चंडीगढ़ / गैंगस्टर को पैरोल नहीं मिली तो युवती ने तस्वीर से की शादी, 3 साल बाद कोर्ट के आदेश पर नाभा जेल में फेरे

चंडीगढ़ / गैंगस्टर को पैरोल नहीं मिली तो युवती ने तस्वीर से की शादी, 3 साल बाद कोर्ट के आदेश पर नाभा जेल में फेरे
Married in Nabha Jail after 3 years on court order
चंडीगढ़. खबर फिल्मी है। डबल मर्डर केस में गैंगस्टर जेल में था। शादी तय होने के बाद भी उसे पैरोल में नहीं छोड़ा गया। इससे गुस्साई युवती ने गैंगस्टर की तस्वीर से पहले शादी की और फिर उसके घर में जाकर रहने लगी। 3 साल बाद उसकी जिद के आगे पुलिस प्रशासन झुक गया। हाईकोर्ट के आदेश के बाद नाभा जेल में उसकी शादी कराई गई। लड़के पर हत्या समेत 11 केस दर्ज हैं और वह 10 साल से जेल में है।

बुधवार सुबह 9.10 बजे दुल्हन अपने परिजनों के साथ एक लाल रंग की कार में सझधज कर जेल पहुंची। दुल्हन व उसके परिजन जरूरी चेकिंग के बाद अंदर गए। जेल के अंदर गुरुद्वारा सजा हुआ था और आनंद कारज के पूरे इंतजाम थे। लड़की पक्ष की तरफ से दुल्हन की मां, भाई और लड़के पक्ष से मां रशपाल कौर, भांजा और दूसरे रिश्तेदारों सहित कुल 8 लोग शामिल हुए। सुबह 11:30 बजे से 12:30 बजे तक शादी की धार्मिक रस्में पूरी कीं। दरअसल, यह मामला मोगा जिले के गांव दोपड़द का है।

मोगा का रहने वाला मनदीप एक सरपंच और उसके गनमैन के कत्ल में उम्र कैद की सजा काट रहा है। उस पर 11 केस दर्ज हैं। 2016 में दुल्हन पवनदीप कौर का रिश्ता मनदीप के साथ हुआ। दोनों का विवाह होना भी तय हो गया था परंतु हाईकोर्ट ने सुरक्षा कारणों के चलते मनदीप को विवाह के लिए पैरोल नहीं दी। इस पर गुस्से में आई पवनदीप ने मनदीप की तस्वीर के साथ ही विवाह कर लिया और मनदीप की मां के पास रहने लगी। 2016 में छुट्टी नामंजूर होने पर मनदीप के परिजन हाई कोर्ट चले गए। 3 साल बाद इस पर हाईकोर्ट ने जेल में ही 6 घंटे छुट्टी देकर उसकी शादी करवाने के आदेश दे दिए। जेल सुपरिंटेंडेंट रमनदीप सिंह भंगू ने बताया कि थ्री लेयर सुरक्षा में शादी कराई गई।

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