जैसलमेर में दो दिवसीय जिला उद्यम समागम-2020 सेमीनार एवं प्रदर्शनी,
जिला कलक्टर ने किया शुभारम्भ
औद्योगिक विकास के जरिये आंचलिक खुशहाली को दें रफ्तार - नमित मेहता
जैसलमेर, 25 फरवरी/जिला कलक्टर नमित मेहता ने केन्द्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय तथा जिला उद्योग केन्द्र के संयुक्त तत्वावधान में जैसलमेर ग्रामीण हाट बाजार में आयोजित दो दिवसीय जिला उद्यम समागम-2020 सेमीनार एवं प्रदर्शनी का मंगलवार को फीता काट कर विधिवत् उद्घाटन किया।
एग्रो प्रोसेसिंग में उद्यमी आगे आएं
जिला कलक्टर नमित मेहता ने शुभारंभ अवसर पर सेमीनार को सम्बोधित करते हुए कहा कि जिस जिले एवं प्रदेश में उद्यम के क्षेत्र में जितना विकास होता है वह प्रदेश उतना ही विकासशील रहता है। उन्होंने कहा कि जैसलमेर में पत्थर नक्काशी, घड़ाई, कार्विंग उद्योग के साथ ही पर्यटन उद्योग का संचालन हो रहा है। उन्होंने आने वाले समय में जैसलमेर जिले में बढ़ते सिंचित क्षेत्र को देखते हुए एग्रो प्रोसेसिंग की भी विपुल संभावनाओं को देखते हुए हैं जिले के उद्यमियों से इस क्षेत्र में भी आगे आने का आह्वान किया।
औद्योगिक विकास से लाएं खुशहाली
जिला कलक्टर ने केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा उद्योग जगत को बढावा देने के लिए संचालित विभिन्न प्रोत्साहन योजनाओं का जिक्र किया और उद्यमियों से कहा कि इस दिशा में व्यापक एवं उदारवादी सोच रखते हुए अपनी पूरी-पूरी सहभागिता निभाएं और जिले में औद्योगिक विकास की रफ्तार बढ़ाएं। इस अवसर पर सहायक निदेशक एमएसएमई तरुण भटनागर, दलित इण्डियन चैम्बर ऑफ कॉमर्स राजस्थान चैप्टर के उपाध्यक्ष आशीष गोरा, महाप्रबन्धक जिला उद्योग केन्द्र हरीश कुमार व्यास, हैण्डीेक्रॉफ्ट एसोसियेशन के सचिव लक्ष्मीनारायण श्रीमाली आदि अतिथियों के रूप में उपस्थित थे।
सभी के लिए बेहतर मंच है समागम
जिला कलक्टर मेहता ने कहा कि इस प्रकार के उद्यम समागम के आयोजन से उद्यम को बढ़ावा मिलता है, आर्टीजन एवं अन्य खादी संस्थानों को अपने उत्पाद प्रदर्शन के अवसर मिलते हैं। साथ ही इस प्रकार की सेमीनारों सेे उद्योगों से संबंधित संचालित केन्द्र व राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी मिलती है।
इस मौके पर उपाध्यक्ष दलित इण्डियन चैम्बर ऑफ कॉमर्स राजस्थान चैप्टर आशीष गोरा ने अनुसूचित जाति के लोगों को हस्तशिल्पी, उद्यमों की स्थापना के सम्बन्ध में दी जाने वाली अनुदान योजना की विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर पर सहायक निदेशक एमएसएमई तरुण भटनागर ने कहा कि ओद्यौगिक विकास को गति प्रदान करने के लिए जिला समागम समारोह अत्यन्त उपादेय सिद्ध होते हैं और इससे संबंधित क्षेत्रों में औद्योगिक विकास एवं प्रोत्साहन के साथ उद्यमियों को सम्बलन का अवसर प्राप्त होता है। उन्होंने एमएसएमई द्वारा संचालित की जाने वाली उद्यम विकास योजनाओं की जानकारी दी एवं बताया कि सेमीनार में विशेषज्ञों द्वारा नवीनतम आर्टीजन तकनीकी के साथ ही अन्य प्रोसेस के बारे में उद्यमियों और कारीगरों को जानकारी दी जाएगी।
