गोविंद सिंह डोटासरा ने 29वें कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के रूप में संभाला कार्यभार, बाड़ेबंदी से पीसीसी ऑफिस पहुंचे विधायक
राजस्थान कांग्रेस प्रदेश कमेटी के नए चीफ गोविंद सिंह डोटासरा बुधवार को 29वें अध्यक्ष के रूप में पदभार ग्रहण किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे सहित मंत्रिमंडल के सदस्य और कांग्रेस के वरिष्ठ कार्यकर्ता और नेता मौजूद रहे। वहीं, कांग्रेस विधायकों के साथ निर्दलीय विधायकों को विशेष रूप से बस के माध्यम से होटल फेयरमोंट से पीसीसी कार्यालय लाया गया।
विधायकों के साथ बस में पीसीसी पहुंचे गहलोत।
गौरतलब है सचिन पायलट को बर्खास्त किए जाने के बाद डोटासरा को नया अध्यक्ष बनाया गया था। इस दौरान ऐसा पहली बार होगा कि जब नए अध्यक्ष खुद ही पदभार ग्रहण करेंगे। इससे पहले कांग्रेस में पूर्व अध्यक्ष की नए अध्यक्ष को पदभार ग्रहण कराकर जिम्मेदारियां सौंपता था।
डोटासरा को सत्ता और संगठन दोनों का अनुभव
सीकर की लक्ष्मणगढ़ सीट से विधायक चुने गए गोविंद सिंह डोटासरा का राजनीति में लंबा अनुभव है। उन्होंने सत्ता और संगठन दोनों में काम किया है। वे सीकर जिले की लक्ष्मणगढ़ से तीसरी बार विधायक चुने गए हैं। एक अक्टूबर 1964 को जन्मे डोटासरा ने राजस्थान विश्वविद्यालय से बीकॉम और एलएलबी की पढ़ाई की है।
संगठन का लंबा अनुभव
डोटासरा ने छात्र राजनीति के बाद युवा कांग्रेस में सक्रिय होकर कार्य किया है। वे युवक कांग्रेस में विभिन्न पदों पर रहे। 2005 में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर लक्ष्मणगढ़ (सीकर) पंचायत समिति सदस्य का चुनाव लड़ा। इस चुनाव में गोविंद सिंह विजय हुए और लक्ष्मणगढ़ पंचायत समिति के प्रधान भी चुने गए। डोटासरा इसके बाद सियासत में आगे बढ़ते गए। डोटासरा लगातार सात साल तक सीकर के कांग्रेस जिला अध्यक्ष रहे हैं।
विधानसभा में भाजपा सरकार को घेरा
विधानसभा में भाजपा सरकार के कार्यकाल में डोटासरा ने हर मुद्दे पर सरकार को जोरदार तरीके से घेरा। वे कुशल वक्ता हैं और हाजिरजवाब भी हैं। बतौर प्रदेशाध्यक्ष ये खूबियां उनके काम आएंगी। हालांकि मौजूद राजनीतिक हालात में उनके सामने चुनौतियां भी कम नहीं हैं।
राजस्थान कांग्रेस प्रदेश कमेटी के नए चीफ गोविंद सिंह डोटासरा बुधवार को 29वें अध्यक्ष के रूप में पदभार ग्रहण किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे सहित मंत्रिमंडल के सदस्य और कांग्रेस के वरिष्ठ कार्यकर्ता और नेता मौजूद रहे। वहीं, कांग्रेस विधायकों के साथ निर्दलीय विधायकों को विशेष रूप से बस के माध्यम से होटल फेयरमोंट से पीसीसी कार्यालय लाया गया।
विधायकों के साथ बस में पीसीसी पहुंचे गहलोत।
गौरतलब है सचिन पायलट को बर्खास्त किए जाने के बाद डोटासरा को नया अध्यक्ष बनाया गया था। इस दौरान ऐसा पहली बार होगा कि जब नए अध्यक्ष खुद ही पदभार ग्रहण करेंगे। इससे पहले कांग्रेस में पूर्व अध्यक्ष की नए अध्यक्ष को पदभार ग्रहण कराकर जिम्मेदारियां सौंपता था।
डोटासरा को सत्ता और संगठन दोनों का अनुभव
सीकर की लक्ष्मणगढ़ सीट से विधायक चुने गए गोविंद सिंह डोटासरा का राजनीति में लंबा अनुभव है। उन्होंने सत्ता और संगठन दोनों में काम किया है। वे सीकर जिले की लक्ष्मणगढ़ से तीसरी बार विधायक चुने गए हैं। एक अक्टूबर 1964 को जन्मे डोटासरा ने राजस्थान विश्वविद्यालय से बीकॉम और एलएलबी की पढ़ाई की है।
संगठन का लंबा अनुभव
डोटासरा ने छात्र राजनीति के बाद युवा कांग्रेस में सक्रिय होकर कार्य किया है। वे युवक कांग्रेस में विभिन्न पदों पर रहे। 2005 में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर लक्ष्मणगढ़ (सीकर) पंचायत समिति सदस्य का चुनाव लड़ा। इस चुनाव में गोविंद सिंह विजय हुए और लक्ष्मणगढ़ पंचायत समिति के प्रधान भी चुने गए। डोटासरा इसके बाद सियासत में आगे बढ़ते गए। डोटासरा लगातार सात साल तक सीकर के कांग्रेस जिला अध्यक्ष रहे हैं।
विधानसभा में भाजपा सरकार को घेरा
विधानसभा में भाजपा सरकार के कार्यकाल में डोटासरा ने हर मुद्दे पर सरकार को जोरदार तरीके से घेरा। वे कुशल वक्ता हैं और हाजिरजवाब भी हैं। बतौर प्रदेशाध्यक्ष ये खूबियां उनके काम आएंगी। हालांकि मौजूद राजनीतिक हालात में उनके सामने चुनौतियां भी कम नहीं हैं।
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