संभल में गाजी मियां के नेजा मेले पर विवाद बढ़ा:झंडे वाला गड्ढा बंद कराया, चप्पे-चप्पे पर फोर्स, ड्रोन से निगरानी; ASP बोले- गलत परंपरा थी

 संभल में गाजी मियां के नेजा मेले पर विवाद बढ़ा:झंडे वाला गड्ढा बंद कराया, चप्पे-चप्पे पर फोर्स, ड्रोन से निगरानी; ASP बोले- गलत परंपरा थी






संभल में महमूद गजनवी के भांजे अब्दुल सालार गाजी (गाजी मियां) की याद में लगने वाले नेजा मेले पर विवाद बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को पुलिस ने मेले की शुरुआत से पहले जहां झंडा (ढाल) लगाया जाता था, उस गड्ढे को सीमेंट से बंद करवा दिया।

जहां मेला लगता है, वहां भारी संख्या में फोर्स तैनात है। ड्रोन से निगरानी की जा रही है। ASP (उत्तरी) श्रीश्चंद्र और सीओ अनुज चौधरी ने PAC-RRF के जवानों के साथ फ्लैग मार्च भी किया।

ASP ने कहा- यह एक गलत परंपरा थी। गलत परंपराओं को जारी रखना ठीक नहीं है। अब्दुल सालार मसूद गाजी, महमूद गजनवी का सगा भांजा था और लूटपाट के इरादे से भारत आया था। उसकी याद में झंडा गाड़ना उचित नहीं है।
वहीं, सपा विधायक इकबाल महमूद ने इस फैसले पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। कहा- सरकार योगीजी की है, अगर वहां से आदेश आ जाए कि मेला नहीं लगेगा तो अधिकारी उसका पालन करेंगे। लेकिन यह परंपरा सैकड़ों साल पुरानी है। इसे कोई खत्म नहीं कर सकता।शहर तहफ्फुज कमेटी के सचिव तस्दीक इलाही ने साल 2023 की सद्भावना मेले के नाम से अनुमति दिखाई।
इसमें संभल के तत्कालीन एसडीएम सुनील कुमार त्रिवेदी ने सद्भावना मेला के नाम से अनुमति दी थी और मेले का आयोजन हुआ था।

शहर तहफ्फूज नेजा कमेटी के सचिव तस्दीक इलाही को नोटिस दिया गया है। इनका काम मेले में आए लोगों को सम्मानित करने के साथ ही मुशायरा करना है।

इंस्पेक्टर संभल अनुज तोमर ने बताया कि धार्मिक नेजा मेला कमेटी के अध्यक्ष शाहिद मसूदी, कारी कमाल और शहर तहफ्फूज नेजा कमेटी के सचिव तस्दीक इलाही को नोटिस दिया गया है।

संभल के मोहल्ला चमन सराय में रहने वाले मुजाहिद हुसैन ने बताया कि यह मजार सैयद सालार गाजी की है। यहां नेजा मेला लगता है। सभी धर्मों के लोग इस मेले में आते हैं। उन्होंने कहा कि जब प्रशासन मेला लगने नहीं दे रहा तो उनके आगे कोई बोल भी नहीं सकता।

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