गुरुवार, 12 सितंबर 2019

जैसलमेर,सतर्कता समिति में दर्ज प्रकरणों का प्राथमिकता से निस्तारण कर परिवादियो को पहुंचाएं राहत-जिला कलक्टर 7 प्रकरणों का निस्तारण

जैसलमेर,सतर्कता समिति में दर्ज प्रकरणों का प्राथमिकता से

निस्तारण कर परिवादियो को पहुंचाएं राहत-जिला कलक्टर

7 प्रकरणों का निस्तारण

जैसलमेर, 12 सितम्बर। जिला कलक्टर नमित मेहता ने अधिकारियों को निर्देष दिए कि वे जिला जन अभियोग निराकरण एवं सतर्कता समिति में दर्ज प्रकरणों का प्राथमिकता से निस्तारण कर परिवादियों को समय पर राहत पहुंचावें ताकि इस उच्च स्तरीय फोर्म के प्रति लोगों का विष्वास बढ़े। उन्होंने अधिकारियों को यह भी निर्देष दिए कि वे समिति में दर्ज प्रकरणों को सदैव गंभीरता से लें एवं परिवादी को बुलाकर उसके मामले में क्या राहत मिल सकती है उसके बारे में भी अवगत करावें एवं साथ ही उनके स्तर से जिन समस्या का निस्तारण हो सकें उनका निदान करें ताकि लोगों को जिला स्तर की सतर्कता समिति मे कम से कम प्रकरणांे के लिए आना पडें। बैठक में समिति स्तर पर दर्ज 22 प्रकरणों पर विस्तार से समीक्षा की गई एवं संबंधित विभागों द्वारा आवष्यक कार्यवाही करने के बाद समिति स्तर से 7 प्रकरणों का निस्तारण कर दिया गया।

बैठक में जिला प्रमुख श्रीमती अंजना मेघवाल, जिला पुलिस अधीक्षक डाॅ.किरण कंग, अतिरिक्त जिला कलक्टर भागीरथ विष्नोई, मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओमप्रकाष, उपखण्ड अधिकारी जैसलमेर अजय, फतेहगढ विकास राजपुरोहित, पोकरण आकांक्षा बैरवा, आयुक्त नगरपरिषद सुखराम खोखर, सचिव नगर विकास न्यास चंचल वर्मा के साथ ही अन्य जिला अधिकारी एवं परिवादी उपस्थित थे।

बैठक में जिला कलक्टर ने अधिकारियों को निर्देष दिए कि सतर्कता समिति में दर्ज प्रकरणों के मामले में जिन विभागों को जो समय सीमा दी गई है उस समय सीमा में प्रकरण निस्तारण गंभीरता से करें। उन्होंने साथ ही यह भी हिदायत दी कि प्रकरण में की गई कार्यवाही से परिवादी को भी अवगत करायें। उन्होंने बैठक में प्रकरणों से संबंधित परिवादियांे को बुलाया एवं अधिकारियांे द्वारा उनके प्रकरण में क्या कार्यवाही की गई है उससे भी अवगत कराया।

इन्हें मिली राहत

बैठक के दौरान परिवादी नखतसिंह निवासी जसकरणपुरा के पडत भूमि पर अतिक्रमण के मामलें में तहसीलदार जैसलमेर ने अवगत कराया कि टीम गठित करके अतिक्रमण हटा दिया गया है इसलिए यह प्रकरण समिति स्तर से निस्तारित कर दिया गया। परिवादी तेजाराम के मामले में जिला षिक्षा अधिकारी माध्यमिक ने बताया कि इनका प्रकरण न्यायालय से खारिज हो चुका है इसलिए यह प्रकरण भी निस्तारित कर दिया गया। परिवादी लोकेन्द्रसिंह निवासी तेजमालता द्वारा बताया गया कि राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में हाॅल एवं लाईबे्ररी का काम चालू नहीं हुआ है इस मामले में जिला षिक्षा अधिकारी ने बताया कि कार्य चालू कर दिया गया है इसलिए यह प्रकरण भी निस्तारित कर दिया गया है। परिवादी रायमलसिंह निवासी तेजमालता के सिवाय चक भूमि पर अतिक्रमण के मामले में तहसीलदार फतेहगढ ने बताया कि रास्ते का अतिक्रमण हटा दिया गया है इसलिए यह प्रकरण भी निस्तारित कर दिया गया है।

इन प्रकरणांे में दिए निर्देष

जिला कलक्टर ने परिवादी सवाईसिंह निवासी पारेवर के मामले में जिला कलक्टर ने परिवादी को सुनकर 10 दिवस में मुख्य कार्यकारी अधिकारी को जांच टीम गठित कर फर्जीवाडे की जांच कराने के निर्देष दिए। इसी प्रकार परिवादी रूपचन्द सोनी द्वारा मोहनगढ मंे राजकीय भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराने के मामले में कार्यवाही नहीं होने पर जिला कलक्टर ने विकास अधिकारी को 17 सीसीए की चार्जषीट जारी करने के साथ ही आगामी 7 दिवस में जारी कर पालना रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देष दिए। इसी प्रकार परिवादी अल्लाखां के मामले में सहकारी बैंक के अधिकारी को 15 दिवस में जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देष दिए। वहीं परिवादी मीना देवी मोहता चाचा पाडा के मामले में नगरपरिषद की भूमि पर हुए अतिक्रमण को हटाने के मामले में आयुक्त नगर परिषद को निर्देष दिए कि वे इसकी जांच कर 7 दिवस में प्रभावी कार्यवाही करें।

