गुरुवार, 16 अप्रैल 2020

बाड़मेर, कोरोना से बचाव को युद्धस्तर पर प्रयास बीस अप्रैल तक लॉक डाउन की प्रभावी पालना पर जोर

बाड़मेर,  कोरोना से बचाव को युद्धस्तर पर प्रयास
बीस अप्रैल तक लॉक डाउन की प्रभावी पालना पर जोर


बाड़मेर, 16 अप्रैल। लोक डाउन-1 के बाद जिला कलक्टर विश्राम मीणा ने बाड़मेर जिले में लॉकडाउन-2 की प्रभावी रूप से पालना करवाने के सख्त निर्देश दिए है। साथ ही उन्होने 20 अप्रैल तक पूरी मुस्तेदी के साथ कार्य करने के निर्देश दिए ताकि गाइड-लाइन के अनुरूप जिले को कुछ राहत मिल सके।
जिला कलक्टर मीणा ने जिले में कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव की समीक्षा एवं लोक डाउन-2 गाइड लाइन की सुनिश्चितता पर चर्चा के दौरान गुरुवार को उपखण्ड अधिकारियो, तहसीलदारों एवं विकास अधिकारियो से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बैठक के दौरान यह निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोरोना की आपदा में लॉक डाउन-1 समाप्त हो चुका है एवं लोक डाउन-2 शुरू हो चूका है। नई गाइड लाइन के अनुसार 20 अप्रैल तक कोई सक्रमण का नया मामला नही आता है तो जिले को कुछ रियायते मिल सकती है जो लोगो को राहत प्रदान करेगी। इसलिए आने वाले कुछ दिन अत्यंत महत्वपूर्ण है। लोगों को हर हाल में घर से बाहर निकलने से रोका जाए। साथ ही चौक पोस्टों पर विशेष निगरानी रखी जाए। किसी भी बाहरी व्यक्ति को जिले में प्रवेश नही दे एव पास से आने वाले लोगो की स्किर्निंग की जाए।
बैंको पर नजर रखें -
जिला कलक्टर ने कहा कि सामाजिक सुरक्षा की पेंशनों के खातों में भुगतान के साथ-साथ अब जिले में एक मुश्त अनुग्रह सहायता का भी वितरण किया जा चुका है। इसलिए बैंकों में लोग भुगतान के लिए आएंगे। इसलिए वहां पर विशेष सतर्कता बरती जाए एवं आवश्यकता होने पर पुलिस बल तैनात करके हर हाल में सोशल डिस्टेंस कायम की जाए।
होम डिलीवरी बढावे -
उन्होने कहा कि लॉक डाउन-1 गुजर जाने के कारण अब आमजन को दैनिक उपभोग की वस्तुओं की आवश्यकता अब बढेगी, इसलिए आगामी दिनों में उपभोक्ता वस्तुओं एवं खाद्य सामग्री की आपूर्ति शृंखला अबाध रहनी चाहिए। जिला कलक्टर ने जिला मुख्यालय तथा उपखण्ड मुख्यालयों एवं बडे कस्बों में होम डिलीवरी पर विशेष फोकस करने को कहा। साथ ही राशन के गेंहू का भी होम डिलीवरी के जरिए वित्तरित करने को कहा।
मीड-डे-मील का हो उपयोग -
जिला कलक्टर ने जिले के विद्यालयों में रखे मिड-डे-मील खाद्यान के अन्तर्गत गंेहू तथा चावल को लेकर जरूरतमंदों में बांटने के लिए इसे ब्लॉक मुख्यालय की बजाय पंचायतो में रखवाने को कहा। आवश्यकता पड़ने पर इसे भी वितरीत कराने के लिए उपपखण्ड अधिकारियों को कार्य योजना बनाने को कहा।
आश्रय स्थलो पर हो सभी सुविधाएं -
जिला मुख्यालय तथा सभी तहसील मुख्यालयों में स्थापित आश्रय स्थलों में जिला कलक्टर ने सभी बुनियादी सुविधाएं चाक-चौबंद रखने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि प्रत्येक आश्रय स्थल का प्रभारी अधिकारी वहां पर 24 घण्टे चौकस एवं सतर्क रहे ताकि निराश्रित लोगों को उनकी आधारभूत जरूरतें समय पर पूरी हो सकें। साथ ही यहां रह रहे बाहरी लोगो में किसी प्रकार की बिमारी अथवा संक्रमण की तुरंत सूचना मिल सके। साथ ही यहां पर मनोरजन के साधन मुहैया कराने को कहा।
विधायकनिधि का उपयोग -
जिला कलक्टर ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना से वंचित पात्र परिवारों को विधयक निधि से भोजन और खाद्यन्न उपलब्ध कराने को कहा एव इस मद से उपलब्ध राशि का समुचित उपयोग करने के निर्देश दिए।
                 इससे पूर्व अतिरिक्त जिला कलेक्टर राकेश कुमार शर्मा ने बिन्दुवार जानकारी ली। इस मौके पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी मोहन दान रतनू, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकार डॉ कमलेश चौधरी, उपखण्ड अधिकारी नीरज मिश्र, लोक सेवाएं के सहायक निदेशक के.के. गोयल, नगर विकास न्यास सचिव एस.एस.मीणा, तहसीलदार प्रेमसिंह चौधरी मौजूद रहे।
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