दौसा जिला अदालत परिसर में खौफनाक वारदात, पति ने पत्नी की चाकू से गोदकर की हत्या
दौसा. राजस्थान के दौसा जिले में बुधवार को न्यायालय परिसर ) में पेशी के लिए आई एक महिला की उसके पति ने चाकू से गोद कर निर्मम तरीके से हत्या कर दी. इस घटना के बाद न्यायालय परिसर में हड़कम्प मच गया. न्यायिक अधिकारी भी अपने कक्षों से बाहर आ गए. जिस महिला पर हमला हुआ है उसका नाम शीला देवी बताया जा रहा है. शीला पर अपनी ही बेटी को बेचने का आरोप था. इसी सिलसिले में वह कोर्ट में पेशी पर आई थी. महिला का भाई इस दौरान उसके साथ था.
कोर्ट परिसर में ही महिला के पति अमरचंद ने उसपर चाकू से हमला बोल दिया. उसने शीलादेवी पर एक-दो नहीं बल्कि चाकू से 15-20 वार किए. इस हमले में महिला बुरी तरह से लहूलुहान हो गई. घायल महिला को तुरंत दौसा के राजकीय अस्पताल ले जाया गया जहां उसको मृत घोषित कर दिया गया. पुलिस ने आरोपी अमरचंद को गिरफ्तार कर लिया है.
घटना के बाद वकीलों ने न्यायालय परिसर में जमकर हंगामा किया.
कोर्ट परिसर में हुए इस हत्याकांड के बाद स्थानीय वकीलों ने भी कोर्ट परिसर में हंगामा किया और धरने पर बैठ गए. वकीलों का कहना है कि पुलिस ने खून से लथपथ महिला को अस्पताल ले जाने में तत्परता नहीं दिखाई, उल्टे जो वकील महिला को अस्पताल ले जा रहे थे उनके साथ भी बदसलूकी की. दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर वकीलों ने खासी नारेबाजी भी की.
दौसा. राजस्थान के दौसा जिले में बुधवार को न्यायालय परिसर ) में पेशी के लिए आई एक महिला की उसके पति ने चाकू से गोद कर निर्मम तरीके से हत्या कर दी. इस घटना के बाद न्यायालय परिसर में हड़कम्प मच गया. न्यायिक अधिकारी भी अपने कक्षों से बाहर आ गए. जिस महिला पर हमला हुआ है उसका नाम शीला देवी बताया जा रहा है. शीला पर अपनी ही बेटी को बेचने का आरोप था. इसी सिलसिले में वह कोर्ट में पेशी पर आई थी. महिला का भाई इस दौरान उसके साथ था.
कोर्ट परिसर में ही महिला के पति अमरचंद ने उसपर चाकू से हमला बोल दिया. उसने शीलादेवी पर एक-दो नहीं बल्कि चाकू से 15-20 वार किए. इस हमले में महिला बुरी तरह से लहूलुहान हो गई. घायल महिला को तुरंत दौसा के राजकीय अस्पताल ले जाया गया जहां उसको मृत घोषित कर दिया गया. पुलिस ने आरोपी अमरचंद को गिरफ्तार कर लिया है.
घटना के बाद वकीलों ने न्यायालय परिसर में जमकर हंगामा किया.
कोर्ट परिसर में हुए इस हत्याकांड के बाद स्थानीय वकीलों ने भी कोर्ट परिसर में हंगामा किया और धरने पर बैठ गए. वकीलों का कहना है कि पुलिस ने खून से लथपथ महिला को अस्पताल ले जाने में तत्परता नहीं दिखाई, उल्टे जो वकील महिला को अस्पताल ले जा रहे थे उनके साथ भी बदसलूकी की. दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर वकीलों ने खासी नारेबाजी भी की.
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