वृक्ष के संरक्षण और राजस्थान ट्री प्रोटेक्शन एक्ट की मांग को लेकर आठ मार्च जैसलमेर बंद की घोषणा
जैसलमेर विश्नोई समाज और अन्य 36 कौम ने 8 मार्च, शनिवार को जैसलमेर बंद का आह्वान किया है। इसके तहत गुरुवार को कलेक्टर को ज्ञापन देकर अवगत भी करवाया गया। पर्यावरण संघर्ष समिति खेजड़ला, के संयोजक रामगोपाल विश्नोई ने शुक्रवार को जैसलमेर में एक बैठक कर बंद को लेकर रणनीति बनाई।
रामगोपाल विश्नोई ने बताया कि 8 मार्च को बंद का आह्वान है वहीं कल शुक्रवार शाम को 7 बजे मशाल जुलूस भी निकालेंगे। उन्होंने बताया कि सरकार से राज्य वृक्ष के संरक्षण और राजस्थान ट्री प्रोटेक्शन एक्ट की मांग को लेकर शनिवार 8 मार्च को बंद का आह्वान किया गया है।रामगोपाल विश्नोई ने बताया- 18 जुलाई 2024 से नोखा दईया खेजडलाकी रोही में धरना चल रहा है। पिछले दिनो बीकानेर, जोधपुर, गंगानगर, सांचोर, बाड़मेर वहाँ की जनता सफल बंद करवा चुकी है। इसी क्रम में आगामी 8 मार्च शनिवार को जैसलमेर बंद का फैसला किया है। 7 मार्च शुक्रवार की शाम को मशाल जुलूस भी निकाला जाएगा। वहीं 8 मार्च को सुबह 11 बजे बंद के बाद गड़ीसर चौराहे से मार्केट के अंदर से होते हुए जिला कलक्टर कार्यालय तक रैली निकाली जाएगी जो वहां सभा में तब्दील होगी।
जिसको लेकर गुरुवार को जैसलमेर जिला बिश्नोई संस्थान, पोकरण के नेतृत्व में कलेक्टर को ज्ञापन देकर अवगत भी करवाया गया है। विश्नोई ने बताया कि 36 कौम पर्यावरण संघर्ष समिति के नेतृत्व में चल रहे आंदोलन के समर्थन में एक दिन जैसलमेर बंद का आह्वान है। उन्होंने सभी पर्यावरण प्रेमियों और लोगों से इस बंद का समर्थन करने कि मांग की है।
पेड़ों की कटाई का हो रहा विरोध
रामगोपाल विश्नोई ने बताया कि वर्तमान समय में तापमान में वृद्धि से क्लाइमेंट चैंज आज विश्व पर्यावरण की सबसे बड़ी समस्या के रूप में उभरकर सामने आई है। देश व प्रदेश की सरकार भी "एक पेड़ मां के नाम " से अभियान चला रही है। प्रदूषण की वजह से तापमान में अत्यधिक वर्द्ध हो रही है। गोचर व देवी देवताओं के नाम पर संरक्षित अभ्यारण (ओरण) के भी बहुत बुरे हाल है।
सरकार से राज्य वृक्ष के संरक्षण तथा राजस्थान ट्री प्रोटेक्शन एक्ट की मांग को लेकर 18 जुलाई 2024 से नोखा दईया खेजडलाकी रोही में धरना चल रहा है। उसके समर्थन में 8 मार्च को जैसलमेर बंद का आह्वान है। इस दौरान प्रकाश विश्नोई, निम्बाराम विश्नोई, शिवप्रताप विश्नोई खेतोलाई, सोहन राम विश्नोई, मानक राम, रविन्द्र विश्नोई
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