शनिवार, 28 सितंबर 2019

जैसलमेर अमरसागर विधायक कोष से पांच लाख का गबन के मामले में जाँच कमिटी बिठाई

जैसलमेर अमरसागर विधायक कोष से पांच लाख का गबन के मामले में जाँच कमिटी बिठाई 

*सरपंच ने कहा कि हमने समाज के कहने से मुक्तिधाम में काम करवाया,कोष के पैसे का दुरुपयोग नही किया*

*मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कहा कि स्वीकृत स्थान के अलावा अन्य स्थान पर कार्य करना गलत*



 जैसलमेर जिले की अमर सागर ग्राम पंचायत में विधायक कोष से जारी पांच लाख रुपये के गबन का मामला सामने आया हैं।उक्त मामले की जाँच के  कार्यकारी अधिकारी ने जारी कर दिए हैं ,प्रकरण की जाँच के लिए विकास अधिकारी जैसलमेर की अध्यक्षता में जांच कमिटी  किया हैं ।सूत्रानुसार तत्कालीन विधायक छोटू सिंह भाटी द्वारा भाटिया समाज को निर्माण कार्य के लिए पांच लाख रुपये विधायक कोष से जारी किए थे।।जिसकी कार्यकारी एजेंसी ग्राम पंचायत अमरसागर थी।।भाटिया समाज ने उक्त राशि का उपयोग निर्माण कार्य मे करने से मना कर दिया था।।दो रोज पूर्व अमर सागर ग्राम पंचायत के प्रतिनिधि भाटिया बगीची पहुंचे ।तथा समाज के लोगो से आग्रह किया कि भवन पर विधायक कोष निर्माण का उद्घाटन पत्थर लगाकर फोटो खींचने दे।मगर समाज के लोगो ने ऐसा करने से मना कर दिया।।इधर इस फर्जीवाड़े की जानकारी समाज को मिली तो समाज के लोगो ने जिला परिषद में सूचना के अधिकार के तहत आवेदन लगा सच्चाई जाननी चाही।।जिला परिषद द्वारा आर टी आई कि सूचना तैयार कर दी। सूत्रों के अनुसार पंचायत समिति जेसलमेर के तत्कालीन सहायक अभियंता और ग्राम पंचायत के कार्मिकों ने एम बी भर बिल बनाकर उक्त पांच लाख को राशि उठा ली। मामले में हुए भरष्टाचार से समाज भी सकते में हेकि आखिर समाज ने निर्माण कार्य करवाया नही तो 5 लाख की राशि कैसे उठ गई।इस मामले की जानकारी के लिए ग्राम सेवक अमर सागर को कई मर्तबा बाडमेर न्यूज़ ट्रैक द्वारा कॉल किया गया।मगर फोन बंद आया।


इधर खबर चलने के बाद सरपंच अमरसागर ने दूरभाष पर इस प्रकरण को लेकर बताया कि विधायक कोष से मिले 5 लाख रुपये का उपयोग भाटिया समाज के तत्कालीन अध्यक्ष जग्गनाथ भाटिया ने उक्त राशि समाज के मुक्तिधाम में निर्माण कार्य लगाने को कहा था।उनके कहने पर किशनघाट के ठेकेदार के माध्यम से मुक्तिधाम में निर्माण कार्य कराया गया।।समाज मे आपसी गुटबाज़ी के कारण शिकायते की जा रही है।।हमने विधायक कोष का पैसा समाजहित में उनके कहने से लगाया ।निर्माण कार्य भी हो चुका है।चूंकि तत्कालीन अध्यक्ष का निधन हो गया ।।अब आनाकानी कर रहे है।इसको लेकर समाज के मौजिज लोगो से बातचीत चल रही है।मामला निपट जाएगा।।

स्वीकृत काम का स्थान परिवर्तन नही हो सकता।।जिस स्थान पर कार्य स्वीकृत है वहीं काम होना चाहिए। इस मामले की जांच के लिए विकास अधिकारी की अध्यक्षता में एक कमिटी बनाई है जो पूरे प्रकरण की जांच करेगी।।जांच में दोषी पाए जाने पर कड़ी कार्यवाही होगी।
ओमप्रकाश मेहरा मुख्य कार्यकारी अधिकारी ,जिला परिषद जैसलमेर

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