अजमेर सेंट्रल जेल में कैदियों से अवैध वसूली का भंडाफोड़,भीलवाड़ा जेल भी निशाने पर*
चेतन ठठेरा
अजमेर/भीलवाड़ा/भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अधिकारियों ने आज अजमेर सेंट्रलजेल के अंदर और बाहर छापामार कार्यवाही की। इस कार्यवाही में जेल के अंदर चल रहा खतरनाक खेल का खुलासा हुआ । इस खेल मे दबंग कैदी से लेकर जेल कार्मिक तक शामिल है इस खेल को यूं कहें तो अतिशयोक्ति नहीं होगी की उत्तर प्रदेश की जेलों की तर्ज पर इस जेल मे चल रहा गोरख धंधा । पैसे वसूलने के लिए कैदियों को प्रताडि़त किया जाता है, वहीं सुविधा देने के नाम पर वसूली की जाती है। इस घिनौने कार्य में दबंग कैदी, जेल के अधिकारी व कर्मचारी तथा बाहर दलाल किस्म के लोग शामिल हैं। एसीबी के सूत्रों के अनुसार इस तरह की शिकायत मिलने अवैध प्रकरण दर्ज किया गया और अवैध वसूली के तमाम सबूत जुटाए गए तथा फिर छापामार कार्यवाही मे करते हुए जेल से।मोबाइल फोन और अन्य प्रतिबंधित सामग्री जब्त की गई है। कैदियों से अवैध वसूली के मामले में जेलकर्मी संजय सिंह, कैसाराम और प्रधान बन्ना तथ जयपुर से अरुण सिंह चौहान को पकड़ा गया है। अजमेर लौंगिया मोहल्ला निवासी
सागर तथा पोलू के विरुद्ध कार्यवाही की गई है, जबकि दीपक उर्फ सनी की
तलाश जारी है। जेल में उन कैदियों के बयान दर्ज किए हैं जिन्होंने प्रताडऩा से बचने के लिए धनराशि दी है। प्राथमिक जांच में यह बात सामने
आई है कि जो कैदी पैसा नहीं देता था उसे दबंग कैदी जेल अधिकारियों की शह से पीटते थे। वसूली गई राशि को जेल अधिकारी, कर्मचारी दबंग कैदी और दलाल आपस में बांटते थे। एसीबी अब इस बात की भी जांच कर रही है कितने ऊपर तक जेल प्रशासन की मिली भगती है। यूपी की जेलों की तरह अजमेर की जेल में भी कैदियों को सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है। यह सब काम जेल अधिकारियों
की जानकारी में हो रहा है। एसीबी की छापामार कार्यवाही को बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। एसीबी की कार्यवाही का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि टीम का निर्देशन अजमेर के एसपी राजीव पचार ने स्वयं किया, जबकि जांच की कार्यवाही में अजमेर के एएसपी सीपी शर्मा, मदनदान सिंह व डीएसपी महिपाल चौधरी, भीलवाड़ा चौकी के एएसपी सोभाग सिंह व बृजराज सिंह,
टोंक के एएसपी विजय सिंह तथा जयपुर के आलोक शर्मा शामिल थे। एसीबी की कार्यवाही से प्रदेश भर की जेलों में खलबली मच गई है। प्रदेश की कुछ जेलों मे भी यह खेल चल रहा है । विश्वस्त सूत्रो के अनुसार ऐसा खेल भीलवाड़ा की जेल मे भी यह खेल चल रहा है और यहां लंबे समय से टिके कार्मिक इसे अंजाम दे रहे है वह ही यहां के सर्वे सर्वा बने हुए है । सूत्रो के अनुसार भीलवाड़ा जेल मे भी गाज गिरने वाली है
चेतन ठठेरा
अजमेर/भीलवाड़ा/भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अधिकारियों ने आज अजमेर सेंट्रलजेल के अंदर और बाहर छापामार कार्यवाही की। इस कार्यवाही में जेल के अंदर चल रहा खतरनाक खेल का खुलासा हुआ । इस खेल मे दबंग कैदी से लेकर जेल कार्मिक तक शामिल है इस खेल को यूं कहें तो अतिशयोक्ति नहीं होगी की उत्तर प्रदेश की जेलों की तर्ज पर इस जेल मे चल रहा गोरख धंधा । पैसे वसूलने के लिए कैदियों को प्रताडि़त किया जाता है, वहीं सुविधा देने के नाम पर वसूली की जाती है। इस घिनौने कार्य में दबंग कैदी, जेल के अधिकारी व कर्मचारी तथा बाहर दलाल किस्म के लोग शामिल हैं। एसीबी के सूत्रों के अनुसार इस तरह की शिकायत मिलने अवैध प्रकरण दर्ज किया गया और अवैध वसूली के तमाम सबूत जुटाए गए तथा फिर छापामार कार्यवाही मे करते हुए जेल से।मोबाइल फोन और अन्य प्रतिबंधित सामग्री जब्त की गई है। कैदियों से अवैध वसूली के मामले में जेलकर्मी संजय सिंह, कैसाराम और प्रधान बन्ना तथ जयपुर से अरुण सिंह चौहान को पकड़ा गया है। अजमेर लौंगिया मोहल्ला निवासी
सागर तथा पोलू के विरुद्ध कार्यवाही की गई है, जबकि दीपक उर्फ सनी की
तलाश जारी है। जेल में उन कैदियों के बयान दर्ज किए हैं जिन्होंने प्रताडऩा से बचने के लिए धनराशि दी है। प्राथमिक जांच में यह बात सामने
आई है कि जो कैदी पैसा नहीं देता था उसे दबंग कैदी जेल अधिकारियों की शह से पीटते थे। वसूली गई राशि को जेल अधिकारी, कर्मचारी दबंग कैदी और दलाल आपस में बांटते थे। एसीबी अब इस बात की भी जांच कर रही है कितने ऊपर तक जेल प्रशासन की मिली भगती है। यूपी की जेलों की तरह अजमेर की जेल में भी कैदियों को सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही है। यह सब काम जेल अधिकारियों
की जानकारी में हो रहा है। एसीबी की छापामार कार्यवाही को बहुत महत्वपूर्ण माना जा रहा है। एसीबी की कार्यवाही का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि टीम का निर्देशन अजमेर के एसपी राजीव पचार ने स्वयं किया, जबकि जांच की कार्यवाही में अजमेर के एएसपी सीपी शर्मा, मदनदान सिंह व डीएसपी महिपाल चौधरी, भीलवाड़ा चौकी के एएसपी सोभाग सिंह व बृजराज सिंह,
टोंक के एएसपी विजय सिंह तथा जयपुर के आलोक शर्मा शामिल थे। एसीबी की कार्यवाही से प्रदेश भर की जेलों में खलबली मच गई है। प्रदेश की कुछ जेलों मे भी यह खेल चल रहा है । विश्वस्त सूत्रो के अनुसार ऐसा खेल भीलवाड़ा की जेल मे भी यह खेल चल रहा है और यहां लंबे समय से टिके कार्मिक इसे अंजाम दे रहे है वह ही यहां के सर्वे सर्वा बने हुए है । सूत्रो के अनुसार भीलवाड़ा जेल मे भी गाज गिरने वाली है
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