महाप्रबन्धक जिला उद्योग केन्द्र हरीश व्यास ने जिला उद्यम समागम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस सेमीनार की थीम ’’ जैसलमेर के पीले पत्थर ’’ पर केन्दि्रत है। सेमीनार में कौशल विशेषज्ञों द्वारा स्टोन कार्विंग के बारे में जानकारी दी जाएगी। उन्होंने उद्योग के विकास के लिए संचालित विभिन्न योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी एवं पोर्टल के माध्यम से उद्यमियों को अधिकाधिक उद्योग लगाने का आह्वान किया।
प्रारम्भ में सचिव हैण्डीेक्रॉफ्ट एसाोसियेशन के सचिव लक्ष्मीनारायण श्रीमाली ने अतिथियों का स्वागत किया एवं विश्वास व्यक्त किया कि समागम इससे जैसलमेर के उद्यमियों को अवश्य ही फायदा होगा। इस अवसर पर नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष एवं रीको एसोसियेशन के अध्यक्ष गोपीकिशन मेहरा, लीड बैंक अधिकारी रामजी लाल मीणा, खादी अधिकारी प्रेमचंद राठौड़, खनिज अभियंता भगवानसिंह, मिनरल संघ के जुगल किशोर बोहरा, कमल ओझा, गिरीश व्यास, पर्यटन व्यवसाय उद्यमी कैलाश व्यास सहित जिले के उद्यमी, खादी संस्थाओं से जुड़े पदाधिकारी और उद्यमी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन व्याख्याता विजय बल्लाणी ने किया। लोक कलाकारों द्वारा स्वागत गीत एवं अन्य सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गई।
सेमीनार के दूसरे दिन बुधवार, 26 फरवरी को एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट, आईपीआर विषय पर विशेषज्ञों द्वारा कार्यशाला आयोजित होगी तथा युवाओं के लिए अलग से प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा।
स्टाल्स व प्रदर्शनी अवलोकन
जिला कलक्टर मेहता ने ग्रामीण हाट बाजार में जिला उद्यम समागम के तहत पत्थर कार्विंग एवं नक्काशी कार्यो के साथ ही खादी उत्पादों एवं कृषि और पशुपालन विभाग, राजस्थान वित निगम, महिला एवं बाल विकास विभाग, महिला अधिकारिता विभाग, खादी ग्रामोद्योग बोर्ड, रसद विभाग, शीर्ष बैंक, ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण केन्द्र, राजीविका, आरएसएलडीसी, सिबडी, ईपीसीएच, रोजगार विभाग, राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज, राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान आदि द्वारा लगाई गई स्टालों का अवलोकन किया। उन्होंने पत्थर पर की गई नकाशी की तारीफ की एवं पॉलोटेक्निक कॉलेज के विद्यार्थियों द्वारा लगाये गये प्रोजेक्टर की सराहना की। प्रदर्शनी के दौरान सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारी एवं कृषि विशेषज्ञ डॉ. जी.आर.वैष्णव द्वारा जैविक खाद से उत्पादित सेव बोर की स्टाल लगायी गयी जिसका अवलोकन किया।
किया पुरस्कृत
इस अवसर पर उद्यम विकास को बढावा देने के लिए हाल ही राजकीय माध्यमिक कुम्भार पाड़ा में आयोजित की गई निबंध एवं चित्रकला प्रतियोगिता के विजेताओं को जिला कलक्टर ने प्रशंसा-पत्र देकर सम्मानित किया। इसमें निबंध एवं चित्रकला प्रतियोगिता में प्रथम विजेता को 10 हजार, द्वितीय को 7 हजार 500 एवं तृतीय को 5 हजार रुपए की राशि नकद पुरस्कार के रूप में उनके खातों में जमा कराई गई। निबंध प्रतियोगिता में भूपेन्द्र ईणखिया प्रथम, सुशीला द्वितीय एवं महेन्द्रसिंह तृतीय स्थान पर रहे।चित्रकला प्रतियोगिता में दिलीप प्रथम, अशोक कुमार द्वितीय एवं नरेश कुमार तृतीय स्थान पर रहे।
