बाड़मेर जिला कलेक्टर आवास के आगे सीवरेज की पाईप लीकेज, जलदाय विभाग ने नगरपरिषद आयुक्त को लिखा पत्र
बीते कई महीनों से जिला कलेक्टर आवास के आगे सड़क पर लीकेज को लेकर तीन विभागों को लेकर चल रही लीकेज जांच की कार्यवाई में सीवरेज की पाईप लीक पाई गई। अब तक इसे जलदाय विभाग की पाईप लाइन का लीकेज बताया जा रहा था जबकि जलदाय विभाग की पाईप लाइन दूरस्थ पाई गई। अब जलदाय विभाग ने नगर परिषद आयुक्त को जिला कलेक्टर निवास के पास लीकेज सीवर पाईप लाईन को दुरस्त करने के लिए पत्र लिखा है।
बाड़मेर जिला कलेक्टर के आवास के आगे सड़क के बार बार जल जमाव और पानी लीक की समस्या को लेकर बीते दिनों अतिरिक्त जिला कलेक्टर राकेश कुमार शर्मा द्वारा जलदाय विभाग, नगरपरिषद और आर यू डी पी को समस्या के स्थायी निवारण के लिए जांच के आदेश दिए गए थे। जिसके बाद स्थान की सड़क को तोड़कर जांच की गई तो जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की पाईप लाईन सही पाई गई जबकि यहाँ सीवरेज की पाईप में लीकेज पाया गया। इस पर जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के नगर खण्ड के अधिशाषी अभियंता हजारी राम बालवा ने नगर परिषद आयुक्त को पत्र लिखकर स्वयं के विभाग की सीवर पाईप लाईन को दुरुस्त करने के लिए पत्र लिखा है। पत्र के मुताबित नगर परिषद एवम जलदाय विभाग के अधिकारियों की उपस्थिति में लीकेज के कारणों का पता लगाने के लिए गड्ढा खोदा गया था जिसके बाद जलदाय विभाग की पाईप लाईन में पानी चलाकर देखा गया । इस लाईन में लीकेज नही था जबकि लीकेज सीवर लाईन में निकला।
बीते कई महीनों से तीन विभाग इस समस्या को लेकर जूझ रहे थे। अब शुक्रवार को यह साफ हो गया कि मामला सीवर लाईन में लीकेज का है जिसकी जिम्मेदारी नगरपरिषद प्रशासन की है।
बीते कई महीनों से जिला कलेक्टर आवास के आगे सड़क पर लीकेज को लेकर तीन विभागों को लेकर चल रही लीकेज जांच की कार्यवाई में सीवरेज की पाईप लीक पाई गई। अब तक इसे जलदाय विभाग की पाईप लाइन का लीकेज बताया जा रहा था जबकि जलदाय विभाग की पाईप लाइन दूरस्थ पाई गई। अब जलदाय विभाग ने नगर परिषद आयुक्त को जिला कलेक्टर निवास के पास लीकेज सीवर पाईप लाईन को दुरस्त करने के लिए पत्र लिखा है।
बाड़मेर जिला कलेक्टर के आवास के आगे सड़क के बार बार जल जमाव और पानी लीक की समस्या को लेकर बीते दिनों अतिरिक्त जिला कलेक्टर राकेश कुमार शर्मा द्वारा जलदाय विभाग, नगरपरिषद और आर यू डी पी को समस्या के स्थायी निवारण के लिए जांच के आदेश दिए गए थे। जिसके बाद स्थान की सड़क को तोड़कर जांच की गई तो जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग की पाईप लाईन सही पाई गई जबकि यहाँ सीवरेज की पाईप में लीकेज पाया गया। इस पर जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के नगर खण्ड के अधिशाषी अभियंता हजारी राम बालवा ने नगर परिषद आयुक्त को पत्र लिखकर स्वयं के विभाग की सीवर पाईप लाईन को दुरुस्त करने के लिए पत्र लिखा है। पत्र के मुताबित नगर परिषद एवम जलदाय विभाग के अधिकारियों की उपस्थिति में लीकेज के कारणों का पता लगाने के लिए गड्ढा खोदा गया था जिसके बाद जलदाय विभाग की पाईप लाईन में पानी चलाकर देखा गया । इस लाईन में लीकेज नही था जबकि लीकेज सीवर लाईन में निकला।
बीते कई महीनों से तीन विभाग इस समस्या को लेकर जूझ रहे थे। अब शुक्रवार को यह साफ हो गया कि मामला सीवर लाईन में लीकेज का है जिसकी जिम्मेदारी नगरपरिषद प्रशासन की है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें