शनिवार, 11 जनवरी 2020

बीकानेर‘नख-शिख सजे ऊंट, मूंछों पर ताव देते रौबीले, ऊंट उत्सव की झलकियां

  बीकानेर‘नख-शिख सजे ऊंट, मूंछों पर ताव देते रौबीले,  ऊंट उत्सव की झलकियां



 बीकानेर‘नख-शिख सजे ऊंट, मूंछों पर ताव देते रौबीले, चंग की थाप के साथ गूंजते लोकगीत तो मशक वादन से बरबस ही देशी-विदेशी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते लोक कलाकार। ऐसे ही नजारे के साथ निकली शोभायात्रा के साथ बीकानेर में शनिवार से दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय ऊंट महोत्सव की शुरूआत हुई। सुबह शोभायात्रा जूनागढ़ से रवाना होकर डॉ. करणी सिंह स्टेडियम पहुंची। शोभायात्रा को जिला कलक्टर कुमारपाल गौतम व जिला पुलिस अधीक्षक प्रदीप मोहन शर्मा ने हरी झंड़ी दिखाकर रवाना किया। शोभा यात्रा के में कलाकारों के साथ ही ऊंट पर सवार राजस्थानीय पारम्परिक वेशभूषा में विदेशी पर्यटक और राजस्थान की पारम्परिक परिधान में कतारबद्ध बीकानेरी बालायें सिर पर कलश लेकर शोभायात्रा में अलग ही छटा बिखेर रहीं थी। सजे-धजे ऊंटों पर सवार राजस्थान की संस्कृति की झलक दिखाते रौबीलों को देखकर देशी-विदेशी मेहमान रोमांचित हो गये। स्टेडियम में आर्मी के बैगपाइपर बैंड ने सुमधुर स्वरलहरियां बिखेरकर समां बांध दिया। कार्यक्रम के अगले चरण में ऊंट सजावट, ऊंट कताई और ऊंट नृत्य प्रतियोगितायें हुई।सज धजे ऊंटों और ऊंट पर विभिन्न चित्रकारी देखकर पर्यटक अचम्भित रह गये तो ऊंट नृत्य और चारपाई पर ऊंट के करतब देखकर उन्होंने दांतों तले उंगली दबा ली।

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