जिला प्रमुख श्रीमती अंजना मेघवाल ने कहा कि आमजन को राहत पहुंचाना सरकार की प्राथमिकता है इसलिए सभी अधिकारी लोगों की समस्याएं धैर्य से सुनंे एवं उनका निराकरण करें। उन्हांेने सतर्कता समिति में दर्ज प्रकरणांे में विषेष रूचि दिखाकर राहत पहुंचाने की आवष्यकता जताई। जिला पुलिस अधीक्षक डाॅ. किरण कंग ने भी पुलिस से संबंधित परिवादों को सुना एवं संबंधित लोगों को आवष्यक कार्यवाही कराने का विष्वास दिलाया।

अतिरिक्त जिला कलक्टर भागीरथ विष्नोई ने बैठक में एक-एक प्रकरण को विस्तार से रखा वहीं विभागों द्वारा की गई कार्यवाही से अवगत कराया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देष दिए कि वे प्रकरणांे के मामले में पालना प्रगति प्रतिवेदन समय पर प्रस्तुत करें।

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जिला कलक्टर ने जिला स्तरीय जनसुनवाई में लोगों की सुनी धैर्य से परिवेदनाएॅं,

प्राथमिकता से निस्तारित कर राहत पहुंचाने के दिए निर्देष

जनसुनवाई के प्रति लोगों में बढ़ें विष्वास,

जैसलमेर, 12 सितम्बर। जिला कलक्टर नमित मेहता ने जिला स्तरीय जनसुनवाई कार्यक्रम के दौरान लोगों की धैर्य के साथ परिवेदनाएॅं सुनी और संबंधित अधिकारियों को निर्देष दिये कि वे इन परिवेदनाओं में प्राथमिकता से कार्यवाही करते हुए संबंधित को राहत पहुंचावें। उन्होंने यह भी निर्देष दिये कि जनसुनवाई से समय पर राहत मिले तभी लोगों का इस पर विष्वास बढता है। जिला स्तरीय जनसुनवाई में अच्छी संख्या में लोग उपस्थित हुए एवं अपनी व्यक्तिगत व सार्वजनिक समस्या से सम्बन्धित प्रार्थना-पत्र पेष किए।

जिला स्तरीय जनसुनवाई में जिला प्रमुख श्रीमती अंजना मेघवाल, जिला पुलिस अधीक्षक डाॅ.किरण कंग, अतिरिक्त जिला कलक्टर भागीरथ विष्नोई, मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओमप्रकाष, उपखण्ड अधिकारी जैसलमेर अजय, फतेहगढ विकास राजपुरोहित, पोकरण आकांक्षा बैरवा, आयुक्त नगरपरिषद सुखराम खोखर, सचिव नगर विकास न्यास चंचल वर्मा के साथ ही अन्य जिला अधिकारी उपस्थित थे।

जिला कलक्टर ने विषेष रुप से आमजन की सेवाओं से जुड़े अधिकारियों को निर्देष दिए कि वे उनके विभाग की समस्याओं के प्रति सजग रह कर समस्या का समाधान अपने स्तर से करें ताकि लोगों को जिला स्तर तक नहीं आना पडें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार भी आमजन की जनसमस्या के निराकरण को प्राथमिकता दे रहीं है इसलिए सभी अधिकारी अपने विभाग स्तर पर गंभीरता से लोगों की समस्याएं सुनकर समाधान करना है तभी हम गुड गर्वनेंस को दे सके। उन्होंने नगरपरिषद के पानी, बिजली के साथ ही सडक पर किए गए अतिक्रमणों के मामले में भी अपने स्तर से नियमित रूप से निरीक्षण करवाकर आवष्यक कार्यवाही करने के निर्देष दिए।

जनसुनवाई के दौरान परिवादी शम्भूसिंह सहायक व्यवस्थापक के परेषान करने के मामले में सहकारी बैंक को निर्देष दिए कि वे इसकी जांच करावें। इसी प्रकार ग्राम सेवा सहकारी समिति ढेडा के ऋण वितरण की जांच करने के निर्देष दिए। इसी प्रकार परिवादी प्रकाष परिहार के बाल भारती विद्यालय गीता आश्रम चैराहा पर परिसर में चल रहें अन्य गतिविधियों को बंद कराने के मामले में भी जिला षिक्षा अधिकारी को निर्देष दिए कि वे इसकी जांच करावें।

इस प्रकार जिला स्तरीय जनसुनवाई लोगों के लिए काफी लाभदायी रहीं। जनसुनवाई में परिवादियों को राहत मिलने से जिला स्तरीय जनसुनवाई के प्रति लोगों का विष्वास बढ़ रहा है एवं जनसुनवाई में परिवादियों की संख्या में हर बार बढोतरी हो रही है।

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