जैसलमेर *ग्राम सेवा सहकारी समिति डेढ़ा में मृत सदस्यो को ऋण के साथ बाहरी लोगों को ऋण*
*अध्यक्ष ने की गबन की जांच की मांग*
जैसलमेर सेंट्रल कॉपरेटिव बैंक और ग्राम सेवा सहकारी समिति डेढ़ा के व्यवस्थापक की मिली भगत से डेढ़ करोड़ रुपये के गबन के मामले को लेकर समिति अध्यक्ष और बैंक आमने सामने हो गए।।अध्यक्ष ने आरोप लगता कि समिति डेढ़ा में उनकी जानकारी के बिना व्यवस्थापक ने बैंक कार्मिकों के साथ मिलकर डेढ़ करोड़ का गबन किया जिसकी जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की जाए।।
जानकारी के अनुसार ग्राम सेवा सहकारी समिति डेढ़ा के व्यवस्थापक ने बैंक कार्मिकों की मिली भगत से समिति क्षेत्र से बाहर शहरी क्षेत्र में बड़ी तादाद में ऋण वितरित किये। व्यवस्थापक द्वारा बिना एम सी एल स्वीकृति के कई लोगो को ऋण वितरित कर दिए।।साथ ही समिति ने ऐसे दर्जनों लोगों को ऋण दिया जो समिति के सदस्य तक नही है।।इतना ही नही व्यवस्थापक द्वारा समिति के मृत सदस्यो के नाम से ऋण जारी कर गबन कर लिया।जबकि मृतक के परिजनों तक को इसकी जानकारी नही।।समिति द्वारा किसानों से बीज खरीद ऋण वितरण में दोहरी हिस्सा राशि काट कर किसानों के साथ छल किया गया जबकि इन किसानों की हिस्सा राशि पूर्व में समिति में जमा थी। समिति के सदस्य किसानो के रबी ऋण के तीन सालो के ऋण वितरण में जमकर धांधली की गयी ,किसानो के खातों में ऋण राशि जमा नहीं होकर मिलीभगत से फर्जी खातों में स्थानानान्तरित करवा क्र भुगतान उठालाखो रुपयों का गबन कर लिया। ग्राम सेवा सहकारी समिति डेढ़ा के अध्यक्ष नारायण सिंह भाटी ने जिला कलेक्टर नमित मेहता से मिलकर जांच की मांग की।जिला कलेक्टर ने मुख्य प्रबंधक को मामले की पूर्ण जांच कर रिपोर्ट देने को लिखा है।मुख्य प्रबंधक सुजानाराम ने जांच कारण सिंह को दी.
डेढ़ा समिति के अध्यक्ष द्वारा शिकायत की गयी थी जिसकी जाँच के आदेश कर दिए हैं,जाँच के बाद रिपोर्ट के अनुसार कार्यवाही अम्ल में लाई जाएगी
डेढ़ा समिति में व्यवस्थापक और बैंक कर्मियों ने मिलकर गबन किया ,भरी अनियमितताए बरती गयी ,मैं अध्यक्ष हूँ मेरी जानकारी के बिना कूटदस्तावेजो से गबन कर लिया ,मृत सदस्यों के नाम से भुगतान उठा लिया,क्षेत्र के बहरी लोगो को जमकर ऋण दिए गए ,पूरा मामला जानकारी में आने पर जिला कलेक्टर से मिल मामले की जाँच की मांग की थी ,जाँच चल रही हैं ,
*अध्यक्ष ने की गबन की जांच की मांग*
जैसलमेर सेंट्रल कॉपरेटिव बैंक और ग्राम सेवा सहकारी समिति डेढ़ा के व्यवस्थापक की मिली भगत से डेढ़ करोड़ रुपये के गबन के मामले को लेकर समिति अध्यक्ष और बैंक आमने सामने हो गए।।अध्यक्ष ने आरोप लगता कि समिति डेढ़ा में उनकी जानकारी के बिना व्यवस्थापक ने बैंक कार्मिकों के साथ मिलकर डेढ़ करोड़ का गबन किया जिसकी जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की जाए।।
जानकारी के अनुसार ग्राम सेवा सहकारी समिति डेढ़ा के व्यवस्थापक ने बैंक कार्मिकों की मिली भगत से समिति क्षेत्र से बाहर शहरी क्षेत्र में बड़ी तादाद में ऋण वितरित किये। व्यवस्थापक द्वारा बिना एम सी एल स्वीकृति के कई लोगो को ऋण वितरित कर दिए।।साथ ही समिति ने ऐसे दर्जनों लोगों को ऋण दिया जो समिति के सदस्य तक नही है।।इतना ही नही व्यवस्थापक द्वारा समिति के मृत सदस्यो के नाम से ऋण जारी कर गबन कर लिया।जबकि मृतक के परिजनों तक को इसकी जानकारी नही।।समिति द्वारा किसानों से बीज खरीद ऋण वितरण में दोहरी हिस्सा राशि काट कर किसानों के साथ छल किया गया जबकि इन किसानों की हिस्सा राशि पूर्व में समिति में जमा थी। समिति के सदस्य किसानो के रबी ऋण के तीन सालो के ऋण वितरण में जमकर धांधली की गयी ,किसानो के खातों में ऋण राशि जमा नहीं होकर मिलीभगत से फर्जी खातों में स्थानानान्तरित करवा क्र भुगतान उठालाखो रुपयों का गबन कर लिया। ग्राम सेवा सहकारी समिति डेढ़ा के अध्यक्ष नारायण सिंह भाटी ने जिला कलेक्टर नमित मेहता से मिलकर जांच की मांग की।जिला कलेक्टर ने मुख्य प्रबंधक को मामले की पूर्ण जांच कर रिपोर्ट देने को लिखा है।मुख्य प्रबंधक सुजानाराम ने जांच कारण सिंह को दी.
डेढ़ा समिति के अध्यक्ष द्वारा शिकायत की गयी थी जिसकी जाँच के आदेश कर दिए हैं,जाँच के बाद रिपोर्ट के अनुसार कार्यवाही अम्ल में लाई जाएगी
डेढ़ा समिति में व्यवस्थापक और बैंक कर्मियों ने मिलकर गबन किया ,भरी अनियमितताए बरती गयी ,मैं अध्यक्ष हूँ मेरी जानकारी के बिना कूटदस्तावेजो से गबन कर लिया ,मृत सदस्यों के नाम से भुगतान उठा लिया,क्षेत्र के बहरी लोगो को जमकर ऋण दिए गए ,पूरा मामला जानकारी में आने पर जिला कलेक्टर से मिल मामले की जाँच की मांग की थी ,जाँच चल रही हैं ,
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