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जिला कलक्टर ने किया शुभारम्भ
औद्योगिक विकास के जरिये आंचलिक खुशहाली को दें रफ्तार - नमित मेहता
जैसलमेर, 25 फरवरी/जिला कलक्टर नमित मेहता ने केन्द्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय तथा जिला उद्योग केन्द्र के संयुक्त तत्वावधान में जैसलमेर ग्रामीण हाट बाजार में आयोजित दो दिवसीय जिला उद्यम समागम-2020 सेमीनार एवं प्रदर्शनी का मंगलवार को फीता काट कर विधिवत् उद्घाटन किया।
एग्रो प्रोसेसिंग में उद्यमी आगे आएं
जिला कलक्टर नमित मेहता ने शुभारंभ अवसर पर सेमीनार को सम्बोधित करते हुए कहा कि जिस जिले एवं प्रदेश में उद्यम के क्षेत्र में जितना विकास होता है वह प्रदेश उतना ही विकासशील रहता है। उन्होंने कहा कि जैसलमेर में पत्थर नक्काशी, घड़ाई, कार्विंग उद्योग के साथ ही पर्यटन उद्योग का संचालन हो रहा है। उन्होंने आने वाले समय में जैसलमेर जिले में बढ़ते सिंचित क्षेत्र को देखते हुए एग्रो प्रोसेसिंग की भी विपुल संभावनाओं को देखते हुए हैं जिले के उद्यमियों से इस क्षेत्र में भी आगे आने का आह्वान किया।
औद्योगिक विकास से लाएं खुशहाली
जिला कलक्टर ने केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा उद्योग जगत को बढावा देने के लिए संचालित विभिन्न प्रोत्साहन योजनाओं का जिक्र किया और उद्यमियों से कहा कि इस दिशा में व्यापक एवं उदारवादी सोच रखते हुए अपनी पूरी-पूरी सहभागिता निभाएं और जिले में औद्योगिक विकास की रफ्तार बढ़ाएं। इस अवसर पर सहायक निदेशक एमएसएमई तरुण भटनागर, दलित इण्डियन चैम्बर ऑफ कॉमर्स राजस्थान चैप्टर के उपाध्यक्ष आशीष गोरा, महाप्रबन्धक जिला उद्योग केन्द्र हरीश कुमार व्यास, हैण्डीेक्रॉफ्ट एसोसियेशन के सचिव लक्ष्मीनारायण श्रीमाली आदि अतिथियों के रूप में उपस्थित थे।
सभी के लिए बेहतर मंच है समागम
जिला कलक्टर मेहता ने कहा कि इस प्रकार के उद्यम समागम के आयोजन से उद्यम को बढ़ावा मिलता है, आर्टीजन एवं अन्य खादी संस्थानों को अपने उत्पाद प्रदर्शन के अवसर मिलते हैं। साथ ही इस प्रकार की सेमीनारों सेे उद्योगों से संबंधित संचालित केन्द्र व राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं की जानकारी मिलती है।
इस मौके पर उपाध्यक्ष दलित इण्डियन चैम्बर ऑफ कॉमर्स राजस्थान चैप्टर आशीष गोरा ने अनुसूचित जाति के लोगों को हस्तशिल्पी, उद्यमों की स्थापना के सम्बन्ध में दी जाने वाली अनुदान योजना की विस्तार से जानकारी दी।
इस अवसर पर सहायक निदेशक एमएसएमई तरुण भटनागर ने कहा कि ओद्यौगिक विकास को गति प्रदान करने के लिए जिला समागम समारोह अत्यन्त उपादेय सिद्ध होते हैं और इससे संबंधित क्षेत्रों में औद्योगिक विकास एवं प्रोत्साहन के साथ उद्यमियों को सम्बलन का अवसर प्राप्त होता है। उन्होंने एमएसएमई द्वारा संचालित की जाने वाली उद्यम विकास योजनाओं की जानकारी दी एवं बताया कि सेमीनार में विशेषज्ञों द्वारा नवीनतम आर्टीजन तकनीकी के साथ ही अन्य प्रोसेस के बारे में उद्यमियों और कारीगरों को जानकारी दी जाएगी।
महाप्रबन्धक जिला उद्योग केन्द्र हरीश व्यास ने जिला उद्यम समागम के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इस सेमीनार की थीम ’’ जैसलमेर के पीले पत्थर ’’ पर केन्दि्रत है। सेमीनार में कौशल विशेषज्ञों द्वारा स्टोन कार्विंग के बारे में जानकारी दी जाएगी। उन्होंने उद्योग के विकास के लिए संचालित विभिन्न योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी एवं पोर्टल के माध्यम से उद्यमियों को अधिकाधिक उद्योग लगाने का आह्वान किया।
प्रारम्भ में सचिव हैण्डीेक्रॉफ्ट एसाोसियेशन के सचिव लक्ष्मीनारायण श्रीमाली ने अतिथियों का स्वागत किया एवं विश्वास व्यक्त किया कि समागम इससे जैसलमेर के उद्यमियों को अवश्य ही फायदा होगा। इस अवसर पर नगर परिषद के पूर्व अध्यक्ष एवं रीको एसोसियेशन के अध्यक्ष गोपीकिशन मेहरा, लीड बैंक अधिकारी रामजी लाल मीणा, खादी अधिकारी प्रेमचंद राठौड़, खनिज अभियंता भगवानसिंह, मिनरल संघ के जुगल किशोर बोहरा, कमल ओझा, गिरीश व्यास, पर्यटन व्यवसाय उद्यमी कैलाश व्यास सहित जिले के उद्यमी, खादी संस्थाओं से जुड़े पदाधिकारी और उद्यमी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन व्याख्याता विजय बल्लाणी ने किया। लोक कलाकारों द्वारा स्वागत गीत एवं अन्य सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गई।
सेमीनार के दूसरे दिन बुधवार, 26 फरवरी को एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट, आईपीआर विषय पर विशेषज्ञों द्वारा कार्यशाला आयोजित होगी तथा युवाओं के लिए अलग से प्रशिक्षण कार्यक्रम भी आयोजित किया जाएगा।
स्टाल्स व प्रदर्शनी अवलोकन
जिला कलक्टर मेहता ने ग्रामीण हाट बाजार में जिला उद्यम समागम के तहत पत्थर कार्विंग एवं नक्काशी कार्यो के साथ ही खादी उत्पादों एवं कृषि और पशुपालन विभाग, राजस्थान वित निगम, महिला एवं बाल विकास विभाग, महिला अधिकारिता विभाग, खादी ग्रामोद्योग बोर्ड, रसद विभाग, शीर्ष बैंक, ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण केन्द्र, राजीविका, आरएसएलडीसी, सिबडी, ईपीसीएच, रोजगार विभाग, राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज, राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान आदि द्वारा लगाई गई स्टालों का अवलोकन किया। उन्होंने पत्थर पर की गई नकाशी की तारीफ की एवं पॉलोटेक्निक कॉलेज के विद्यार्थियों द्वारा लगाये गये प्रोजेक्टर की सराहना की। प्रदर्शनी के दौरान सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारी एवं कृषि विशेषज्ञ डॉ. जी.आर.वैष्णव द्वारा जैविक खाद से उत्पादित सेव बोर की स्टाल लगायी गयी जिसका अवलोकन किया।
किया पुरस्कृत
इस अवसर पर उद्यम विकास को बढावा देने के लिए हाल ही राजकीय माध्यमिक कुम्भार पाड़ा में आयोजित की गई निबंध एवं चित्रकला प्रतियोगिता के विजेताओं को जिला कलक्टर ने प्रशंसा-पत्र देकर सम्मानित किया। इसमें निबंध एवं चित्रकला प्रतियोगिता में प्रथम विजेता को 10 हजार, द्वितीय को 7 हजार 500 एवं तृतीय को 5 हजार रुपए की राशि नकद पुरस्कार के रूप में उनके खातों में जमा कराई गई। निबंध प्रतियोगिता में भूपेन्द्र ईणखिया प्रथम, सुशीला द्वितीय एवं महेन्द्रसिंह तृतीय स्थान पर रहे।चित्रकला प्रतियोगिता में दिलीप प्रथम, अशोक कुमार द्वितीय एवं नरेश कुमार तृतीय स्थान पर रहे।
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