जेसलमेर बाल कल्याण समिति में निविदाओं में अनियमितताएं,कार्मिकों की संस्था को ही नियम विरुद्ध आदेश*,*अध्यक्ष ने कहा जांच होगी*
*बाडमेर न्यूज़ ट्रैक*
जेसलमेर जिला बाल कल्याण समिति में गत दिनों मेन पावर के लिए लगाए गए टेंडरों में जमकर धांधली की है।।विभाग में कार्यरत बाप बेटे के नाम की संस्था को ही अनियमित स्वीकृति करने की जानकारी मिली।सूत्रानुसार संविदा आधारित कार्मिकों की नियुक्ति के लिए निविदाएं संस्थाओं से मांगी गई थी।।जिसके लिए तीन फर्मो के आवेदन आये थे।।आवेदनों को नगर परिषद चुनाव की आचार संहिता का नियम बताकर समय पर खोले नही गए।।करीब एक माह तक निविदाएं इनके पास रही।।इन निविदाओं में विभाग में कार्यरत एक वरिष्ठ कार्मिक जिनका पुत्र भी इसी विभाग में कार्यरत है।।इन्ही पिता पुत्र के नाम से फर्म का आवेदन नियम विरुद्ध लगाया गया।जबकि लेखा और वित्त विभाग के नियमानुसार विभाग में कार्यरत कार्मिक विभाग की निविदा नही लगा सकते इसके बावजूद विभाग में जमे एक ही जाति के अधिकारियों के पैनल ने दस्तावेजों में हेरा फेरी कर ,कूटरचित दस्तावेज लगा कर इन्ही बाप बेटों की फर्म को अंतिम चयन कर जेयपुर भेजा।।इस अनियमितता की जानकारी प्रभारी अधिकारी हिम्मत सिंह कविया को दे दी गई जिसके बावजूद कोई कार्यवाही करने की बजाय स्वजातीय कार्मिकों को फायदा देने की नीयत से अवैध तरीके से आवंटन का प्रयास किया।।इस संबंध में बाल कल्याण समिति जेसलमेर के अध्यक्ष अमीन खान से बात की तो उन्होंने बताया की मेरे पदभार ग्रहण करने से पूर्व का मामला है।।विभागीय कार्मिक विभाग में टेंडर नही लगा सकता यध नियम है।अगर ऐसा है तो पूरे मामले की जांच कराई जाकर नियमानुसार कार्मिकों के खिलाफ कार्यवाही के लिए लिखा जाएगा।।
*बाडमेर न्यूज़ ट्रैक*
जेसलमेर जिला बाल कल्याण समिति में गत दिनों मेन पावर के लिए लगाए गए टेंडरों में जमकर धांधली की है।।विभाग में कार्यरत बाप बेटे के नाम की संस्था को ही अनियमित स्वीकृति करने की जानकारी मिली।सूत्रानुसार संविदा आधारित कार्मिकों की नियुक्ति के लिए निविदाएं संस्थाओं से मांगी गई थी।।जिसके लिए तीन फर्मो के आवेदन आये थे।।आवेदनों को नगर परिषद चुनाव की आचार संहिता का नियम बताकर समय पर खोले नही गए।।करीब एक माह तक निविदाएं इनके पास रही।।इन निविदाओं में विभाग में कार्यरत एक वरिष्ठ कार्मिक जिनका पुत्र भी इसी विभाग में कार्यरत है।।इन्ही पिता पुत्र के नाम से फर्म का आवेदन नियम विरुद्ध लगाया गया।जबकि लेखा और वित्त विभाग के नियमानुसार विभाग में कार्यरत कार्मिक विभाग की निविदा नही लगा सकते इसके बावजूद विभाग में जमे एक ही जाति के अधिकारियों के पैनल ने दस्तावेजों में हेरा फेरी कर ,कूटरचित दस्तावेज लगा कर इन्ही बाप बेटों की फर्म को अंतिम चयन कर जेयपुर भेजा।।इस अनियमितता की जानकारी प्रभारी अधिकारी हिम्मत सिंह कविया को दे दी गई जिसके बावजूद कोई कार्यवाही करने की बजाय स्वजातीय कार्मिकों को फायदा देने की नीयत से अवैध तरीके से आवंटन का प्रयास किया।।इस संबंध में बाल कल्याण समिति जेसलमेर के अध्यक्ष अमीन खान से बात की तो उन्होंने बताया की मेरे पदभार ग्रहण करने से पूर्व का मामला है।।विभागीय कार्मिक विभाग में टेंडर नही लगा सकता यध नियम है।अगर ऐसा है तो पूरे मामले की जांच कराई जाकर नियमानुसार कार्मिकों के खिलाफ कार्यवाही के लिए लिखा जाएगा।।
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