रविवार, 17 मई 2020

जैसलमेर *तेज़ हवाओ के साथ आई काली पीली आंधी ने जेसलमेर को ढका,दिन में हुई अँधेरी रात

जैसलमेर *तेज़ हवाओ के साथ आई काली पीली आंधी ने जेसलमेर को ढका,दिन में हुई अँधेरी रात

*सोनार किले के मुख्य प्रवेश द्वार आंधी से टूटा,*








*जैसलमेर सीमावर्ती रेतीले शहर जेसलमेर में आज फिर वह नजारा देखने को मिला जिसके लिए यह रेगिस्तानी इलाका ख्यातनाम है।।आज जैसलमेर में आई तेज़ हवाओ के साथ धूल भरी आंधी ने जैसलमेर को रेत की चादर ओढ़ा दी।।काली पीली आंधी कई सालों बाद जेसलमेर में आई।।ग्रामीण इलाकों में तूफानी आंधी से जमीन से आसमान तक धूल के गुब्बार उठे।।यह दृश्य रेगिस्तान की खास पहचान है पिछले कई सालों में ऐसी काली पीली आंधी नही आई।।पूरे जिले में  चारो तरफ रेत के बवंडर ही बवंडर।।आंधी तूफान की गति का अंदाज़ा इस बात से लगाया जा सकता है कि सोनार किले के मुख्य प्रवेश द्वार पर कई क्विंटल बजनी लगे दरवाजे टूट कर गिर गए जिससे किले में आवागमन रुक गया।।इस मुख्य द्वार को दुश्मनों की सेना नही तोड़ पाई मगर आज आंधी की भेंट चढ़ गया।आंधी तूफ़ान से जीवन अस्त व्यस्त हो गया ।मौसम जिले का पूरा खराब होने के साथ ही बिजली गुल हो गई।।आंधी तूफान से कई पेड़ो और खम्भो के उखड़ने  के समाचार है।।कई घरों की छतें उड़ गई।वही ग्रामीण इलाकों में कच्चे मकान और झोंपड़े बड़ी तादाद में क्षतिग्रसत हो गए।।किसी की जान के नुकसान की कोई खबर निहि है।

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