जैसलमेर पानी पानी हुआ ,गुरुवार को जमकर बरसे बादल ,ठंड बढ़ी
जैसलमेर दस साल में पहली बार नवंबर में जैसलमेर पानी-पानी हो गया है। तेज तूफानी हवाओं, मेघ गर्जना के साथ बारिश से किसानों के खेत-खलिहानों में पका धान पानी में तैर रहा है। हाल यह है कि 24 घंटे में जैसलमेर जिले में डेढ़ इंच बारिश हुई है। सौ से ज्यादा गांवों में ओलावृष्टि हुई है। चने से बड़े आकार के ओलों से गांवों में खेतों में सफेद चादर बिछ गई है। मौसम विभाग की मानें तो आने वाले 48 घंटे और तेज बारिश की संभावना है।बारिश के चलते कई स्कूलों में पानी भर गया ,
जैसलमेर में पिछले 24 घंटे से तेज तूफानी बारिश ने बुधवार से तबाही मचा रखी है जो गुरुवार को भी जारी हे । गांवों में कहीं कच्चे घरों के छप्पर उड़ गए हैं तो कहीं पेड़, बिजली के पोल धराशायी हो गए हैं। ओलावृष्टि से फसलों को जबरदस्त नुकसान पहुंचा है। जिले के,रामगढ़ ,मोहनगढ़ लाठी ,नाचना ,पोकरण सहित 100 से ज्यादा गांवों में तेज बारिश के साथ ओले गिरे।
वर्ष 2010 में 12 नवंबर को जैसलमेर जिले में 54 एमएम बारिश हुई थी, जबकि इसके बाद पहली बार 13 नवंबर को 35 एमएम बारिश की रिकाॅर्ड की गई। दस साल बाद नवंबर में बारिश ने रिकाॅर्ड तोड़ दिया है। बुधवार सुबह 6 बजे से आरम्भ हुई तेज बारिश गुरुवार को भी जारी हे , इससे शहर की कई निजी सरकारी स्कूलों में पानी भर गया।
पारा गिरने से बढ़ी ठंड
जैसलमेर में बारिश व ओलावृष्टि के बाद ठंडी हवा चलने से दिन व रात के पारे में गिरावट दर्ज की गई है। गुरु वार को अधिकतम पारा 4 डिग्री गिरकर 23 डिग्री तक पहुंच गया। जबकि न्यूनतम पारा 18 डिग्री रहा। बारिश के बाद ठंडी हवा चलने से तापमान में लगातार गिरावट हो रही है। इससे सर्दी का असर बढ़ गया है।
कई जगह बिजली गिरी
बेमौमस बारिश में तेज गर्जना के साथ आकाशीय बिजली करने की संभावना सबसे ज्यादा बढ़ जाती है। यही वजह है कि गुरुवार को दिनभर में जिले के सैकड़ों गांवों में हुई बारिश के दौरान करीब एक दर्जन से ज्यादा जगह आकाशीय बिजली गिरी। इससे कहीं पशु शिकार हुए हैं तो कहीं पेड़ों को नुकसान पहुंचा है।
आज फिर तेज बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक जैसलमेर जिले में अगले 2-3 दिन तक बारिश की संभावना है। गुरुवार को तेज तूफानी बारिश व ओलेगिरे । 16 नवंबर तक इस तरह का मौसम बना रहेगा। ठंड बढ़ने से दिन व रात के पारे में गिरावट होगी।
जैसलमेर दस साल में पहली बार नवंबर में जैसलमेर पानी-पानी हो गया है। तेज तूफानी हवाओं, मेघ गर्जना के साथ बारिश से किसानों के खेत-खलिहानों में पका धान पानी में तैर रहा है। हाल यह है कि 24 घंटे में जैसलमेर जिले में डेढ़ इंच बारिश हुई है। सौ से ज्यादा गांवों में ओलावृष्टि हुई है। चने से बड़े आकार के ओलों से गांवों में खेतों में सफेद चादर बिछ गई है। मौसम विभाग की मानें तो आने वाले 48 घंटे और तेज बारिश की संभावना है।बारिश के चलते कई स्कूलों में पानी भर गया ,
जैसलमेर में पिछले 24 घंटे से तेज तूफानी बारिश ने बुधवार से तबाही मचा रखी है जो गुरुवार को भी जारी हे । गांवों में कहीं कच्चे घरों के छप्पर उड़ गए हैं तो कहीं पेड़, बिजली के पोल धराशायी हो गए हैं। ओलावृष्टि से फसलों को जबरदस्त नुकसान पहुंचा है। जिले के,रामगढ़ ,मोहनगढ़ लाठी ,नाचना ,पोकरण सहित 100 से ज्यादा गांवों में तेज बारिश के साथ ओले गिरे।
वर्ष 2010 में 12 नवंबर को जैसलमेर जिले में 54 एमएम बारिश हुई थी, जबकि इसके बाद पहली बार 13 नवंबर को 35 एमएम बारिश की रिकाॅर्ड की गई। दस साल बाद नवंबर में बारिश ने रिकाॅर्ड तोड़ दिया है। बुधवार सुबह 6 बजे से आरम्भ हुई तेज बारिश गुरुवार को भी जारी हे , इससे शहर की कई निजी सरकारी स्कूलों में पानी भर गया।
पारा गिरने से बढ़ी ठंड
जैसलमेर में बारिश व ओलावृष्टि के बाद ठंडी हवा चलने से दिन व रात के पारे में गिरावट दर्ज की गई है। गुरु वार को अधिकतम पारा 4 डिग्री गिरकर 23 डिग्री तक पहुंच गया। जबकि न्यूनतम पारा 18 डिग्री रहा। बारिश के बाद ठंडी हवा चलने से तापमान में लगातार गिरावट हो रही है। इससे सर्दी का असर बढ़ गया है।
कई जगह बिजली गिरी
बेमौमस बारिश में तेज गर्जना के साथ आकाशीय बिजली करने की संभावना सबसे ज्यादा बढ़ जाती है। यही वजह है कि गुरुवार को दिनभर में जिले के सैकड़ों गांवों में हुई बारिश के दौरान करीब एक दर्जन से ज्यादा जगह आकाशीय बिजली गिरी। इससे कहीं पशु शिकार हुए हैं तो कहीं पेड़ों को नुकसान पहुंचा है।
आज फिर तेज बारिश
मौसम विभाग के मुताबिक जैसलमेर जिले में अगले 2-3 दिन तक बारिश की संभावना है। गुरुवार को तेज तूफानी बारिश व ओलेगिरे । 16 नवंबर तक इस तरह का मौसम बना रहेगा। ठंड बढ़ने से दिन व रात के पारे में गिरावट होगी।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें