गुरुवार, 6 फ़रवरी 2020

जैसलमेर में 5 दिवसीय अमृता हाट मेला शुरू अल्पसंख्यक मामलात मंत्री ने किया उद्घाटन आत्मनिर्भरता से महिला सशक्तिकरण को मिलेगा सम्बल - शाले मोहम्मद

जैसलमेर में 5 दिवसीय अमृता हाट मेला शुरू
अल्पसंख्यक मामलात मंत्री ने किया उद्घाटन
आत्मनिर्भरता से महिला सशक्तिकरण को मिलेगा सम्बल - शाले मोहम्मद


जैसलमेर, 6 फरवरी/जिला प्रशासन एवं महिला अधिकारिता विभाग के संयुक्त तत्वावधान में जैसलमेर जिला मुख्यालय पर रामगढ़ रोड स्थित ग्रामीण हाट बाजार में लगा 5 दिवसीय अमृता हाट मेला गुरुवार शाम शुरू हुआ। जैसलमेर जिले में इस प्रकार का मेला पहली बार लग रहा है। आगामी 10 फरवरी सोमवार तक चलने वाला यह मेला रोजाना प्रातः 10 से रात्रि 10 बजे तक खुला रहेगा।
अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ एवं जन अभियोग निराकरण मंत्री शाले मोहम्मद ने फीता काट कर अमृता हाट मेले का शुभारंभ किया। इस अवसर पर विधायक रूपाराम, जिलाप्रमुख श्रीमती अंजना मेघवाल, सभापति हरिवल्लभ कल्ला, जिला कलक्टर नमित मेहता, जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. किरण कंग, बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष अमीन खाँ आदि अतिथियों के रूप में उपस्थित थे।
उत्पादों के विपणन का बेहतर मंच
इस अवसर पर अपने उद्बोधन में अल्पसंख्यक मामलात मंत्री शाले मोहम्मद ने कहा कि यह मेला महिला स्वयं समूहों द्वारा किए गए विभिन्न प्रकार के उत्पादों को विक्रय के लिए एक बेहतर मंच मुहैया कराने के अपने उद्देश्यों में सार्थक होगा और इससे हस्त कला को प्रोत्साहन के साथ ही आत्मनिर्भरता एवं महिला सशक्तिकरण की गतिविधियों को सम्बल प्राप्त होगा।
महिला कल्याण की बेहतर पहल
विधायक रूपाराम धनदे ने  जैसलमेर जिले में बुनकरों की कारीगरी को विश्वप्रसिद्ध बताया और कहा कि इस प्रकार के मंचों पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए ताकि महिलाएं प्रोत्साहित होकर इनका लाभ प्राप्त कर सकें। जिला प्रमुख श्रीमती अंजना मेघवाल ने महिलास सशक्तिकरण की दिशा में इसे बेहतर पहल बताया।
जिला कलक्टर नमित मेहता ने बताया कि मरु महोत्सव में आए हुए देशी-विदेशी पर्यटकों के आकर्षण एवं हस्त निर्मित उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए मरु महोत्सव के कार्यक्रम को तीन दिवस से बढ़ाकर चार दिवसीय किया गया। जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. किरण कंग ने अमृता हाट को महिलाओं को अपनी कला प्रदर्शन का प्रभावी मंच बताया।
आरंभ में महिला अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक राजेन्द्र कुमार चौधरी ने मेले के आयोजन की पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालते हुए बताया कि जिले के महिला स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों के प्रदर्शन एवं विपणन की सुविधा उपलब्ध कराने की दृष्टि से इसका आयोजन किया गया है।
राजस्थान भर के स्वयं सहायता समूहों के उत्पाद हैं यहां
उन्होंने बताया कि इस मेले में राजस्थान के सभी जिलों से विभिन्न स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा हस्त निर्मित उत्पाद उचित कीमत पर उपलब्ध हैं। साथ ही सम्पूर्ण राजस्थान के हस्तशिल्प उत्पादों, लाख की चुड़ियां, कपडे, खाद्य उत्पादों, सजावटी उत्पादों, मसाले, आचार, मुरब्बों, मिट्टी के बर्तन, रेडिमेट गारमेंट, आर्टीफिशियल ज्वैलरी, स्थानीय जैसलमेर व बाड़मेर के शरहदी क्षेत्र के स्वयं सहायता समूहों द्वारा निर्मित कशीदाकारी युक्त विभिन्न कलात्मक एवं घरेलू उत्पादों की बिक्री की सामग्री उपलब्ध है।
खरीदारी के साथ मनोरंजन के इंतजाम
मेलार्थियों के मनोरंजन के लिये मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए स्थानीय लोक कलाकारों द्वारा लोक नृत्य, लोक संगीत, बेटी जन्मोत्सव, हस्ताक्षर अभियान, सेल्फी पोईन्ट इत्यादि कार्यक्रम होंगे। ऊँट महोत्सव, घुड़सवारी आदि भी होंगे। अतिथियों ने सेल्फि पोइन्ट का आनंद लिया।
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