जैसलमेर काला कानून है एनआरसी, इसे वापस लें प्रधानमंत्री मोदी: चंद्रशेखर आजाद
जैसलमेर भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने कहा है कि एनआरसी देश के लिए काला कानून है। इससे देश की एकता-अखंडता को खतरा है, प्रधानमंत्री इसे वापस लें।आज़ाद पोकरण में शुक्रवार दोपहर बाद विशाल आम सभा को सम्बोधित कर रहे थे ,सभा में भारी भीड़ उमड़ी , आमसभा एनसीआर व सीएए के खिलाफ आयोजित की गयी थी भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर ने सीएएम, एनआरसी व एनपीआर जैसे मुद्दों को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला। आजाद ने चुनौती देते हुए कहा कि मैं अपना खून जांच करवाने के लिए पीएम मोदी को देने के लिए तैयार हूं, पीएम भी अपने खून की जांच करवाएं और देख लें कि किसके खून में भारतीयता है,पीएम कहते हैं कि लोगों को उनके कपड़ों से पहचाना जा सकता है। अगर उनके इस बयान पर मैं चुप रहता हूं तो इससे ज्यादा शर्मनाक और कुछ नहीं हो सकता। देश में इस समय जो गलत हो रहा है, उसके खिलाफ आवाज उठाना जरूरी है। आजाद का कहना था कि इंसानियत धर्म और जाति से कहीं बड़ी है। अगर कोई व्यक्ति धर्म या जाति के आधार पर भेदभाव कर रहा है तो वह इस देश के संविधान का अपमान कर रहा है। उन्होंने संविधान की प्रति दिखाते हुए कहा कि अगर आज वह जीवित हैं तो इसकी वजह से है। इसी ने उन जैसे वंचित समुदाय से आने वाले व्यक्ति को जीने का अधिकार दिलाया है।
आजाद ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि एनआरसी के बहाने धर्म के आधार पर मुल्क को बांटने की तैयारी की जा रही। आजाद ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि उनके लिए एनसीआर व सीएए राजनैतिक अजेंडा है, लेकिन हमारे लिए यह राजनीतिक मुद्दा नहीं है। हमारे लिए यह हमारे संविधान की मूल भावना और हमारे लोगों के हकों का सवाल है।
जैसलमेर भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने कहा है कि एनआरसी देश के लिए काला कानून है। इससे देश की एकता-अखंडता को खतरा है, प्रधानमंत्री इसे वापस लें।आज़ाद पोकरण में शुक्रवार दोपहर बाद विशाल आम सभा को सम्बोधित कर रहे थे ,सभा में भारी भीड़ उमड़ी , आमसभा एनसीआर व सीएए के खिलाफ आयोजित की गयी थी भीम आर्मी के चीफ चंद्रशेखर ने सीएएम, एनआरसी व एनपीआर जैसे मुद्दों को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी पर जमकर हमला बोला। आजाद ने चुनौती देते हुए कहा कि मैं अपना खून जांच करवाने के लिए पीएम मोदी को देने के लिए तैयार हूं, पीएम भी अपने खून की जांच करवाएं और देख लें कि किसके खून में भारतीयता है,पीएम कहते हैं कि लोगों को उनके कपड़ों से पहचाना जा सकता है। अगर उनके इस बयान पर मैं चुप रहता हूं तो इससे ज्यादा शर्मनाक और कुछ नहीं हो सकता। देश में इस समय जो गलत हो रहा है, उसके खिलाफ आवाज उठाना जरूरी है। आजाद का कहना था कि इंसानियत धर्म और जाति से कहीं बड़ी है। अगर कोई व्यक्ति धर्म या जाति के आधार पर भेदभाव कर रहा है तो वह इस देश के संविधान का अपमान कर रहा है। उन्होंने संविधान की प्रति दिखाते हुए कहा कि अगर आज वह जीवित हैं तो इसकी वजह से है। इसी ने उन जैसे वंचित समुदाय से आने वाले व्यक्ति को जीने का अधिकार दिलाया है।
आजाद ने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि एनआरसी के बहाने धर्म के आधार पर मुल्क को बांटने की तैयारी की जा रही। आजाद ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि उनके लिए एनसीआर व सीएए राजनैतिक अजेंडा है, लेकिन हमारे लिए यह राजनीतिक मुद्दा नहीं है। हमारे लिए यह हमारे संविधान की मूल भावना और हमारे लोगों के हकों का सवाल है।
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