गुरुवार, 9 अप्रैल 2020

बाड़मेर, बाहरी जिलों से लौट रहे अध्यापकों को चिन्हित कर आईसोलेशन हेतु पाबन्द करने के निर्देश

बाहरी जिलों से लौट रहे अध्यापकों को चिन्हितकर आईसोलेशन हेतु पाबन्द करने के निर्देश


बाड़मेर, 9 अप्रेल। जिला कलक्टर विश्राम मीणा ने बाहरी जिलों से लौट रहे अध्यापकों एवं कार्मिकों को चिन्हित कर उनको होम आईसोलेशन के लिए पाबन्द करने को कहा है। साथ ही ऐसे कार्मिकों की डयूटी पंचायत स्तरीय निगरानी समिति में लगी हुई है तो तुरन्त प्रभाव से उनकी जगह अन्य कार्मिक को नियुक्त करने के निर्देश दिए गए है।
जिला कलक्टर विश्राम मीणा ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण के मद्देनजर जिले में 14 अप्रेल तक लॉक डाउन है। उन्होने बताया कि लॉकडाउन की घोषणा होते ही बाड़मेर जिले से काफी संख्या में बाहरी जिलों के अध्यापक बिना किसी की अनुमति के मुख्यालय छोडकर अपने अपने गृह जिलों के लिए निकल गए है तथा ना ही इनके द्वारा सक्षम स्तर से किसी प्रकार के अवकाश की स्वीकृति ही ली गई है। अब जब इनकी डयूटी लग रही है तो ये चुपके से बोर्डर क्रॉस कर वापिस आ रहे है तथा अपनी ट्रेवल हिस्ट्री छुपाकर चुपचाप डयूटी जॉईन कर रहे है। इस प्रकार उक्त कार्मिक खुद अपना नुकसान तो कर ही रहे है साथ ही कोरोना ट्रांसपोर्टर बनकर मानव जीवन को भी खतरा पहुंचा सकते है। उन्होने मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देशित किया है कि वे अपने अपने क्षेत्र के ऐसे अध्यापकों को चिन्हित कर उनको होम आईसोलेशन के लिए पाबन्द करें। साथ ही उक्त प्रकार के कार्मिकों की डयूटी पंचायत स्तरीय निगरानी समिति में लगी हुई है तो तुरन्त प्रभाव से उसके स्थान पर अन्य कार्मिक की नियुक्ति करें।  
जिला कलक्टर ने बताया कि संक्रमित जिलों से आने वाले अध्यापक एवं अन्य राजकीय कार्मिक स्वयं आगे आकर अपनी चिकित्सा जांच करवाएं एवं खुद हो क्वारेंटाईन रखें। उन्होने बताया कि तथ्य छुपाने वाले ऐसे कार्मिकों की बाद में जानकारी मिलने पर उनके विरूद्ध विभागीय  अनुशासनात्मक कार्यवाही के साथ-साथ कानूनी कार्यवाही भी अमल में लाई जाएगी। जिसमें मुकदमा दर्ज होनो एवं गिरफ्तारी तक शामिल है।
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