बाड़मेर सोलर लाइट से रोशन हुए आशियाने
ग्रामीण विकास एवं चेतना संस्थान एवं चिराग रूरल डेवलपमेंट फाउंडेशन मुम्बई द्वारा प्रोजेक्ट चिराग के तहत बाड़मेर जिले के ग्रामीण इलाकों में सोलर लाइट वितरण का कार्य किया गया द्य प्रोजेक्ट चिराग के तहत बिजली से वंचित गाँवों में सौलर लाइट वितरण करने का कार्य किया जाता है द्य इससे भारत के 9 राज्यों के 450 गाँवों को लाभान्वित किया गया है । बिजली के अभाव मेंए ये ग्रामीण मिट्टी के तेल का उपयोग करते हैंए जो न केवल खराब गुणवत्ता का प्रकाश देता हैए बल्कि पर्यावरण और स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है ।
ग्रामीण विकास एवं चेतना संस्थान की अध्यक्ष रुमा देवी ने बताया की संस्थान द्वारा पूर्व में किये गये सर्वे के आधार पर बाड़मेर जिले के खारिया राठोडान और चवा में जनजाति वर्ग के 140 घरों को सोलर लाइट प्रदान की गई । इन गांवों में रहने वाली आबादीए पशुपालनए खेती और क्राफ्ट कार्य करती है द्य उन्हें अपने काम में मदद करने के लिए रोशनी की सख्त जरूरत थी। प्रत्येक परिवार को एक घर के अंदर प्रयोग होने वाली लाइटए एक घर के बाहर प्रयोग होने वाली लाइटए सौर पैनलए बैटरीए मोबाइल चार्जिंग डिवाइस और एक पोर्टेबल लालटेन प्राप्त प्रदान की गई ।
चिराग फाउंडेशन के प्रतिभा पाई ने बताया की सोलर लाइटिंग सिस्टम प्राप्त करने वालों में से अधिकांश क्राफ्ट कार्य करने वाली महिलाएं हैंए वे अब रात्रि में भी इस लाइट के प्रयोग से क्राफ्ट कार्य करने में सक्षम होगी द्य प्रकाश के स्वच्छ और स्थायी स्रोत के कारणए उनके बच्चे रात्रि में बेहतर अध्ययन कर पाएंगे द्य आग लगने का खतरा नहीं रहेगा द्य रात्रि में धोरों में पैदल आवागमन के समय सर्पदंश जैसी घटनाएँ भी नहीं होगी द्य
ग्रामीण विकास एवं चेतना संस्थान एवं चिराग रूरल डेवलपमेंट फाउंडेशन मुम्बई द्वारा प्रोजेक्ट चिराग के तहत बाड़मेर जिले के ग्रामीण इलाकों में सोलर लाइट वितरण का कार्य किया गया द्य प्रोजेक्ट चिराग के तहत बिजली से वंचित गाँवों में सौलर लाइट वितरण करने का कार्य किया जाता है द्य इससे भारत के 9 राज्यों के 450 गाँवों को लाभान्वित किया गया है । बिजली के अभाव मेंए ये ग्रामीण मिट्टी के तेल का उपयोग करते हैंए जो न केवल खराब गुणवत्ता का प्रकाश देता हैए बल्कि पर्यावरण और स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है ।
ग्रामीण विकास एवं चेतना संस्थान की अध्यक्ष रुमा देवी ने बताया की संस्थान द्वारा पूर्व में किये गये सर्वे के आधार पर बाड़मेर जिले के खारिया राठोडान और चवा में जनजाति वर्ग के 140 घरों को सोलर लाइट प्रदान की गई । इन गांवों में रहने वाली आबादीए पशुपालनए खेती और क्राफ्ट कार्य करती है द्य उन्हें अपने काम में मदद करने के लिए रोशनी की सख्त जरूरत थी। प्रत्येक परिवार को एक घर के अंदर प्रयोग होने वाली लाइटए एक घर के बाहर प्रयोग होने वाली लाइटए सौर पैनलए बैटरीए मोबाइल चार्जिंग डिवाइस और एक पोर्टेबल लालटेन प्राप्त प्रदान की गई ।
चिराग फाउंडेशन के प्रतिभा पाई ने बताया की सोलर लाइटिंग सिस्टम प्राप्त करने वालों में से अधिकांश क्राफ्ट कार्य करने वाली महिलाएं हैंए वे अब रात्रि में भी इस लाइट के प्रयोग से क्राफ्ट कार्य करने में सक्षम होगी द्य प्रकाश के स्वच्छ और स्थायी स्रोत के कारणए उनके बच्चे रात्रि में बेहतर अध्ययन कर पाएंगे द्य आग लगने का खतरा नहीं रहेगा द्य रात्रि में धोरों में पैदल आवागमन के समय सर्पदंश जैसी घटनाएँ भी नहीं होगी द्य
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