच्छुक कलाकार रूमा देवी फाउंडेशन की आधिकारिक वेबसाइट

www.rumadevifoundation.org पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।

आवेदन मोबाइल, कंप्यूटर या ई-मित्र केंद्र के माध्यम से आसानी से किया जा सकता हैं।

मध्यप्रदेश से सबसे अधिक आवेदन

रूमा देवी फाउंडेशन के सचिव विक्रम सिंह ने बताया कि सैकड़ों की संख्या में वीणा गायन से जुड़े कलाकारों ने अब तक आवेदन किए हैं,राजस्थान के अलावा हरियाणा,पंजाब,गुजरात, महाराष्ट्र व सबसे अधिक आवेदन राजस्थान के बाद मध्यप्रदेश से हुए हैं। कला के आदान प्रदान के इस संगम में स्थानीय कलाकार अपनी पहचान राष्ट्रीय स्तर पर बनाएगें।

यह कार्यक्रम इस बार बाड़मेर के हवेली रिसॉर्ट में आयोजित होगा।वाणी उत्सव से पूर्व चयनित ऐतिहासिक स्थलो पर युवा भजनीयों के विशेष कार्यक्रम भी होगें।

वीणा गायन के साथ इस बार हरजस गायन को भी मिलेगा मंच

वीणा गायन जैसी अनूठी परंपरा के सरंक्षण के लिए रूमा देवी फाउंडेशन स्वर्गीय दान सिंह जी की स्मृति में यह आयोजन पिछले 4 वर्षों से करवा रहा हैं लेकिन इस बार वीणा गायन के साथ साथ माताओं बहनों के लिए हरजस गायन को भी मंच प्रदान किया जाएगा जो इस पारंपरिक महोत्सव को और अधिक यादगार बनाएगा।


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