रविवार, 25 अगस्त 2019

जोधपुर / हिस्ट्रीशीटर ने बाइक सवार को कुचला, दूसरी बाइक काे टक्कर मारी, पीछा करने पर साथी को मार डाला

जोधपुर / हिस्ट्रीशीटर ने बाइक सवार को कुचला, दूसरी बाइक काे टक्कर मारी, पीछा करने पर साथी को मार डाला
घटना से नाराज लोगों को समझाती पुलिस।
जोधपुर. शहर में रात में बदमाशों का बीच शहर मेनरोड पर वारदात को अंजाम देकर फरार होने और पुलिस का मामले को हलके में लेने का सिलसिला थम ही नहीं रहा है। नया मामला पांचवीं रोड स्थित ईदगाह के पास का है। यहां बुधवार रात प्रतापनगर थाने के हिस्ट्रीशीटर आदिल ने एक बाइक सवार को कुचला और दूसरे बाइक सवार को टक्कर मारकर भागने लगे।

इसमें एक घायल हो गया, दूसरे ने बाइक से पीछा किया तो चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर फरार हा़े गया। जोरावरसिंह (29) पुत्र गणपतसिंह रावणा राजपूत ने मेनरोड पर तड़प-तड़पकर दम तोड़ दिया।, लेकिन पुलिस गश्ती दल नहीं पहुंचा। दूसरे दिन गुरुवार दोपहर तक पुलिस हत्या को हादसा समझती रही।


एसीपी विक्रम सिंह ने बताया कि प्रतापनगर का हिस्ट्रीशीटर आदिल, साथी इरफान, फराज, आसिब व अन्य के साथ कार में सवार था। उसने पहले बाइक सवार कबीर नगर निवासी बाबूलाल (35) पुत्र भैरूराम भील को कुचल दिया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। फिर रॉन्ग साइड से भागते हुए आखलिया चौराहे पर एक बाइक पर जा रहे दो युवकों को टक्कर मार दी, जिसमें पीछे बैठे युवक के पैर में फ्रैक्चर हो गया।

बाइक चला रहे सूरसागर इलाके के सुभाष चौक निवासी जोरावर सिंह ने उनका पीछा किया। पांचवीं रोड स्थित छोटी ईदगाह पर कार से उतरकर बदमाशों ने युवक पर चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया औैर कार लेकर फरार हा़े गए। जोरावरसिंह ने सड़क किनारे तड़पते-तड़पते दम तोड़ दिया।

आधे दिन बाद पुलिस ने माना- हत्या हुई

बुधवार रात हुए इस घटनाक्रम को प्रतापनगर पुलिस गुरुवार दोपहर तीन बजे तक हादसा ही मानकर चल रही थी। बाद में जांच में सामने आया कि एक हादसा है और दूसरी हत्या। इसके बाद पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। जिनके आधार पर बदमाशों की कार जब्त कर ली गई। हालांकि अभी बदमाश पकड़ में नहीं आए हैं।


घर में पिता भी नहीं, तीन छाेटे भाई-बहन
जोरावरसिंह के पिता का पहले ही निधन हो चुका है। घर का सबसे बड़ा बेटा होने के कारण पूरी जिम्मेदारी उसी के कंधों पर थी। घर में मां के अलावा दो छोटे भाई एवं एक छोटी बहन है। घर की आर्थिक स्थिति भी बेहद सामान्य है। जोरावर के परिचितों ने बताया कि वह बेहद सक्रिय युवा था। मोहल्ले-समाज के किसी भी काम में वह सबसे आगे रहता था। जोरावरसिंह दूसरी की मदद के लिए भी हमेशा तत्पर रहता था।

मोर्चरी के बाहर लोगों का जमावड़ा, हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग
परिजनों ने गुरुवार देर रात एमजीएच की मोर्चरी में रखा शव उठाने से मना कर दिया। उनका कहना है कि हत्यारों की गिरफ्तारी के बाद ही शव को उठाएंगे। ऐसे में गुरुवार रात तक मोर्चरी के बाहर परिजनों सहित अन्य लोग जमा रहे। शिवसेना के जिला प्रमुख नरपतसिंह राजपुरोहित ने भी हत्यारों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी और मुआवजे की मांग की है।

वारदात के बाद फिर उठे पुलिस पर सवाल

पुलिस रात्रि गश्त करती है, लेकिन पांचवीं रोड स्थित छोटी ईदगाह के पास मेनरोड पर युवक पर हमला होता है। वह सड़क पर ही तड़प-तड़पकर दम तोड़ देता है, पुलिस क्यों नहीं पहुंची?
पुलिस 12 घंटे तक हत्या को हादसा ही समझती रही। क्या- पुलिस अफसरों को चाकू के वार भी नजर नहीं आते?
जब दोपहर में ही कार जब्त कर ली गई तो पुलिस आरोपियों को क्यों नहीं पकड़ पाई?

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