शिक्षा मंत्री ड़ोटासरा आज से 5 दिन कजाकिस्तान दौरे पर*
चेतन ठठेरा
सीकर/ शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा अब विदेशी माटी पर भारत का गौरव बढाएंगे। वह कजाकिस्तान में 17 से 21 सितम्बर तक आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में पर्यटन मंत्री के तौर पर शिरकत करेंगे। डोटासरा के पास शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) के अलावा देवस्थान व पर्यटन विभाग का भी जिम्मा है। पिछले दिनों दिल्ली में हुए पर्यटन मंत्रियों के सम्मेलन में डोटासरा ने राजस्थान की काफी मजबूत ढंग से पैरवी की थी। इसके बाद वर्षो से अटके कई प्रोजेक्टों की आस भी राजस्थान की जनता में जगी। राजस्थान सरकार ने अब विदेश में भी राजस्थान की माटी की महक को फैलाने के लिए डोटासरा को सम्मेलन में पर्यटन मंत्री के तौर पर भेजने का फैसला लिया है। शिक्षा मंत्री के निजी सहायक हेमन्त सिंह चौहान ने बताया कि ड़ोटासरा 16 सितम्बर को रात साढ़े सात बजे जयपुर से रवाना होकर रात साढ़े आठ बजे दिल्ली जहा से रात 1.25 बजे कजाकिस्तान के लिए रवाना होंगे। 17 सितम्बर को सुबह 5.25बजे मास्को (कजाकिस्तान) पहुचेंगे। जहा वह निर्धारित बैठके व दौरे करेंगे। 21 सितम्बर को सुबह सात बजे रवाना होकर सुबह साढ़े दस बजे दिल्ली पहुंचेंगे। खास बात यह है कि हर मुद्दे की नॉलेज के साथ बेहतरीन तरीके से प्रस्तुतिकरण व सियासी आक्रमकता के लिए डोटासरा काफी जाने जाते है।
चेतन ठठेरा
सीकर/ शिक्षा मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा अब विदेशी माटी पर भारत का गौरव बढाएंगे। वह कजाकिस्तान में 17 से 21 सितम्बर तक आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में पर्यटन मंत्री के तौर पर शिरकत करेंगे। डोटासरा के पास शिक्षा (स्वतंत्र प्रभार) के अलावा देवस्थान व पर्यटन विभाग का भी जिम्मा है। पिछले दिनों दिल्ली में हुए पर्यटन मंत्रियों के सम्मेलन में डोटासरा ने राजस्थान की काफी मजबूत ढंग से पैरवी की थी। इसके बाद वर्षो से अटके कई प्रोजेक्टों की आस भी राजस्थान की जनता में जगी। राजस्थान सरकार ने अब विदेश में भी राजस्थान की माटी की महक को फैलाने के लिए डोटासरा को सम्मेलन में पर्यटन मंत्री के तौर पर भेजने का फैसला लिया है। शिक्षा मंत्री के निजी सहायक हेमन्त सिंह चौहान ने बताया कि ड़ोटासरा 16 सितम्बर को रात साढ़े सात बजे जयपुर से रवाना होकर रात साढ़े आठ बजे दिल्ली जहा से रात 1.25 बजे कजाकिस्तान के लिए रवाना होंगे। 17 सितम्बर को सुबह 5.25बजे मास्को (कजाकिस्तान) पहुचेंगे। जहा वह निर्धारित बैठके व दौरे करेंगे। 21 सितम्बर को सुबह सात बजे रवाना होकर सुबह साढ़े दस बजे दिल्ली पहुंचेंगे। खास बात यह है कि हर मुद्दे की नॉलेज के साथ बेहतरीन तरीके से प्रस्तुतिकरण व सियासी आक्रमकता के लिए डोटासरा काफी जाने जाते है।
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